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शुक्रवार, 6 दिसंबर 2013

कर्तव्य


   क्या आज के संसार और संसार के व्यवहार में गलत तथा अनैतिक बातों के करने वालों तथा उनके समर्थकों को मिलने वाली प्रसिद्धि एवं आदर को लेकर आप परेशान होते हैं, कुडकुड़ाते हैं? शायद ऐसा आदर और सम्मान पाने वाले मनोरंजन जगत के नायक-नायिकाएं हो सकती हैं जो अनैतिक सिद्धाँतों तथा जीवन शैली में होते हुए होते हुए भी समाज में आदर पाते हैं। या ऐसा आप उन नेताओं के कारण अनुभव कर सकते हैं जो सही जीवन जीने के मानकों की अवहेलना करने पर भी लोगों की प्रशंसा के पात्र होते हैं।

   इन सब लोगों और बातों को देखते हुए कुढ़ना और निराशा में अपने हाथों को मलना स्वाभाविक माना जा सकता है, परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 37 में एक अन्य भला उपाय दिया गया है। इस भजन के लेखक दाऊद की बुद्धिमानी से भरी हुई सलाह सुनिए: "कुकर्मियों के कारण मत कुढ़, कुटिल काम करने वालों के विषय डाह न कर" (भजन 37:1)।

   प्रभु यीशु की शिक्षानुसार, इस नीरस, स्वादहीन और पाप के अन्धकार से भरे संसार में "नमक और ज्योति" हम मसीही विश्वासियों को होना है (मत्ती 5:13-14) - जिससे हम प्रभु यीशु का स्वाद और ज्योति संसार के सामने रख सकें और पाप का विरोध कर सकें, लेकिन साथ ही हमारे लिए पाप की नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आकर क्रोध तथा रोष का जीवन जीना भी सही नहीं है (भजन 37:8)। ऐसे कुड़कुड़ाने और खिसियाने की बजाए हमें परमेश्वर के न्याय की प्रतीक्षा करनी चाहिए, "क्योंकि वे घास की नाईं झट कट जाएंगे, और हरी घास की नाईं मुर्झा जाएंगे" (भजन 37:2)। इसलिए अपने आप को नकारात्मक शक्तियों के जाल में फंसने देने कि बजाए हमें परमेश्वर पर भरोसा रखते हुए भला करते रहना चाहिए, सच्चाई में मन लगाए रखना चाहिए, परमेश्वर यहोवा को अपने सुख का मूल जानकर रहना चाहिए, अपने मार्ग की चिन्ता परमेश्वर पर छोड़ देनी चाहिए तथा परमेश्वर के सम्मुख शांति के साथ बने रहना चाहिए (भजन 37:3-7)।

   जो कुछ हम संसार तथा समाज में देखते और अनुभव करते हैं, संभव है कि वह हमें अच्छा ना लगता हो; लेकिन सदा स्मरण रखें कि परमेश्वर नियंत्रण में है और कुछ उस की नज़रों से छिपा नहीं है। अपने समय में और अपने तरीके से वह सब का सिद्ध न्याय करेगा। तब तक हमारा कर्तव्य है कि हम उस पर विश्वास बनाए रखें, कुड़कुड़ाएं नहीं और अपने मसीही विश्वास को प्रत्यक्ष जी कर दिखाते रहें, प्रभु यीशु के गवाह बन कर जीते रहें। - डेव ब्रैनन


बुराई के कारण हताश ना हों; परमेश्वर का सिद्ध न्याय अवश्यंभावी है।

क्रोध से परे रह, और जलजलाहट को छोड़ दे! मत कुढ़, उस से बुराई ही निकलेगी। - भजन 37:8 

बाइबल पाठ: भजन 37:1-11
Psalms 37:1 कुकर्मियों के कारण मत कुढ़, कुटिल काम करने वालों के विषय डाह न कर! 
Psalms 37:2 क्योंकि वे घास की नाईं झट कट जाएंगे, और हरी घास की नाईं मुर्झा जाएंगे। 
Psalms 37:3 यहोवा पर भरोसा रख, और भला कर; देश में बसा रह, और सच्चाई में मन लगाए रह। 
Psalms 37:4 यहोवा को अपने सुख का मूल जान, और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा।
Psalms 37:5 अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। 
Psalms 37:6 और वह तेरा धर्म ज्योति की नाईं, और तेरा न्याय दोपहर के उजियाले की नाईं प्रगट करेगा।
Psalms 37:7 यहोवा के साम्हने चुपचाप रह, और धीरज से उसका आसरा रख; उस मनुष्य के कारण न कुढ़, जिसके काम सफल होते हैं, और वह बुरी युक्तियों को निकालता है! 
Psalms 37:8 क्रोध से परे रह, और जलजलाहट को छोड़ दे! मत कुढ़, उस से बुराई ही निकलेगी। 
Psalms 37:9 क्योंकि कुकर्मी लोग काट डाले जाएंगे; और जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वही पृथ्वी के अधिकारी होंगे। 
Psalms 37:10 थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं; और तू उसके स्थान को भलीं भांति देखने पर भी उसको न पाएगा। 
Psalms 37:11 परन्तु नम्र लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे, और बड़ी शान्ति के कारण आनन्द मनाएंगे।

एक साल में बाइबल: 

  • दानिय्येल 3-4 
  • 1 यूहन्ना 5