ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

सोमवार, 27 जुलाई 2020

देना


     प्रति वर्ष, हमारे विवाह की वर्षगाँठ पर मेरे पति, ऐलन, मुझे फूलों का एक बड़ा गुलदस्ता भेंट करते हैं। जब कंपनी के पुनःसंगठित करने के समय में उनकी नौकरी जाती रही, तो मुझे आशा नहीं थी कि प्रेम की यह महंगी अभिव्यक्ति ज़ारी राखी जा सकेगी। परन्तु उस वर्ष भी, हमारे विवाह की वर्ष गाँठ पर मुझे फूलों का बड़ा सा गुलदस्ता हमारे खाने की मेज़ पर सजा हुआ मिला। क्योंकि ऐलन को यह करना पसंद था, और यह उसके लिए बहुमूल्य था, इसलिए ऐलन हर महीने कुछ पैसा बचा कर रखते थे, जिससे समय आने पर वह अपने प्रेम को दिखा सकें।

     मेरे पति द्वारा योजनाबद्ध रीति से की गई यह बहुतायत की उदारता, परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस द्वारा कोरिन्थ के मसीही विश्वासियों को कही गई बात के समान है। पौलुस ने कोरिन्थ की मसीही मण्डली की, उनके द्वारा स्वेच्छा और उत्साह के साथ दी गई भेंट के लिए सराहना की (2 कुरिन्थियों 9:2, 5), और उन्हें यह कहकर प्रोत्साहित किया कि परमेश्वर उदारता और प्रसन्नता के साथ देने वालों से आनन्दित होता है (पद 6-7)। यह अपेक्षित भी है क्योंकि हमारे प्रेमी स्वर्गीय पिता से बढ़कर कोई नहीं दे सकता है, और वह हमारी प्रत्येक आवश्यकता की पूर्ति के लिए तैयार रहता है (पद 8-10)।

     हम हर प्रकार के देने और एक-दूसरे की देखभाल करने में उदार हो सकते हैं, क्योंकि हमारा प्रभु हमारी सभी भौतिक, आत्मिक, और भावनात्मक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है (पद 11)। जब हम देते हैं तो हम परमेश्वर के प्रति अपनी कृतज्ञता भी व्यक्त कर सकते हैं, उस सब के लिए जो परमेश्वर ने हमें दिया है। हम औरों को भी प्रोत्साहित कर सकते हैं कि वे भी उसमें से जो परमेश्वर ने उन्हें दिया है उदारता से दें और प्रभु की आराधना करें (पद 12-13)।

     खुले हाथों से देना, प्रेम और कृतज्ञता की उदार अभिव्यक्ति, परमेश्वर में हमारे भरोसे को व्यक्त करता है कि वह अपने लोगों की सभी आवश्यकताओं का प्रावधान करता है, उनकी आवश्यकता के अनुसार देता है। - होकिटिल डिक्सन

 

उदारता से देना परमेश्वर के प्रावधानों में विश्वास का चिह्न है।

 

जिनका भला करना चाहिये, यदि तुझ में शक्ति रहे, तो उनका भला करने से न रुकना। यदि तेरे पास देने को कुछ हो, तो अपने पड़ोसी से न कहना कि जा कल फिर आना, कल मैं तुझे दूंगा। - नीतिवचन 3:27-28

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 9:6-15

2कुरिन्थियों 9:6 परन्तु बात तो यह है, कि जो थोड़ा बोता है वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।

2कुरिन्थियों 9:7 हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे न कुढ़ कुढ़ के, और न दबाव से, क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है।

2कुरिन्थियों 9:8 और परमेश्वर सब प्रकार का अनुग्रह तुम्हें बहुतायत से दे सकता है जिस से हर बात में और हर समय, सब कुछ, जो तुम्हें आवश्यक हो, तुम्हारे पास रहे, और हर एक भले काम के लिये तुम्हारे पास बहुत कुछ हो।

2कुरिन्थियों 9:9 जैसा लिखा है, उसने बिथराया, उसने कंगालों को दान दिया, उसका धर्म सदा बना रहेगा।

2कुरिन्थियों 9:10 सो जो बोने वाले को बीज, और भोजन के लिये रोटी देता है वह तुम्हें बीज देगा, और उसे फलवन्त करेगा; और तुम्हारे धर्म के फलों को बढ़ाएगा।

2कुरिन्थियों 9:11 कि तुम हर बात में सब प्रकार की उदारता के लिये जो हमारे द्वारा परमेश्वर का धन्यवाद करवाती है, धनवान किए जाओ।

2कुरिन्थियों 9:12 क्योंकि इस सेवा के पूरा करने से, न केवल पवित्र लोगों की घटियां पूरी होती हैं, परन्तु लोगों की ओर से परमेश्वर का बहुत धन्यवाद होता है।

2कुरिन्थियों 9:13 क्योंकि इस सेवा से प्रमाण ले कर वे परमेश्वर की महिमा प्रगट करते हैं, कि तुम मसीह के सुसमाचार को मान कर उसके आधीन रहते हो, और उन की, और सब की सहायता करने में उदारता प्रगट करते रहते हो।

2कुरिन्थियों 9:14 ओर वे तुम्हारे लिये प्रार्थना करते हैं; और इसलिये कि तुम पर परमेश्वर का बड़ा ही अनुग्रह है, तुम्हारी लालसा करते रहते हैं।

2कुरिन्थियों 9:15 परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो।

 

एक साल में बाइबल: 
    • भजन 40-42
    • प्रेरितों 27:1-26