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शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2019

सामना



      सदियों से युद्ध और लड़ाईयाँ झेल रहे यरूशलेम शहर का वर्तमान आधुनिक भाग, उसके अपने ही मलबे पर बना हुआ है। जब हम पारिवारिक भ्रमण पर यरूशलेम गए हुए थे , तो हम ‘विया डोलोरोसा’ अर्थात पीड़ा के मार्ग पर से भी होकर चले, जिसके लिए कहा जाता है कि प्रभु यीशु मसीह अपने क्रूस को उठाए हुए, अपने बलिदान के लिए इसी मार्ग से होकर गए थे। हमारे भ्रमण का वह दिन बहुत गर्म था, इसलिए हम विश्राम के लिए रुके और वहाँ स्थित एक मठ के ठन्डे निचले भाग में गए। वहाँ मैं मार्ग पर लगाए जाने वाले पुराने पत्थरों को देखकर विचलित हुआ, जिन्हें अभी हाल ही में खुदाई करके निकाला गया था। उन पत्थरों में से कुछ पर रोमी सैनिकों द्वारा खेले जाने वाले खेल खुदे हुए थे।

      उन पत्थरों ने, चाहे वे प्रभु यीशु के समय के बाद रहे होंगे, मुझे उस समय अपने आत्मिक जीवन के बारे में विचार करने पर बाध्य किया। जैसे कोई ऊबा हुआ रोमी सैनिक, अपना समय बिताने के लिए पत्थरों से खेलता था, मैं भी उस समय में औरों तथा परमेश्वर के प्रति उदासीन और लापरवाह हो गया था, और उसके प्रति महज़ औपचारिकता सी निभा रहा था। मैं इस बात का एहसास करके, कि जहाँ मैं खड़ा था वहाँ और उसके पास के स्थानों पर प्रभु यीशु को मारा गया, उसका उपहास किया गया, उसे अपमानित किया गया, और उसे गालियाँ दी गईं; और उसने यह सब इसलिए सह लिया जिससे वह मेरी सभी असफलताओं और परमेश्वर के विरुद्ध किए गए कार्यों के निवारण का मार्ग बना कर दे सके, बहुत द्रवित हुआ।

      परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं” (यशायाह 53:5)।

      उन पत्थरों से हुआ मेरा सामना आज भी मुझ से प्रभु यीशु के अनुग्रह के बारे में, जो मेरे सभी पापों से कहीं अधिक बढ़कर है, बातें करता है; मेरे प्रति उसके महान अवर्णनीय प्रेम को स्मरण करवाता है। - डेविड मैक्कैस्लैंड

हमारे पाप बहुत अधिक हैं; परमेश्वर का प्रेम और अनुग्रह उनसे भी कहीं अधिक है।

क्योंकि बैरी होने की दशा में तो उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएंगे? – रोमियों 5:10

बाइबल पाठ: यशायाह 53:1-6
Isaiah 53:1 जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
Isaiah 53:2 क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर के समान, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।
Isaiah 53:3 वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दु:खी पुरूष था, रोग से उसकी जान पहिचान थी; और लोग उस से मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और, हम ने उसका मूल्य न जाना।
Isaiah 53:4 निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा।
Isaiah 53:5 परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं।
Isaiah 53:6 हम तो सब के सब भेड़ों के समान भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 53-55
  • 2 थिस्सलुनीकियों 1