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शनिवार, 13 सितंबर 2014

अकेले


   मई 20-21, 1927 वायु यान द्वारा उड़ान के इतिहास में एक ’मील का पत्थर’ है। इसी दिन चार्ल्स लिंडरबर्घ ने प्रशान्त महासागर को अपने वायुयान की उड़ान द्वारा अकेले ही पार किया था। इससे पहले और भी उड़ाने थीं जो प्रशान्त महासागर के एक से दूसरे छोर तक हुईं थीं, लेकिन चार्ल्स लिंडरबर्घ की वह उड़ान इसलिए अनूठी थी क्योंकि उन्होंने अकेले ही ऐसा किया था; यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। जब लिंडरबर्घ फ्रांस में पैरिस के हवाई अड्डे पर उतरे तो हज़ारों की भीड़ ने उनका स्वागत किया, उनकी सफलता की सराहना करी। जब वे वापस अमेरिका लौटे तो वहाँ भी उनका भव्य स्वागत हुआ, उनके व्यक्तिगत साहस तथा उनकी उपलब्धि के लिए उन्हें पुरस्कार दिए गए, उनके लिए जलूस निकाले गए।

   इसमें कोई दो राय नहीं कि चार्ल्स लिंडरबर्घ यह कारनामा वास्तव में जोखिम भरा और साहसी था, लेकिन आज हमारे लिए पाप से भरे इस संसार में सुरक्षित बने रहना उससे भी अधिक खतरनाक हो सकता है। लेकिन मसीही विश्वासियों को इस बात को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, वे आश्वस्त और प्रोत्साहित रह सकते हैं कि उन्हें अपने जीवन में कभी अकेले रहना तथा अपनी ही सामर्थ से खतरों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अपने क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए पकड़वाए जाने से पहले प्रभु यीशु ने अपने चेलों को आश्वस्त किया कि वे उन्हें अकेला कदापि नहीं छोड़ेंगे, वे अपनी पवित्र आत्मा को चेलों के साथ तथा चेलों में निवास करने को भेजेंगे (यूहन्ना 14:16-17)। बाद में प्रेरित पौलुस ने इस बात की पुष्टि करते हुए अपनी पत्री में लिखा, "क्या तुम नहीं जानते, कि तुम परमेश्वर का मन्दिर हो, और परमेश्वर का आत्मा तुम में वास करता है?" (1 कुरिन्थियों 3:16)।

   परेशानी और निराशा से भरे इस संसार में हम मसीही विश्वासी इस बात से साहस प्राप्त कर सकते हैं कि परमेश्वर का पवित्र आत्मा सदा ही हम में और हमारे साथ बना रहता है, अपनी शान्ति तथा ढाढ़स हमें देता रहता है (यूहन्ना 14:26-27)। यदि आप ने प्रभु यीशु से पाप क्षमा माँग कर उसे अपना उद्धारकर्ता माना है, अपना जीवन उसे समर्पित किया है, तो निश्चिंत रहिए; जीवन की किसी भी परिस्थिति में, किसी भी समय, आप कभी अकेले नहीं होंगे, परमेश्वर पवित्र आत्मा आपके साथ तथा आप में सदा बना रहेगा, आपको संभाले रहेगा, आपको मार्गदर्शन, शांति और सांत्वना देता रहेगा। - बिल क्राउडर


हम मसीही विश्वासियों के अन्दर बसने वाला पवित्र आत्मा इस बात की निश्चितता है कि हम कभी अकेले नहीं हैं।

क्या तुम नहीं जानते, कि तुम्हारी देह पवित्रात्मा का मन्दिर है; जो तुम में बसा हुआ है और तुम्हें परमेश्वर की ओर से मिला है, और तुम अपने नहीं हो? - 1 कुरिन्थियों 6:19

बाइबल पाठ: यूहन्ना 14:15-27
John 14:15 यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे। 
John 14:16 और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। 
John 14:17 अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा। 
John 14:18 मैं तुम्हें अनाथ न छोडूंगा, मैं तुम्हारे पास आता हूं। 
John 14:19 और थोड़ी देर रह गई है कि फिर संसार मुझे न देखेगा, परन्तु तुम मुझे देखोगे, इसलिये कि मैं जीवित हूं, तुम भी जीवित रहोगे। 
John 14:20 उस दिन तुम जानोगे, कि मैं अपने पिता में हूं, और तुम मुझ में, और मैं तुम में। 
John 14:21 जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा। 
John 14:22 उस यहूदा ने जो इस्करियोती न था, उस से कहा, हे प्रभु, क्या हुआ की तू अपने आप को हम पर प्रगट किया चाहता है, और संसार पर नहीं। 
John 14:23 यीशु ने उसको उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे। 
John 14:24 जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तुम सुनते हो, वह मेरा नहीं वरन पिता का है, जिसने मुझे भेजा।
John 14:25 ये बातें मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम से कहीं। 
John 14:26 परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा। 
John 14:27 मैं तुम्हें शान्‍ति दिए जाता हूं, अपनी शान्‍ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 31-33