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शनिवार, 28 नवंबर 2015

आशीष


   अपनी पुस्तक Daring to Draw Near में लेखक डॉ. जौन व्हाईट लिखते हैं कि बहुत साल पहले परमेश्वर ने उनके लिए संभव किया कि वे अनेक सुविधाओं से युक्त एक सुन्दर और आलीशान घर ले सकें। उस घर को लेकर उनके भावनाएं नाट्कीय रूप से बदलती रहीं।

   जब वे अपने आप को स्मरण दिलाते कि वह घर उन्हें परमेश्वर ने भेंट किया है तो वे आनन्द और धन्यवाद से भर जाते। किंतु जब वे अपने घर की तुलना अन्य मित्रों के घर से करते तो उन्हें गर्व होता कि उनका घर कितना आलीशान है परन्तु साथ ही उनका आनन्द भी जाता रहता। घर की भव्यता पर ध्यान देने से उन्हें वह एक बोझ लगने लगता क्योंकि तब उन्हें वह बड़ा आलीशान स्थान घर नहीं वरन ढेर सारी दीवारें, बगीचे, पेड़-पौधे और बाड़े दिखाई देना लगता जिसकी देख-रेख तथा रख-रखाव में उन्हें निरंतर लगे रहना पड़ता था। अपने इन अनुभवों को लेकर व्हाईट ने कहा, "जब भी घमण्ड मेरी नज़रों को धुंधला और मेरे मन को बोझिल कर देता, कृतज्ञता मेरे बोझ को हलका कर देती और मेरी दृष्टि को स्पष्ट कर देती।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में सभोपदेशक की पुस्तक के लेखक ने भी जीवन में प्रत्येक भौतिक वस्तु का आनन्द ले पाने में परमेश्वर की उपस्थिति को अनुभव किया। लेखक ने पहिचाना कि अपने परिश्रम के फल को आनन्द के साथ भोग पाना, यहाँ तक कि उसे उन फलों का प्राप्त होना और उनसे आनन्दित हो सकना, सब परमेश्वर ही से था (सभोपदेशक 5:18-19)।

   हमारे जीवन के आरंभ से लेकर अन्त तक, समस्त जीवन परमेश्वर के अनुग्रह से हमें मिलती रहने वाली अविरल भेंट है। यदि हम हर बात के लिए और सदा यह स्मरण रखें कि अपने आप में हम किसी भी चीज़ को पाने के योग्य नहीं हैं और परमेश्वर किसी बात को हमें देने के लिए कभी भी बाध्य या हमारा ऋणी नहीं है, लेकिन फिर भी वह अनुग्रह और अनुकंपा में होकर हम पर अपनी आशीषें और भेंटें न्योछावर करता है तो फिर हम कभी ना तो अपनी आशीषों को लेकर स्वार्थी होंगे और ना ही उनका आनन्द लेने में दोषी अनुभव करेंगे।

   हमारी सभी आशीषें, वे चाहे आत्मिक हों या पार्थिव, सब हमारे अनुग्रहकारी दयालु परमेश्वर पिता से हैं, उनका सदुपयोग उसकी महिमा और हमारी उन्नति करेगा। - डेनिस जे. डीहॉन


परमेश्वर जो हमें इतना कुछ देता है, एक और बात भी देता है - एक कृतज्ञ मन। - हर्बर्ट

क्योंकि हर एक अच्छा वरदान और हर एक उत्तम दान ऊपर ही से है, और ज्योतियों के पिता की ओर से मिलता है, जिस में न तो कोई परिवर्तन हो सकता है, ओर न अदल बदल के कारण उस पर छाया पड़ती है। - याकूब 1:17

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 5:13-20
Ecclesiastes 5:13 मैं ने धरती पर एक बड़ी बुरी बला देखी है; अर्थात वह धन जिसे उसके मालिक ने अपनी ही हानि के लिये रखा हो, 
Ecclesiastes 5:14 और वह किसी बुरे काम में उड़ जाता है; और उसके घर में बेटा उत्पन्न होता है परन्तु उसके हाथ मे कुछ नहीं रहता। 
Ecclesiastes 5:15 जैसा वह मां के पेट से निकला वैसा ही लौट जाएगा; नंगा ही, जैसा आया था, और अपने परिश्रम के बदले कुछ भी न पाएगा जिसे वह अपने हाथ में ले जा सके। 
Ecclesiastes 5:16 यह भी एक बड़ी बला है कि जैसा वह आया, ठीक वैसा ही वह जाएगा; उसे उस व्यर्थ परिश्रम से और क्या लाभ है? 
Ecclesiastes 5:17 केवल इसके कि उसने जीवन भर बेचैनी से भोजन किया, और बहुत ही दु:खित और रोगी रहा और क्रोध भी करता रहा? 
Ecclesiastes 5:18 सुन, जो भली बात मैं ने देखी है, वरन जो उचित है, वह यह कि मनुष्य खाए और पीए और अपने परिश्रम से जो वह धरती पर करता है, अपनी सारी आयु भर जो परमेश्वर ने उसे दी है, सुखी रहे: क्योंकि उसका भाग यही है। 
Ecclesiastes 5:19 वरन हर एक मनुष्य जिसे परमेश्वर ने धन सम्पत्ति दी हो, और उन से आनन्द भोगने और उस में से अपना भाग लेने और परिश्रम करते हुए आनन्द करने को शक्ति भी दी हो- यह परमेश्वर का वरदान है। 
Ecclesiastes 5:20 इस जीवन के दिन उसे बहुत स्मरण न रहेंगे, क्योंकि परमेश्वर उसकी सुन सुनकर उसके मन को आनन्दमय रखता है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 33-34
  • 1पतरस 5