अपनी पुस्तक Dare to Believe में डैन बौमैन अपने जीवन का एक रोचक अनुभव बताते हैं जो इस बात को समझने में सहायता करता है कि जिस वस्तु के लिए हम जानते हैं कि वह हमारी है, उसे प्राप्त करने और उसका और भी भरपूरी से आनन्द लेने की लालसा कैसी होती है। उन्होंने लिखा कि हर वर्ष क्रिसमस के समय वह क्रिसमस के दिन मिलने वाली भेंटों के बारे में जानने के लिए अपने घर में बहुत ताक-झांक किया करते थे। एक वर्ष उन्हें अपने नाम का लेबल लगी एक बन्धी हुई भेंट दिखाई दी, क्योंकि उनकी माँ उसे भली-भाँति लपेट कर छिपा नहीं सकी थीं, इसलिए डैन ने उस भेंट को टटोल कर पहचान लिया कि वह क्या थी - गोल्फ खेलने के बल्ले। डैन ने लिखा: "जब माँ घर पर नहीं होतीं तो मैं जा कर उस पैकिट को टटोलता, हिलाता और मुद्राएं बनाता जैसे मैं गोल्फ खेलने के मैदान पर हूं और गोल्फ खेल रहा हूँ। जो बात मैं कहना चाह रहा हूँ वह यह है कि उस पैकिट पर मेरा नाम लिखा था, वह मेरे लिये था, मैं यह भी जानता था कि उस में क्या है, किंतु क्रिसमस के दिन तक उस पैकिट के मुझे दिये जाने और खोले जाने का इंतज़ार था जब अपनी परिपूर्णता में वह मेरा हो जाता; किंतु भविष्य में होने वाली बात के रोमाँच और आनन्द को मैं अभी से अनुभव करने लगा था और उसकी परिपूर्णता में उसे पाने की मेरी लालसा और बढ़ गई थी।"
ऐसा ही मसीही विश्वासियों के साथ है, जब वे उस अद्भुत अवर्णननीय आनन्द की प्रतीक्षा में है जो परमेश्वर ने स्वर्ग में उन के लिए तैयार कर रखा है, "परन्तु जैसा लिखा है, कि जो आंख ने नहीं देखी, और कान ने नहीं सुनी, और जो बातें मनुष्य के चित्त में नहीं चढ़ी वे ही हैं, जो परमेश्वर ने अपने प्रेम रखने वालों के लिये तैयार की हैं" (१ कुरिन्थियों २:९)। डैन बौमैन ने आगे लिखा, "तब हम महिमामय हो जाएंगे, लेकिन उस महिमा का स्वाद हम अभी से चख रहे हैं....विश्वासी जीवन की यह विशेषता उसी क्षण से आरंभ हो जाती है जिस क्षण कोई व्यक्ति मसीह यीशु में विश्वासा लाता है और मसीह के जीवन का संभागी हो जाता है। आज और अभी मसीही विश्वासी के पास अनन्त जीवन है, लेकिन अभी का यह आनन्द उस जीवन की आने वाली परिपूर्णता का थोड़ा सा पूर्व-अनुभव मात्र ही है। अभी के अनुभव तो केवल हमारी भूख को जगाने और बढ़ाने के लिए हैं, हमारे लिए मुख्य भोजन तो परमेश्वर द्वारा बाद में परोसा जाएगा।"
मसीही विश्वासियों के पास वर्तमान में ही आशा में आनन्दित रहने का भरपूर कारण है। - रिचर्ड डी हॉन
हमारे भविष्य की आशा हमें वर्तमान का आनन्द प्रदान करती है।
जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें। जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें। रोमियों ५:१, २
बाइबल पाठ: रोमियों ५:१-११
Rom 5:1 जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें।
Rom 5:2 जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें।
Rom 5:3 केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जान कर कि क्लेश से धीरज।
Rom 5:4 ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है।
Rom 5:5 और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।
Rom 5:6 क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा।
Rom 5:7 किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई मरने का भी हियाव करे।
Rom 5:8 परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।
Rom 5:9 सो जब कि हम, अब उस के लोहू के कारण धर्मी ठहरे, तो उस के द्वारा क्रोध से क्यों न बचेंगे?
Rom 5:10 क्योंकि बैरी होने की दशा में तो उस के पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ फिर मेल हो जाने पर उस के जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएंगे?
Rom 5:11 और केवल यही नहीं, परन्तु हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा जिस के द्वारा हमारा मेल हुआ है, परमेश्वर के विषय में घमण्ड भी करते हैं।
एक साल में बाइबल:
- ज़कर्याह ९-१२
- प्रकाशितवाक्य २०