चक ने सामने गाड़ीयों की कतार बनते देख अपनी गाड़ी धीमी कर ली और लगभग रुक ही गया था कि उसकी गाड़ी को पीछे से धक्का लगा और वह अगली गाड़ी में जा टकराई। आवाज़ों से पता चल गया कि टक्कर से होने वाली क्षति गंभीर है। चक अपनी गाड़ी में बैठा हुआ अपने होश संभाल रहा था और स्थिति का जायज़ा ले ही रहा था, कि उसे पीछे का दृश्य देखने वाले आईने में दिखाई दिया कि टक्कर मारने वाली गाड़ी पीछे होकर बाहर हुई और तेज़ी से भाग निकली - उस गाड़ी का चालक पुलिस से अपने आप को बचाना चाह रहा था। लेकिन भागने की जल्दबाज़ी में वह नीचे गिरी पड़ी एक वस्तु पर ध्यान देना भूल गया। थोड़ी देर में जब पुलिस वाले वहाँ पहुँचे तो उन्होंने उसकी गाड़ी की गिरी हुई नम्बर प्लेट उठाते हुए कहा, "वह ज़्यादा दूर नहीं जा पाएगा और ना ही बहुत देर तक बचने पाएगा। उसके घर पहुँचने से पहले ही कोई उसके घर पर उसे लेने के लिए पहुँच चुका होगा।"
परमेश्वर का वचन बाइबल हमें सिखाती है कि इस बात से सचेत रहो कि तुम्हारा पाप तुम्हें ढूँढ निकालेगा (गिनती 32:23); जैसा कि इस ऐक्सिडेंट कर देने वाले व्यक्ति को पता चला होगा। हो सकता है कि हम अपने आस-पास वाले लोगों से अपने पाप को छिपा लें, लेकिन परमेश्वर की दृष्टि से कोई बात कभी छिपी नहीं रहती है: "और सृष्टि की कोई वस्तु उस से छिपी नहीं है वरन जिस से हमें काम है, उस की आंखों के साम्हने सब वस्तुएं खुली और बेपरदा हैं" (इब्रानियों 4:13 )। परमेश्वर ना केवल हमारी हर बात को देखता और समझता है, वरन उसे हमारे हर उद्देश्य और हर बात या कार्य के पीछे छिपी भावना का भी ज्ञान रहता है (1 शमुएल 16:7; लूका 12:2-3)। कोई उसके सामने बात माने या ना माने, उससे कुछ भी छुपा हुआ नहीं है और अन्ततः वह हर बात का न्याय करेगा, हर बात का प्रतिफल देगा; इसीलिए मानकर क्षमा माँग लेना, ढीठ होकर दण्ड का भागी होने से कहीं अधिक भला है।
हमारे पास परमेश्वर से एक अद्भुत आश्वासन है: "यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है" (1 यूहन्ना 1:9 )। यदि आज तक आपने परमेश्वर प्रभु यीशु के साम्हने अपने पापों का अंगीकार करके उन से पापों की क्षमा नहीं माँगी है तो अभी भी आपके लिए यह अवसर खुला है, उपलब्ध है। यदि पापों की क्षमा पा लेने के बाद भी कोई पाप हो गया है तो भी क्षमा मिलने का द्वार खुला है - उस पाप को मान लीजिए। पाप को छिपा कर उस के परिणामों से बचने का प्रयास ना करें क्योंकि यह संभव नहीं है, और इसके परिणाम बहुत दुखदायी हैं। पापों को अपने और परमेश्वर के बीच में ना आने दें; उन्हें स्वीकार कर के और उन के लिए क्षमा माँग के आज और अभी परमेश्वर से मेल-मिलाप कर लें। - सिंडी हैस कैस्पर
पाप मनुष्यों से तो छुपाया जा सकता है, परमेश्वर से कभी नहीं।
हे परमेश्वर, तू तो मेरी मूढ़ता को जानता है, और मेरे दोष तुझ से छिपे नहीं हैं। - भजन 69:5
बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 1:5-10
1 John 1:5 जो समाचार हम ने उस से सुना, और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है; कि परमेश्वर ज्योति है: और उस में कुछ भी अन्धकार नहीं।
1 John 1:6 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं: और सत्य पर नहीं चलते।
1 John 1:7 पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
1 John 1:8 यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
1 John 1:9 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है।
1 John 1:10 यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है।
एक साल में बाइबल:
- 2 इतिहास 15-16
- यूहन्ना 12:27-50