क्या आपने कभी सृष्टि की विविधता पर कुछ विचार किया है? परमेश्वर की यह अद्भुत सृष्टि अद्भुत परमेश्वर का बयान करती है: "आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है" (भजन १९:१)। परमेश्वर के वचन बाइबल में एक धर्मी जन अय्युब की शैतान द्वारा परीक्षा और परमेश्वर का अय्युब को परीक्षा से निकालने का वृतांत है। अय्युब का विश्वास था कि सृष्टि सृष्टिकर्ता का बयान करती है: "पशुओं से तो पूछ और वे तुझे दिखाएंगे; और आकाश के पक्षियों से, और वे तुझे बता देंगे। पृथ्वी पर ध्यान दे, तब उस से तुझे शिक्षा मिलेगी; ओर समुद्र की मछलियां भी तुझ से वर्णन करेंगी। कौन इन बातों को नहीं जानता, कि यहोवा ही ने अपने हाथ से इस संसार को बनाया है। उसके हाथ में एक एक जीवधारी का प्राण, और एक एक देहधारी मनुष्य की आत्मा भी रहती है" (अय्युब १२:७-१०)। जब अय्युब के मन में शंकाएं उठती हैं और वह परमेश्वर से प्रश्न करता है तो परमेश्वर पुनः उसका ध्यान अपनी सृष्टि तथा सृष्टि की विविधता की ओर ले जाता है, और सृष्टि में विद्यमान विलक्षण बातों को उसके सामने रखता है। अय्युब ३९:१३-१८ में परमेश्वर अय्युब को शुतुर्मुर्ग के बारे में बताता है, और कहता है विचार कर कि यद्यपि वह अण्डे देती है किंतु सेती नहीं वरन रेत में गरम होने को छोड़ देती है जहाँ वे किसी के भी पाँव के नीचे आ सकते हैं; यद्यपि वह पक्षी है परन्तु उड़ नहीं सकती किंतु घोड़े से भी तेज़ भाग लेती है। इसी प्रकार परमेश्वर अय्युब के सामने अपने द्वारा बनाए अनेक जीव-जन्तुओं का उदाहरण रखता है कि उसका विश्वास सृष्टिकर्ता परमेश्वर पर पुनः स्थापित हो सके।
जीव-विज्ञान भी हमें परमेश्वर कि इस विलक्षण सृष्टि की बातें बताता है - एक बहुत ही अद्भुत जीव है अफ्रीका का बॉम्बार्डियर बीटल। इस बीटल के शरीर के पिछले भाग में दो छोटी टंकियां होती हैं जिनमें वह दो अलग अलग रसायन बना कर जमा रखे रहता है - हाइड्रोजन पेरोक्साइड तथा हाइड्रोक्विनोन। ये दोनो रसायन जब तक अलग अलग हैं तो हानिरहित हैं किंतु मिश्रित होने पर विस्फोटक होते हैं। बीटल के पिछले भाग में एक विशेष नली भी है जहाँ ये दोनो रसायन मिलाए जाते हैं और अपने शत्रुओं से बचने के लिए यह बीटल उन दोनो रसायनों को उस नली में मिला कर फिर उन्हें बन्दूक के समान शत्रु की ओर दाग़ता है जिससे शत्रु अन्धा हो जाता है। बीटल अपनी इस ’बन्दूक’ से यह ’गोली’ चलाने का कार्य बहुत तेज़ी से कर सकता है और अपनी ’बन्दूक’ को किसी भी दिशा में मोड़ भी सकता है।
यह कैसे संभव हुआ कि बुद्धिहीन शुतुर्मुर्ग जो अपने अण्डों की भी ठीक से देखभाल नहीं कर सकती, वह अभी भी पृथ्वी पर बनी हुई और इस छोटे से कीड़े को जीवित रहने के लिए इतनी जटिल रासायनिक क्रिया को संभालना और प्रयोग करना पड़ता है? यह इसलिए संभव है क्योंकि परमेश्वर की सृष्टिसामर्थ अपरिमित है, वह अद्भुत और विलक्षण सृष्टिकर्ता है। जैसे भजनकार का कथन है: "उसने आज्ञा दी और वे रचे गए" (भजन १४८:५); इसीलिए भजनकार इस भजन में समस्त सृष्टि को परमेश्वर की वास्तविकता को पहचानने और उसकी स्तुति करने को कहता है।
