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शुक्रवार, 8 अप्रैल 2016

परिवर्तित


   मेरा एक मित्र मुझसे हर बात में बेहतर है। वह मुझसे तीव्रबुद्धि है, मुझसे अधिक गंभीरता से विचार कर सकता है, मुझसे अधिक जानता है कि पढ़ने के लिए अच्छी पुस्तकें कहां से मिल सकती हैं और मुझसे अच्छा गोल्फ भी खेल लेता है। उसके साथ समय बिताना मुझे और भी बेहतर और भी विचारात्मक व्यक्ति बनने के लिए उकसाता है, और अच्छी उपलब्धियों के लिए प्रेरित करता है।

   यह एक आत्मिक सिद्धांत को भी हमारे समक्ष लाता है: हम मसीही विश्वासियों के लिए यह अनिवार्य है कि हम परमेश्वर के वचन बाइबल का नियमित अध्ययन करते रहें जिससे हम अपने प्रभु यीशु के संपर्क मे बने रहें, उसके जीवन से सीख सकें, उससे प्रेरणा एवं मार्गदर्शन पाकर अपने जीवन को और बेहतर बनाने के प्रयासरत रहें। प्रभु यीशु के निःस्वार्थ प्रेम से मैं दूसरों से बिना किसी शर्त के प्रेम करना सीखता हूं। प्रभु यीशु द्वारा बुरे से बुरे, तथा अपने दुश्मनों के प्रति भी दिखाए गए अनुग्रह और दया को देखकर मैं अपने क्षमा ना करने और बदला लेने की भावना रखने की भावना के लिए शर्मिंदा होता हूँ।

   मैं और भी धन्यवादी व्यक्ति बनता हूँ जब मुझे यह एहसास होता है कि मेरी गिरी हुई शर्मनाक हालत के बावजूद, प्रभु यीशु मुझ से प्रेम करता है, मेरे साथ बना रहता है और सदा ही मेरी भलाई के लिए कार्यरत रहता है, मुझे अपनी धार्मिकता से ढ़ांपे रहता है। जबकि उसकी मेरे साथ बनी रहने वाली उपस्थिति मुझे और भी अधिक उसके समान बनते जाने के लिए प्रेरित करती है, तो फिर मेरे लिए अपनी वर्तमान स्थिति में जड़ होकर जैसा मैं हूँ वैसा ही बने रहने कठिन हो जाता है। प्रभु यीशु की अद्भुत बुद्धिमता और विलक्षण कार्यविधि मुझे प्रोत्साहित और परिवर्तित करते हैं।

   प्रेरित पौलुस हमें मसीह यीशु को निहारते रहने के आनन्द में रहने का आवाहन करता है; और जब हम ऐसा करने लगते हैं तो हम उसकी समानता में परिवर्तित होते चले जाते हैं (2 कुरिन्थियों 3:18)।


प्रभु यीशु की निकटता में बने रहिए और आप उसकी समानता में परिवर्तित होने लग जाएंगे।

सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। - 2 कुरिन्थियों 5:17

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 3:7-18
2 Corinthians 3:7 और यदि मृत्यु की यह वाचा जिस के अक्षर पत्थरों पर खोदे गए थे, यहां तक तेजोमय हुई, कि मूसा के मुंह पर के तेज के कराण जो घटता भी जाता था, इस्त्राएल उसके मुंह पर दृष्टि नहीं कर सकते थे। 
2 Corinthians 3:8 तो आत्मा की वाचा और भी तेजोमय क्यों न होगी? 
2 Corinthians 3:9 क्योंकि जब दोषी ठहराने वाली वाचा तेजोमय थी, तो धर्मी ठहराने वाली वाचा और भी तेजोमय क्यों न होगी? 
2 Corinthians 3:10 और जो तेजोमय था, वह भी उस तेज के कारण जो उस से बढ़कर तेजामय था, कुछ तेजोमय न ठहरा। 
2 Corinthians 3:11 क्योंकि जब वह जो घटता जाता था तेजोमय था, तो वह जो स्थिर रहेगा, और भी तेजोमय क्यों न होगा? 
2 Corinthians 3:12 सो ऐसी आशा रखकर हम हियाव के साथ बोलते हैं। 
2 Corinthians 3:13 और मूसा की नाईं नहीं, जिसने अपने मुंह पर परदा डाला था ताकि इस्त्राएली उस घटने वाली वस्तु के अन्‍त को न देखें। 
2 Corinthians 3:14 परन्तु वे मतिमन्‍द हो गए, क्योंकि आज तक पुराने नियम के पढ़ते समय उन के हृदयों पर वही परदा पड़ा रहता है; पर वह मसीह में उठ जाता है। 
2 Corinthians 3:15 और आज तक जब कभी मूसा की पुस्‍तक पढ़ी जाती है, तो उन के हृदय पर परदा पड़ा रहता है। 
2 Corinthians 3:16 परन्तु जब कभी उन का हृदय प्रभु की ओर फिरेगा, तब वह परदा उठ जाएगा। 
2 Corinthians 3:17 प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्‍वतंत्रता है। 
2 Corinthians 3:18 परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्‍वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 शमूएल 10-12
  • लूका 9:37-62