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सोमवार, 3 अगस्त 2015

आतिथ्य तथा महिमा


   पिछली शरद ऋतु की बात है, एक आयोजित कार्यक्रम में हम कुछ लोग मिलकर Our Daily Bread से संबंधित सामग्री के पैकेट बना रहे थे, जब कोरीन से हमारी मुलाकात हुई। उस समय दिन चढ़ चुका था, और उसे निश्चय था कि हम प्यासे और भूखे होंगे। मैंने उस से कहा कि हम "ठीक हैं" तो उस ने उत्तर दिया, "मैं जानती हूँ कि आप सब ठीक हैं, लेकिन आपको कुछ खाने की आवश्यकता है।" कुछ ही मिनिटों में वह हमारे लिए नाश्ता और ठंडा पानी लेकर आ गई। दो दिनों के उस कार्यक्रम में, कोरीन बार बार यह सुनिश्चित करती रही कि हम ठीक हैं कि नहीं, हमारे लिए नाश्ते और पानी का प्रबंध करती रही, और हमारे द्वारा हो रहे कूड़े का निपटारा करती रही। एक समय मैंने उसे धन्यवाद देते हुए कहा, "कोरीन; आप में आतिथ्य का वरदान है!" उसने नज़रें नीचे रखकर उत्तर दिया, "मैं यह नहीं जानती; आप मनन के लिए लेख लिखती रहिए, मैं सफाई करती रहूँगी और परमेश्वर की महिमा होती रहेगी।"

   कोरीन की इच्छा है कि लोगों की सहायता कर के वह परमेश्वर की महिमा करे। इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उस में आतिथ्य का वरदान है, और वह उस वरदान का भली भांति प्रयोग भी करती है। परमेश्वर ने अपने सभी बच्चों, अर्थात हम मसीही विश्वासियों को अपने अनुग्रह में कुछ ना कुछ गुण या योग्यताएं दी हैं, जिनके द्वारा वह चाहता है कि हम औरों की सेवा करें, सहायता करें और परमेश्वर को हम में होकर उन लोगों के जीवनों में कार्य करने का अवसर प्राप्त हो सके। आप इन गुणों, योग्यताओं, वरदानों की सूचि परमेश्वर के वचन बाइबल में विभिन्न स्थानों पर देख सकते हैं: रोमियों 12:4-13; 1 कुरिन्थियों 12:27-31; इफीसियों 4:7-11; 1 पतरस 4:9-11।

   परमेश्वर ने हमें ये सब इसलिए दिए हैं "...जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो..." (1 पतरस 4:11)। अपने जीवनों के द्वारा अपने परमेश्वर पिता को महिमा और आदर देना, उसके प्रेम, अनुग्रह, दया और करुणा को सब पर प्रकट करना हम सभी मसीही विश्वासियों का कर्तव्य और ज़िम्मेदारी है। - ऐनी सेटास


आप अपनी तरह के एकमात्र हैं - आपको परमेश्वर की ऐसी महिमा करने के लिए बनाया गया है जैसी कोई दूसरा नहीं कर सकता।

पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्‍वर्गदूतों की पहुनाई की है। - इब्रानियों 13:2 

बाइबल पाठ: 1 पतरस 4:7-11
1 Peter 4:7 सब बातों का अन्‍त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी हो कर प्रार्थना के लिये सचेत रहो। 
1 Peter 4:8 और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है। 
1 Peter 4:9 बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे की पहुनाई करो। 
1 Peter 4:10 जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्‍डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए। 
1 Peter 4:11 यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 63-65
  • रोमियों 6