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बुधवार, 15 अगस्त 2018

यादें



      मैं एक छोटे से नगर में एक होटल में रुका हुआ था, और मैंने देखा कि होटल के सामने एक चर्च में आराधना सभा हो रही है, लोग चर्च में खचाकच भरे हुए हैं, अन्दर शायद तिल रखने की भी जगह नहीं होगी, क्योंकि लोग बाहर आँगन तथा गलियारे और सड़क तक खड़े हुए थे। पास ही में मैंने शव ले जाने वाली गाड़ी भी देखी, जिससे मुझे अंदाजा हुआ कि वहाँ अंतिम संस्कार की सभा चल रही थी। उपस्थित भीड़ को देखकर मैंने अंदाजा लगाया कि किसी स्थानीय नायक का अंतिम संस्कार है, संभवतः कोई धनी व्यापारी, या कोई प्रसिद्ध व्यक्ति।

      जिज्ञासावश मैंने होटल के स्वागत डेस्क पर बैठे कर्मचारी से पूछा, “अंतिम संस्कार के लिए इतने लोगों का एकत्रित होना अद्भुत है; क्या वह इस नगर का कोई प्रसिद्ध व्यक्ति था?” उस कर्मचारी ने उत्तर दिया, “नहीं; न तो वह धनी था और न ही प्रसिद्ध; परन्तु वह एक भला मनुष्य था।”

      इससे मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन का एक पद स्मरण हो आया: “बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है, और सोने चान्दी से औरों की प्रसन्नता उत्तम है” (नीतिवचन 22:1)। हमारे लिए इस बात पर विचार करना अच्छा होगा कि हम अपने पीछे अपने परिवार, मित्रों, और पड़ौसियों के मध्य अपने विषय क्या यादें छोड़ कर जाएँगे! परमेश्वर के दृष्टिकोण से तब महत्व हमारी योग्यताओं के विवरण या हमारे एकत्रित धन का नहीं होगा, वरन उस जीवन का होगा जो हमने जिया और जिसके संदर्भ में लोग हमें तब याद करेंगे।

      जब मेरे एक मित्र का देहान्त हुआ तब उसकी पुत्री ने लिखा, “इस सँसार से एक धर्मी व्यक्ति चला गया है; और आज के सँसार के हिसाब से यह कोई छोटी बात नहीं है!” हमारा जीवन और हमारे बाद हमारी यादें ऐसी होनी चाहिएँ जो परमेश्वर को महिमा दें। - जो स्टोवैल


परमेश्वर के नाम की महिमा के लिए जीएँ और अपनी यादें छोड़ें।

धर्मी को स्मरण कर के लोग आशीर्वाद देते हैं, परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है। - नीतिवचन 10:7

बाइबल पाठ: नीतिवचन 22:1-16
Proverbs 22:1 बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है, और सोने चान्दी से औरों की प्रसन्नता उत्तम है।
Proverbs 22:2 धनी और निर्धन दोनों एक दूसरे से मिलते हैं; यहोवा उन दोनों का कर्त्ता है।
Proverbs 22:3 चतुर मनुष्य विपत्ति को आते देख कर छिप जाता है; परन्तु भोले लोग आगे बढ़ कर दण्ड भोगते हैं।
Proverbs 22:4 नम्रता और यहोवा के भय मानने का फल धन, महिमा और जीवन होता है।
Proverbs 22:5 टेढ़े मनुष्य के मार्ग में कांटे और फन्दे रहते हैं; परन्तु जो अपने प्राणों की रक्षा करता, वह उन से दूर रहता है।
Proverbs 22:6 लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिस में उसको चलना चाहिये, और वह बुढ़ापे में भी उस से न हटेगा।
Proverbs 22:7 धनी, निर्धन लोगों पर प्रभुता करता है, और उधार लेने वाला उधार देने वाले का दास होता है।
Proverbs 22:8 जो कुटिलता का बीज बोता है, वह अनर्थ ही काटेगा, और उसके रोष का सोंटा टूटेगा।
Proverbs 22:9 दया करने वाले पर आशीष फलती है, क्योंकि वह कंगाल को अपनी रोटी में से देता है।
Proverbs 22:10 ठट्ठा करने वाले को निकाल दे, तब झगड़ा मिट जाएगा, और वाद-विवाद और अपमान दोनों टूट जाएंगे।
Proverbs 22:11 जो मन की शुद्धता से प्रीति रखता है, और जिसके वचन मनोहर होते हैं, राजा उसका मित्र होता है।
Proverbs 22:12 यहोवा ज्ञानी पर दृष्टि कर के, उसकी रक्षा करता है, परन्तु विश्वासघाती की बातें उलट देता है।
Proverbs 22:13 आलसी कहता है, बाहर तो सिंह होगा! मैं चौक के बीच घात किया जाऊंगा।
Proverbs 22:14 पराई स्त्रियों का मुंह गहिरा गड़हा है; जिस से यहोवा क्रोधित होता, वही उस में गिरता है।
Proverbs 22:15 लड़के के मन में मूढ़ता की गाँठ बन्धी रहती है, परन्तु छड़ी की ताड़ना के द्वारा वह उस से दूर की जाती है।
Proverbs 22:16 जो अपने लाभ के निमित्त कंगाल पर अन्धेर करता है, और जो धनी को भेंट देता, वे दोनों केवल हानि ही उठाते हैं।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 91-93
  • रोमियों 15:1-13