फिल्म Amazing Grace (अद्भुत अनुग्रह) सन 1700 के अन्त के समय पर आधारित है। इसमें विलियम विल्बरफ़ोर्स नामक एक राजनितिज्ञ की कहानी है, जिसने मसीह यीशु में लाए गए अपने विश्वास के कारण अपना धन और सामर्थ्य इंगलैंड से दास प्रथा एवं व्यापार के उन्मूलन में लगा दिया। इस फिल्म के एक दृश्य में विल्बरफ़ोर्स का रसोइया उसे प्रार्थना करते हुए पाता है, और उससे पूछता है, "साहेब, लगता है कि आपने परमेश्वर को पा लिया है?" विल्बरफ़ोर्स उसे उत्तर देता है, "मुझे तो लगता है कि उसने मुझे ढूँढ़ लिया है।"
परमेश्वर का वचन बाइबल मानव जाति को पाप और स्वेच्छा में भटकी हुई भेड़ के समान दिखाती है। बाइबल में लिखा है, "हम तो सब के सब भेड़ों के समान भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी[प्रभु यीशु] पर लाद दिया" (यशायाह 53:6)। यह पाप में भटकना और स्वेच्छानुसार जीवन व्यतीत करना हमारे अन्दर इतनी गहराई से बसा हुआ है कि परिणामस्वरूप हमारी दशा के बारे में प्रेरित पौलुस लिखता है, "जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। कोई समझदार नहीं, कोई परमेश्वर का खोजने वाला नहीं। सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्मे बन गए, कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं" (रोमियों 3:10-12)।
इसीलिए प्रभु यीशु संसार में मानव रूप धारण कर के आए। हम अपने आप में परमेश्वर को ढूँढ़ कर कभी पा नहीं सकते थे; परन्तु परमेश्वर ने हमें ढूँढ़कर, हमें पापों से छुड़ाने और परमेश्वर के साथ हमारा मेल-मिलाप करवाने के लिए प्रभु यीशु को संसार में भेजा। प्रभु यीशु ने अपने आने के उद्देश्य के बारे में कहा, "क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है" (लूका 19:10)। विल्बरफ़ोर्स बिलकुल सही थे जब उन्होंने कहा कि ’उसने मुझे ढूँढ़ लिया है’ क्योंकि प्रभु यीशु आए ही इसी लिए थे। प्रभु यीशु का संसार में आना, निष्पाप तथा निष्कलंक जीवन बिताने के बाद भी समस्त संसार के सभी पापों को अपने ऊपर लिए हुए, अपना जीवन बलिदान करना और फिर तीसरे दिन मृतकों में से जी उठना, और सब पश्चाताप तथा विश्वास करने वालों को पाप क्षमा तथा अनन्त जीवन का आश्वासन देना, हमारे सृष्टिकर्ता परमेश्वर का हमारे प्रति प्रेम और देखरेख को दिखाता है।
संसार के इतिहास में अन्य सभी में मनुष्य अनेकों प्रयासों तथा विधियों से परमेश्वर को ढूँढ़ने और पाने का प्रयास करते हैं; केवल मसीही विश्वास ही है जहाँ स्वयं परमेश्वर मनुष्य को ढूँढ़ने और पाने के लिए आया और इसके लिए अपना बलिदान भी कर दिया। वह आपको भी पाना चाहता है, क्या आप उसे यह अवसर प्रदान करेंगे?। - बिल क्राउडर
मेरे जीवन की संक्षिप्त कहानी: पहले खोया हुआ था;
अब पाया हुआ हूँ; इसके लिए अनन्त तक कृतज्ञ रहूँगा।
यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है, कि मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिये जगत में आया, जिन में सब से बड़ा मैं हूं। - 1 तिमुथियुस 1:15
बाइबल पाठ: लूका 19:1-10
Luke 19:1 वह यरीहो में प्रवेश कर के जा रहा था।
Luke 19:2 और देखो, ज़क्कई नाम एक मनुष्य था जो चुंगी लेने वालों का सरदार और धनी था।
Luke 19:3 वह यीशु को देखना चाहता था कि वह कौन सा है परन्तु भीड़ के कारण देख न सकता था। क्योंकि वह नाटा था।
Luke 19:4 तब उसको देखने के लिये वह आगे दौड़कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से जाने वाला था।
Luke 19:5 जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।
Luke 19:6 वह तुरन्त उतर कर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया।
Luke 19:7 यह देख कर सब लोगे कुड़कुड़ा कर कहने लगे, वह तो एक पापी मनुष्य के यहां जा उतरा है।
Luke 19:8 ज़क्कई ने खड़े हो कर प्रभु से कहा; हे प्रभु, देख मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूं, और यदि किसी का कुछ भी अन्याय कर के ले लिया है तो उसे चौगुना फेर देता हूं।
Luke 19:9 तब यीशु ने उस से कहा; आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है।
Luke 19:10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 54-56
- रोमियों 3