पृथ्वी से 200 किलोमीटर की ऊँचाई से, कैनाडा के अन्तरिक्ष यात्री और अन्तराष्ट्रीय अन्तरिक्ष केन्द्र के कमांडर क्रिस हैडफील्ड पृथ्वी पर स्थित एक स्टूडियो में एकत्रित छात्रों के साथ एक समूह के साथ गीत गाने में सम्मिलित हुए। उन लोगों ने एक साथ हैडफील्ड और एड रॉबर्टसन द्वारा मिलकर लिखा गया गीत, "Is Somebody Singing" गाया। उस गीत की एक पंक्ति: "You can't make out borders from up here" (आप यहाँ से कोई भी सीमा रेखाएं नहीं देख सकते हैं) ने मेरा ध्यान खींचा। हम मनुष्य अपने आप को एक दूसरे से पृथक रखने के लिए अपने मध्य में अनेकों प्रकार की सीमा रेखाएं खींच लेते हैं - जैसे कि राष्ट्र, नसल, विचारधारा इत्यादि की सीमाएं; लेकिन इस गीत ने मुझे स्मरण करवाया कि परमेश्वर हमारे बीच में ऐसे कोई विभाजन नहीं देखता है। परमेश्वर के लिए एक ही बात महत्वपूर्ण है, कि हम उससे और आपस में एक दूसरे से सच्चा प्रेम रखें: "और तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से, और अपनी सारी बुद्धि से, और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना। और दूसरी यह है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना: इस से बड़ी और कोई आज्ञा नहीं" (मरकुस 12:30-31)।
एक प्रेमी पिता होने के नाते परमेश्वर चाहता है कि उसका परिवार एक जुट होकर साथ रहे। यदि हम एक-दूसरे के साथ मेल-मिलाप और सहयोग के साथ नहीं रहेंगे तो जो परमेश्वर हम से चाहता है, उस कार्य को पूरा कभी नहीं कर सकेंगे। अपने क्रूस पर चढ़ाए जाने से पूर्व-रात्रि में प्रभु यीशु ने गहरी संवेदना के साथ परमेश्वर से प्रार्थना करी कि परमेश्वर उनके अनुयायियों को एक होकर रहने वाला बनाए: "जैसा तू हे पिता मुझ में हैं, और मैं तुझ में हूं, वैसे ही वे भी हम में हों, इसलिये कि जगत प्रतीति करे, कि तू ही ने मुझे भेजा" (यूहन्ना 17:21)।
एक साथ मिलकर गीत गाना इसी एकता को दिखाता है। समूह-गायन के समय सभी गाने वाले उस गीत के बोल, स्वर, ताल, लय, संगीत आदि में एक होते हैं; सभी एक-दूसरे का साथ निभाते, एक-दूसरे की सहायता करते, एक-दुसरे को उभारते हुए मिलकर गाते हैं, तभी अच्छा गायन प्रस्तुत होने पाता है।
परमेश्वर की स्तुति और आराधना का गायन भी हमें ना केवल परमेश्वर के गुणों को संसार के सामने प्रगट करने का माध्यम प्रदान करता है, वरन हमारे मसीह यीशु में होकर एक होने को संसार के सामने दिखाने का अवसर भी देता है। सामूहिक आराधना और स्तुति गायन के सदुपयोग द्वारा परमेश्वर की महिमा संसार पर अवश्य प्रगट करें। - जूली ऐकैरमैन लिंक
परमेश्वर की आराधना और स्तुति करने का चलन कभी पुराना नहीं पड़ेगा।
अर्थात सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो। और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो। - इफिसियों 4:2-3
बाइबल पाठ: यूहन्ना 17:11-26
John 17:11 मैं आगे को जगत में न रहूंगा, परन्तु ये जगत में रहेंगे, और मैं तेरे पास आता हूं; हे पवित्र पिता, अपने उस नाम से जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा कर, कि वे हमारी नाईं एक हों।
John 17:12 जब मैं उन के साथ था, तो मैं ने तेरे उस नाम से, जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा की, मैं ने उन की चौकसी की और विनाश के पुत्र को छोड़ उन में से काई नाश न हुआ, इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो।
John 17:13 परन्तु अब मैं तेरे पास आता हूं, और ये बातें जगत में कहता हूं, कि वे मेरा आनन्द अपने में पूरा पाएं।
John 17:14 मैं ने तेरा वचन उन्हें पहुंचा दिया है, और संसार ने उन से बैर किया, क्योंकि जैसा मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं।
John 17:15 मैं यह बिनती नहीं करता, कि तू उन्हें जगत से उठा ले, परन्तु यह कि तू उन्हें उस दुष्ट से बचाए रख।
John 17:16 जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं।
John 17:17 सत्य के द्वारा उन्हें पवित्र कर: तेरा वचन सत्य है।
John 17:18 जैसे तू ने जगत में मुझे भेजा, वैसे ही मैं ने भी उन्हें जगत में भेजा।
John 17:19 और उन के लिये मैं अपने आप को पवित्र करता हूं ताकि वे भी सत्य के द्वारा पवित्र किए जाएं।
John 17:20 मैं केवल इन्हीं के लिये बिनती नहीं करता, परन्तु उन के लिये भी जो इन के वचन के द्वारा मुझ पर विश्वास करेंगे, कि वे सब एक हों।
John 17:21 जैसा तू हे पिता मुझ में हैं, और मैं तुझ में हूं, वैसे ही वे भी हम में हों, इसलिये कि जगत प्रतीति करे, कि तू ही ने मुझे भेजा।
John 17:22 और वह महिमा जो तू ने मुझे दी, मैं ने उन्हें दी है कि वे वैसे ही एक हों जैसे की हम एक हैं।
John 17:23 मैं उन में और तू मुझ में कि वे सिद्ध हो कर एक हो जाएं, और जगत जाने कि तू ही ने मुझे भेजा, और जैसा तू ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही उन से प्रेम रखा।
John 17:24 हे पिता, मैं चाहता हूं कि जिन्हें तू ने मुझे दिया है, जहां मैं हूं, वहां वे भी मेरे साथ हों कि वे मेरी उस महिमा को देखें जो तू ने मुझे दी है, क्योंकि तू ने जगत की उत्पत्ति से पहिले मुझ से प्रेम रखा।
John 17:25 हे धामिर्क पिता, संसार ने मुझे नहीं जाना, परन्तु मैं ने तुझे जाना और इन्होंने भी जाना कि तू ही ने मुझे भेजा।
John 17:26 और मैं ने तेरा नाम उन को बताया और बताता रहूंगा कि जो प्रेम तुझ को मुझ से था, वह उन में रहे और मैं उन में रहूं।
एक साल में बाइबल:
- भजन 97-99
- रोमियों 16