19वीं शताब्दी के अन्त की ओर के समय अमेरिका में डाल्टन भाईयों का गिरोह अपने अपराधों के लिए कुख्यात था। उन डाल्टन बन्धुओं की शुरुआत तो अच्छी हुई थी - वे कानून के रखवाले अधिकारी थे, लेकिन धीरे धीरे वे अपराध की ओर झुकते चले गए और फिर बैंक तथा ट्रेनों से पैसा लूटने के लिए कुख्यात हो गए। उनके लिए न्याय का समय तब आया जब उन्होंने एक साथ दो बैंकों पर डाका डालना चाहा। उनकी इस करतूत की खबर जैसे ही उस नगर के निवासियों को मिली, उन्होंने अपनी अपनी बन्दूकें उठाईं और डाल्टन बन्धुओं को घेर कर अन्धाधुंध गोलियाँ चलानी आरंभ कर दीं। आखिर जब गोलियों की बौछार थमी और धुँआ छँटा तो केवल एमेट डाल्टन ही जीवित बचा था, बाकी सभी वहीं मारे गए थे।
जेल में 15 वर्ष बिताने के बाद एमेट डाल्टन को माफी मिली और वह रिहा किया गया। कैदखाने के अपने समय में एमेट ने अपनी दुष्ट करतूतों और अपनी गलतियों को पहचाना, इसलिए स्वतंत्र होने के बाद उसकी इच्छा थी कि वह जवान लोगों को अपराध के जीवन से सचेत और दूर रखे। अपने अनुभवों के आधार पर एमेट ने डाल्टन बन्धुओं पर अपराधी जीवन की भूल को प्रदर्शित करने वाली एक फिल्म की कहानी लिखी, फिल्म बनाई और उसमें अभिनय भी किया। एमेट ने अपनी फिल्म के द्वारा लोगों तक परमेश्वर के वचन बाइबल में से नीतिवचन 4:14 - "दुष्टों की राह में पांव न धरना, और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना" के सत्य को पहुँचाया।
याकूब ने लिखा है: "तो वह यह जान ले, कि जो कोई किसी भटके हुए पापी को फेर लाएगा, वह एक प्राण को मृत्यु से बचाएगा, और अनेक पापों पर परदा डालेगा" (याकूब 5:20)। एक पश्चतापी तथा परिवर्तित मसीही विश्वासी के जीवन की गवाही बहुत प्रभावी होती है। हम सभी मसीही विश्वासी इस पश्चाताप और परिवर्तन के अनुभव से होकर निकले हैं। हम सब अपने विश्वास से पूर्व के जीवन की दशा और फिर पश्चाताप तथा मसीह यीशु में लाए गए विश्वास द्वारा हुए जीवन के अद्भुत परिवर्तन को भली भांति जानते हैं। हमारी यही गवाही हमें मसीह यीशु के लिए प्रभावी तथा उपयोगी गवाह बना सकती है; हमें केवल अपने व्यक्तिगत अनुभव को ही लोगों के साथ बाँटना है और परमेश्वर का आत्मा हमारी उस गवाही को अपनी महिमा और लोगों के जीवन को परिवर्तित करने के लिए प्रयोग करेगा।
आज ही से अपने जीवन की गवाही बाँटना आरंभ कर दीजिए, और देखिए कि परमेश्वर उस गवाही के द्वारा कैसे बड़े बड़े काम करता है, आपको कैसा आशीषित करता है। - डेनिस फिशर
जब हम अपनी गलतियों से शिक्षा लेने लगते हैं तो उन्हें दोहराना भी छोड़ देते हैं।
परन्तु उस[यीशु]ने उसे आज्ञा न दी, और उस से कहा, अपने घर जा कर अपने लोगों को बता, कि तुझ पर दया कर के प्रभु ने तेरे लिये कैसे बड़े काम किए हैं। - मरकुस 5:19
बाइबल पाठ: नीतिवचन 4:10-19
Proverbs 4:10 हे मेरे पुत्र, मेरी बातें सुन कर ग्रहण कर, तब तू बहुत वर्ष तक जीवित रहेगा।
Proverbs 4:11 मैं ने तुझे बुद्धि का मार्ग बताया है; और सीधाई के पथ पर चलाया है।
Proverbs 4:12 चलने में तुझे रोक टोक न होगी, और चाहे तू दौड़े, तौभी ठोकर न खाएगा।
Proverbs 4:13 शिक्षा को पकड़े रह, उसे छोड़ न दे; उसकी रक्षा कर, क्योंकि वही तेरा जीवन है।
Proverbs 4:14 दुष्टों की राह में पांव न धरना, और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना।
Proverbs 4:15 उसे छोड़ दे, उसके पास से भी न चल, उसके निकट से मुड़ कर आगे बढ़ जा।
Proverbs 4:16 क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें, तो उन को नींद नहीं आती; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएं, तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती।
Proverbs 4:17 वे तो दुष्टता से कमाई हुई रोटी खाते, और उपद्रव के द्वारा पाया हुआ दाखमधु पीते हैं।
Proverbs 4:18 परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है, जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है।
Proverbs 4:19 दुष्टों का मार्ग घोर अन्धकारमय है; वे नहीं जानते कि वे किस से ठोकर खाते हैं।
एक साल में बाइबल:
- यहोशु 19-21