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बुधवार, 4 अप्रैल 2018

बुद्धिमता और अनुग्रह



   अप्रैल 4, 1968 के दिन अमेरिका में मानव-अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले अश्वेत नेता, डॉक्टर मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्या कर दी गई, जिससे लाखों लोग क्रुद्ध और मायूस हो गए। इंडियानापोलिस शहर में अधिकतर अश्वेत नागरिकों की एक बड़ी भीड़, रॉबर्ट एफ. केनेडी को सुनने के लिए एकत्रित हुई थी। उनमें से अधिकांश को अभी डॉक्टर किंग की हत्या के बारे में पता नहीं चला था, इसलिए केनेडी को उन्हें यह दुखद समाचार भी बताना पड़ा। उन्होंने लोगों से शान्ति बनाए रखने का आग्रह करते हुए, इस हत्या के कारण, न केवल उन लोगों की व्यथा को स्वीकारा वरन उन्हें अपने दुःख का भी स्मरण करवाया, जो उनके भाई राष्ट्रपति जौन एफ. केनेडी की हत्या के कारण उन्हें और उनके परिवार को हुआ था।

   केनेडी ने इस दुःख को व्यक्त करने के लिए एस्क्लेअस (526-456 ईसा पूर्व) की एक प्राचीन  कविता का एक रूप प्रस्तुत किया : 'हमारी निद्रा में भी, पीड़ा जिसे भूला नहीं जा सकता है, बूंद-बूंद करके हमारे हृदयों पर टपकती है, जब तक कि हमारी निराशा में, हमारी इच्छा के न होते हुए भी, परमेश्वर के विस्मयकारी अनुग्रह द्वारा हमें बुद्धिमत्ता प्राप्त होती है'।

   परमेश्वर के विस्मयकारी अनुग्रह द्वारा हमें बुद्धिमत्ता, एक अद्भुत वाक्य है, जिसका अर्थ है कि जीवन की सबसे कठिन परिस्थितियों में भी परमेश्वर का अनुग्रह हमें श्रद्धा से भरकर बुद्धिमत्ता में बढ़ने का अवसर प्रदान करता है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में याकूब ने अपनी पत्री में लिखा, “यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उसको दी जाएगी” (याकूब 1:5)। याकूब ने इससे पहले कहा कि यह बुद्धिमत्ता कठिनाई की मिट्टी में उगती है (पद 2-4), क्योंकि तब हम न केवल परमेश्वर से बुद्धिमत्ता सीखते हैं, वरन परमेश्वर के अनुग्रह में विश्राम पाते हैं। - बिल क्राउडर


परीक्षाओं का अन्धकार परमेश्वर के अनुग्रह को और अधिक ज्योतिर्मय बना देता है।

और उसने मुझ से कहा, मेरा अनुग्रह तेरे लिये बहुत है; क्योंकि मेरी सामर्थ निर्बलता में सिद्ध होती है; इसलिये मैं बड़े आनन्द से अपनी निर्बलताओं पर घमण्‍ड करूंगा, कि मसीह की सामर्थ मुझ पर छाया करती रहे। - 2 कुरिन्थियों 12:9

बाइबल पाठ: याकूब 1:1-8
James 1:1 परमेश्वर के और प्रभु यीशु मसीह के दास याकूब की ओर से उन बारहों गोत्रों को जो तित्तर बित्तर हो कर रहते हैं नमस्‍कार पहुंचे।
James 1:2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
James 1:3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है।
James 1:4 पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे।
James 1:5 पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उसको दी जाएगी।
James 1:6 पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्‍देह न करे; क्योंकि सन्‍देह करने वाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।
James 1:7 ऐसा मनुष्य यह न समझे, कि मुझे प्रभु से कुछ मिलेगा।
James 1:8 वह व्यक्ति दुचित्ता है, और अपनी सारी बातों में चंचल है।


एक साल में बाइबल: 
  • रूत 1-4
  • लूका 8:1-25