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गुरुवार, 18 मार्च 2021

आनन्द

 

          जब भी मेरी मित्र मेरी फोन कॉल को ले पाने में किसी भी कारण से असमर्थ होती थी, उसकी वोइस मेल रिकॉडिंग मशीन मुझे उसके लिए सन्देश रिकार्ड कर के छोड़ देने के लिए कहती थी, और अपनी बात का अन्त प्रसन्नता के सन्देश, “आपका दिन अच्छा बीते” कहकर करती थी। मैं उस मशीन द्वारा कही गई बात पर मनन कर रही थी, और मुझे ध्यान आया कि यह हमारे हाथ में नहीं है कि हम अपने हर दिन को अच्छा बना सकें – कभी-कभी कुछ परिस्थितियाँ वास्तव में बहुत दुःख देने वाली होती हैं। परन्तु यदि मैं दिन भर की बातों और कार्यों का ध्यान से पुनः अवलोकन करूँ, तो मुझे अपने दिन में कुछ न कुछ मनोहर या अच्छा लगने वाला मिल सकता है, चाहे परिस्थितियाँ भली हों अथवा बुरी।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हबक्कूक नबी कठिन परिस्थितियों से होकर निकल रहा था। परमेश्वर ने उसे आने वाले वो दिन दिखाए थे जब उनकी निरंतर अनाज्ञाकारिता और पाप के कारण सब बर्बाद हो जाएगा, न फसल और न पशु – जिन पर परमेश्वर के लोग निर्भर करते थे, फलदायी रहेंगे (3:17)। आने वाली कठिन परिस्थितियों को झेल पाने के लिए केवल आशावादी होने भर से ही काम नहीं चलेगा। इस्राएल अत्यधिक निर्धनता की स्थिति से होकर निकलेगा, जो कलेजे को कंपा देने, होंठ थरथरा देने, टाँगों को कंपकंपा देने वाली होगी (पद 16)।

          लेकिन ऐसा होते हुए भी, हबक्कूक ने कहा कि वह यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहेगा (पद 18)। उसने अपनी आशा परमेश्वर ही को बनाया, जो कठिन स्थानों में भी चलते रहने की सामर्थ्य प्रदान करता है (पद 19)।

          कभी-कभी हम गहरे दुःख और कठिनाइयों के समयों में से होकर निकलते हैं, और जीवन बहुत अभिभूत करने वाला लग सकता है। किन्तु हमने चाहे जो खो दिया हो, या बहुत लालसा रखने के बाद भी कुछ ऐसा ही जिसे हम प्राप्त न कर सके हों, फिर भी हबक्कूक के समान, हम भी प्रेमी पिता परमेश्वर के साथ अपने संबंध को लेकर आनन्दित हो सकते हैं। चाहे हमें ऐसा लगे कि अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है, तब भी हमारे पास यह दृढ़ आशा है कि हमारा पिता परमेश्वर न तो हमें अकेला और असहाय छोड़ेगा और न कभी हमें त्यागेगा (इब्रानियों 13:5)। वही हमें हर परिस्थिति में उपलब्ध करवाता है (यशायाह 61:2, 3), वही हमारे आनन्द का कारण है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

हे प्रभु, मेरी परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, मैं आप में सदा आनन्दित रह सकूँ।


कि यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष का और हमारे परमेश्वर के पलटा लेने के दिन का प्रचार करूं; कि सब विलाप करने वालों को शान्ति दूँ और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांज वृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो। - यशायाह 61:2, 3

बाइबल पाठ: हबक्कूक 3:13-19

हबक्कूक 3:13 तू अपनी प्रजा के उद्धार के लिये निकला, हां, अपने अभिषिक्त के संग हो कर उद्धार के लिये निकला। तू ने दुष्ट के घर के सिर को घायल कर के उसे गले से नींव तक नंगा कर दिया।

हबक्कूक 3:14 तू ने उसके योद्धाओं के सिरों को उसी की बरछी  से छेदा है, वे मुझ को तितर-बितर करने के लिये बवंडर की आंधी के समान आए, और दीन लोगों को घात लगा कर मार डालने की आशा से आनन्दित थे।

हबक्कूक 3:15 तू अपने घोड़ों पर सवार हो कर समुद्र से हां, जलप्रलय से पार हो गया।

हबक्कूक 3:16 यह सब सुनते ही मेरा कलेजा कांप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियां सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े कांपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूंगा जब दल बांध कर प्रजा चढ़ाई करे।

हबक्कूक 3:17 क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई  के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों,

हबक्कूक 3:18 तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूंगा, और अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूंगा।

हबक्कूक 3:19 यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्थानों पर चलाता है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 32-34
  • मरकुस 15:26-47