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शुक्रवार, 17 अप्रैल 2015

घर


   यह घटना उस समय की है जब मैं एक निर्माण कंपनी में अधिकारी का कार्य कर रहा था; हमारी कंपनी को पड़ौस के राज्य में कार्य करने का ठेका मिला। इस कार्य को करने के लिए हमारे कर्मचारियों को अपने दिन भर के कार्य समय के अतिरिक्त कार्य-स्थल तक पहुँचने और लौटने के लिए एक तरफ ही दो घंटे की यात्रा करनी पड़ती। उन कर्मचारियों का जीवन सरल करने के उद्देश्य से हमारी कंपनी ने कार्य-स्थल के निकट ही कार्य-अवधि के लिए होटल में कुछ कमरे किराए पर ले लिए, किंतु साथ ही कर्मचारियों को यह विकल्प भी दिया कि यदि वे प्रतिदिन अपने घर से ही कार्य-स्थल तक आना-जाना करना चाहते हैं तो कंपनी उनके लिए गाड़ियों का प्रबंध भी करेगी। हमें आश्चर्य हुआ कि लगभग सभी कर्मचारियों ने कार्य-स्थल के निकट होटल में रहने की बजाए घर से ही प्रतिदिन आने-जाने के विकल्प को चुना!

   हमारे सबसे चिड़चिड़े कर्मचारियों में से एक ने अपने व्यवहार को बदल लिया। उसने अपनी पत्नि तथा बच्चों के आनन्द से भरे आश्चर्य के बारे में बताया, क्योंकि कार्य के पहले दिन उस ने उन्हें यह नहीं बताया था कि वह रात को वापस घर आ जाएगा; वह उन्हें चकित करना चाहता था। इसलिए जब वह रात को घर वापस लौटा तो उसे घर आया देखकर परिवार-जनों का आश्चर्य तथा आनन्द उसके लिए बड़ा उत्साहित करने वाला था। उसकी पत्नि ने हमारी कंपनी में फोन कर के बहुत धन्यवाद किया और कहा कि वे ऐसी कंपनी में आजीवन वफादारी से कार्य करना चाहेंगे जो उनके लिए इतना सोचती है, और इस बात को समझती है कि कर्मचारियों के लिए घर कितना महत्वपूर्ण होता है।

   जिस किसी को भी, चाहे थोड़े समय के लिए ही सही, घर के आराम से वंचित रहना पड़ा है वह प्रभु यीशु द्वारा अपने चेलों को दी गई प्रतिज्ञा के महत्व को भली-भाँति समझ सकता है कि प्रभु उनके लिए स्वर्ग में अनन्तकाल तक के लिए घर बना रहा है; इससे भी बढ़कर प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों से यह भी वायदा किया है कि वह स्वयं उन्हें वहाँ ले जाने आएगा और उनके साथ वहाँ रहेगा (यूहन्ना 14:2-3)।

   स्मरण रखिए कि इस जीवन के महानत्म सुख - घर के आनन्द के बारे में प्रभु को आपका ध्यान है, वह अपने अनुयायियों के लिए स्थान तैयार कर रहा है और अन्ततः उनके साथ वहाँ अनन्तकाल तक रहेगा। - रैन्डी किलगोर


घर के समान कोई दूसरा स्थान नहीं है; विशेषकर तब जब घर स्वर्ग में हो।

यदि कोई मेरी सेवा करे, तो मेरे पीछे हो ले; और जहां मैं हूं वहां मेरा सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे, तो पिता उसका आदर करेगा। - यूहन्ना 12:26

बाइबल पाठ: यूहन्ना 14:1-6
John 14:1 तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो। 
John 14:2 मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं। 
John 14:3 और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो। 
John 14:4 और जहां मैं जाता हूं तुम वहां का मार्ग जानते हो। 
John 14:5 थोमा ने उस से कहा, हे प्रभु, हम नहीं जानते कि तू हां जाता है तो मार्ग कैसे जानें? 
John 14:6 यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 शमूएल 1-2
  • लूका 14:1-24