मेरे
पड़ौस के एक घर में से आग्रह से भरी हुई आवाज़ आई, “तुम्हें मेरी बात को सुनना चाहिए; मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूँ!” एक बड़ा भाई, अपने छोटे भाई को, जो उससे दूर होता जा रहा था, समझा रहा था। वह ऐसा इसलिए कर रहा था क्योंकि वह परिस्थिति का आंकलन छोटे
भाई से अधिक भली रीति से कर पा रहा था, और समझ रहा था कि क्या करना अधिक अच्छा
रहेगा।
हम
में से कितनों ने अपने भाई या बहन के बुद्धिमानी से दिए गए परामर्श का तिरस्कार
किया है? यदि आपको किसी के द्वारा
दिए गए बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श की अवहेलना करने के कटु परिणामों को भुगतना पड़ा
है, तो आप इस बात में अकेले नहीं
हैं।
प्रभु
यीशु मसीह के विश्वासी होने के नाते जो महान प्रावधान हमें उपलब्ध करे गए हैं
उनमें से एक है हमारा मसीही विश्वासियों के परिवार का एक सदस्य होना – प्रभु यीशु
मसीह में लाए गए समान विश्वास के कारण एक दूसरे के साथ आत्मिक रीति से संबंधित
होना। हमारे इस आत्मिक परिवार में परिपक्व और अनुभवी पुरुष और स्त्रियाँ भी हैं,
जो परमेश्वर से प्रेम करते हैं, और
उसके परिवार के अन्य सदस्यों से भी। मेरे पड़ौस के उस छोटे भाई के समान, कभी-कभी हमें भी चेतावनी या सुधार के कुछ
शब्दों की आवश्यकता होती है जिससे कि हम वापस सही मार्ग पा आ सकें। ऐसा तब और भी
आवश्यक होता है जब या तो हमने किसी को आहत किया हो, या किसी ने हमें आहत किया हो। वह जो सही है उसे करना कठिन हो सकता है।
किन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने हमें सिखाया है कि जब हमारे
आत्मिक परिवार में एक दूसरे से ठोकर लगे तो किस प्रकार व्यवहार करना चाहिए (मत्ती
18:15-20)।
हमें
अपने परमेश्वर पिता का आभारी होना चाहिए कि वह हमारे जीवनों में ऐसे लोगों को रखता
है जो हमारी सहायता करने, हमें उभारने, और अपने प्रभु परमेश्वर की महिमा के लिए सही जीवन जीने, उसे आदर देने में
हमारी सहायता करने को तैयार रहते हैं। और जब हम उनकी सुनते हैं, तो हमारे मसीही परिवार में भला होता है (पद 15)।
- आर्थर जैक्सन
जब हम परिपक्व मसीही विश्वासियों की सुनते
हैं, तो बुद्धिमत्ता उन्नत होती है।
तो वह यह जान ले, कि जो कोई किसी भटके हुए पापी को फेर लाएगा, वह एक प्राण को मृत्यु से बचाएगा, और अनेक पापों पर परदा डालेगा। - याकूब 5:20
बाइबल पाठ: मत्ती 18:15-20
मत्ती 18:15 यदि तेरा भाई तेरा अपराध करे, तो जा और अकेले में बातचीत कर के उसे समझा; यदि वह तेरी सुने तो तू ने अपने भाई को पा लिया।
मत्ती 18:16 और यदि वह न सुने, तो और एक
दो जन को अपने साथ ले जा, कि हर एक बात
दो या तीन गवाहों के मुंह से ठहराई जाए।
मत्ती 18:17 यदि वह उन की भी न माने, तो
कलीसिया से कह दे, परन्तु यदि वह कलीसिया
की भी न माने, तो तू उसे अन्य जाति और
महसूल लेने वाले के ऐसा जान।
मत्ती 18:18 मैं तुम से सच कहता हूं, जो
कुछ तुम पृथ्वी पर बान्धोगे, वह स्वर्ग
में बन्धेगा और जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुलेगा।
मत्ती 18:19 फिर मैं तुम से कहता हूं, यदि
तुम में से दो जन पृथ्वी पर किसी बात के लिये जिसे वे मांगें, एक मन के हों, तो वह मेरे पिता की ओर से स्वर्ग में है उन के लिये हो जाएगी।
मत्ती 18:20 क्योंकि जहां दो या तीन मेरे नाम पर इकट्ठे होते हैं वहां मैं उन के बीच में
होता हूं।
एक साल में बाइबल:
- श्रेष्ठगीत 1-3
- गलातियों 2