ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 7 जुलाई 2018

स्मरण



   मानव-विज्ञानी एंथोनी ग्रेश का कहना है कि फ्रिज के बाहर क्या कुछ है वह प्रगट करता है की परिवारों के लिए क्या महत्वपूर्ण है। लॉस एंजेलिस में किए गए एक शोध में, ग्रेश और उनके सहयोगियों ने पाया कि फ्रिज के दरवाज़े पर बाहर, औसतन 52 चीजें चिपकी होती हैं, जिनमें स्कूल की समय-सारिणी, परिवार की तस्वीरें, बच्चों द्वारा बनाए गए चित्र, और चुम्बक सम्मिलित होते हैं। ग्रेश फ्रिज के दरवाज़े को पारिवारिक समरण का भंडार गृह कहते हैं।

   प्रभु किसी प्रत्यक्ष वस्तु, जैसे कि कोई तस्वीर, कोई उपहार, या परमेश्वर के वचन बाइबल की किसी आयत के द्वारा हमें अपनी विश्वासयोग्यता और उसके वचन का पालन करने की बुलाहट को स्मरण करवा सकता है।  कनान में प्रवेश करने से ठीक पहले मूसा ने इस्राएलियों को संबोधित किया, और उनसे आग्रह किया की वे परमेश्वर के सभी वचनों का पालन करें: "और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना....और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना" (व्यवस्थविवरण 6:7, 9)

   परमेश्वर के सामर्थी वचन को अपने घरों तथा जीवनों में आदर का स्थान देना उन इस्राएलिएयों के लिए प्रबल दैनिक ताकीद थी: "तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है (व्यवस्थाविवरण 6:12)

   जी तब इस्राएलियों को, वैसे ही आज प्रभु हम मसीही विश्वासियों को प्रोत्साहित करता है कि हम उसके वचन को स्मरण रखें, उसके आज्ञाकारी रहें, और उसके सभी कार्यों को स्मरण रखते हुए, अपने आने वाले समय के लिए उसकी विश्वासयोग्य देखभाल पर निर्भर बने रहें। - डेविड मैक्कैसलैंड


दैनिक आशीषें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का स्मरण करवाती हैं।

हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहनाक्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा। - नीतिवचन 3:1-2 

बाइबल पाठ: व्यवस्थविवरण 6:1-12
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ।
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना।
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें।
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।
Deuteronomy 6:10 और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए,
Deuteronomy 6:11 और अच्छे अच्छे पदार्थों से भरे हुए घर, जो तू ने नहीं भरे, और खुदे हुए कुंए, जो तू ने नहीं खोदे, और दाख की बारियां और जलपाई के वृक्ष, जो तू ने नहीं लगाए, ये सब वस्तुएं जब वह दे, और तू खाके तृप्त हो,
Deuteronomy 6:12 तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • अय्यूब 34-35
  • प्रेरितों 15:1-21