मैं और आप भी उसी अद्भुत परमेश्वर की विलक्षण सृष्टि हैं और वह हम से बहुत प्रेम करता है, हमारी संगति का इच्छुक है और नहीं चाहता कि हम अपने पापों में नाश हो जाएं, वरन "वह यह चाहता है, कि सब मनुष्यों का उद्धार हो; और वे सत्य को भली भांति पहिचान लें" (१ तिमुथियुस २:४)। इसीलिए उसने अपने पुत्र प्रभु यीशु को संसार में भेजा जिससे वह सब मनुष्यों के पापों के बोझ को उठा ले और उन्हें उद्धार का मार्ग दे दे। अब परमेश्वर का सारी सृष्टि के सभी मनुष्यों के लिए खुला निमंत्रण है कि वे स्वेच्छा से आएं और प्रभु यीशु में पापों की क्षमा और उद्धार को पाएं।
क्या आपने उसके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है? - डेव एगनर
समस्त सृष्टि एक सिद्ध सृष्टिकर्ता की ओर इशारा करती है।
क्योंकि हम परिश्रम और यत्न इसी लिये करते हैं, कि हमारी आशा उस जीवते परमेश्वर पर है; जो सब मनुष्यों का, और निज कर के विश्वासियों का उद्धारकर्ता है। - १ तिमुथियुस ४:१०
बाइबल पाठ: भजन १४८
Psalms 148:1 याह की स्तुति करो! यहोवा की स्तुति स्वर्ग में से करो, उसकी स्तुति ऊंचे स्थानों में करो!
Psalms 148:2 हे उसके सब दूतों, उसकी स्तुति करो: हे उसकी सब सेना उसकी स्तुति कर!
Psalms 148:3 हे सूर्य और चन्द्रमा उसकी स्तुति करो, हे सब ज्योतिर्मय तारागण उसकी स्तुति करो!
Psalms 148:4 हे सब से ऊंचे आकाश, और हे आकाश के ऊपर वाले जल, तुम दोनों उसकी स्तुति करो।
Psalms 148:5 वे यहोवा के नाम की स्तुति करें, क्योंकि उसी ने आज्ञा दी और ये सिरजे गए।
Psalms 148:6 और उसने उन को सदा सर्वदा के लिये स्थिर किया है; और ऐसी विधि ठहराई है, जो टलने की नहीं।
Psalms 148:7 पृथ्वी में से यहोवा की स्तुति करो, हे मगरमच्छों और गहिरे सागर,
Psalms 148:8 हे अग्नि और ओलों, हे हिम और कुहरे, हे उसका वचन मानने वाली प्रचण्ड बयार!
Psalms 148:9 हे पहाड़ों और सब टीलों, हे फलदाई वृक्षों और सब देवदारों!
Psalms 148:10 हे वन-पशुओं और सब घरैलू पशुओं, हे रेंगने वाले जन्तुओं और हे पक्षियों!
Psalms 148:11 हे पृथ्वी के राजाओं, और राज्य राज्य के सब लोगों, हे हाकिमों और पृथ्वी के सब न्यायियों!
Psalms 148:12 हे जवानों और कुमारियों, हे पुरनियों और बालकों!
Psalms 148:13 यहोवा के नाम की स्तुति करो, क्योंकि केवल उसकी का नाम महान है; उसका ऐश्वर्य पृथ्वी और आकाश के ऊपर है।
Psalms 148:14 और उसने अपनी प्रजा के लिये एक सींग ऊंचा किया है; यह उसके सब भक्तों के लिये अर्थात इस्राएलियों के लिये और उसके समीप रहने वाली प्रजा के लिये स्तुति करने का विषय है। याह की स्तुति करो।
एक साल में बाइबल:
- गिनती ७-८
- मरकुस ४:२१-४१