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रविवार, 20 जनवरी 2013

भय एवं प्रेम


   एक कर्मचारी ने दो अधिकारियों से संबंधित अपना विशलेषण मेरे साथ बांटा। एक अधिकारी से उसके आधीनस्थ कर्मचारी प्रेम तो करते हैं परन्तु उस का भय नहीं रखते और इस कारण उसके अधिकार का आदर नहीं करते और उसके निर्देशों को अन्देखा करते रहते हैं। दूसरे अधिकारी के प्रति उन कर्मचारियों के मन में प्रेम भी है और भय भी और उसके प्रति उनका व्यवहार और आज्ञाकारिता इस बात को दिखाती है।

   परमेश्वर भी चाहता है कि उसके लोग उसका भय भी मानें और उससे प्रेम भी रखें। आज का बाइबल पाठ परमेश्वर की इसी मनसा को दिखाता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में व्यवस्थाविवरण १०:१२ में परमेश्वर ने कहा: "और अब, हे इस्राएल, तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से इसके सिवाय और क्या चाहता है, कि तू अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें, और उसके सारे मार्गों पर चले, उस से प्रेम रखे, और अपने पूरे मन और अपने सारे प्राण से उसकी सेवा करे" - परमेश्वर के लोग उसका भय भी मानें और उससे प्रेम भी रखें, अपने सारे मन और प्राण से।

   एक मसीही विश्वासी के लिए इसका अर्थ परमेश्वर से या उसके व्यकतित्व से आतंकित रहना नहीं वरन परमेश्वर का भय मानने से तात्पर्य है उसे संपूर्ण तन-मन से, पूरी श्रद्धा, आदर और सत्कार देना; उसके मार्गों पर चलना और उसकी आज्ञाकारिता में बने रहना। और परमेश्वर से प्रेम रखने का तात्पर्य है कि अपने सच्चे और समर्पित सारे मन और सामर्थ से उसकी सेवा करना, ना कि किसी मजबूरी अथवा कर्तव्य पालन के विचार के अन्तर्गत।

   जो निस्वार्थ और खरा प्रेम परमेश्वर ने पहले हो कर हम से किया, वही हमें उसके प्रति सच्चा प्रेम रखने और कृतज्ञ होने को प्रेरित करता है, ना कि उसके प्रति हमारी कोई पसन्द अथवा कुछ प्राप्ति की इच्छा : "हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया" (१ यूहन्ना ४:१९)। परमेश्वर के प्रति हमारा यही भय और प्रेम हमें उसके नियमों पर चलने और उसकी आज्ञाकारिता में रहने की भावना और सामर्थ देता है, और जिससे हम परमेश्वर द्वारा आशीशित रहते हैं। - एलबर्ट ली


यदि हम परमेश्वर का भय मानेंगे, उससे प्रेम करेंगे तो उसके आज्ञाकारी भी रहेंगे।

और अब, हे इस्राएल, तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से इसके सिवाय और क्या चाहता है, कि तू अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें, और उसके सारे मार्गों पर चले, उस से प्रेम रखे, और अपने पूरे मन और अपने सारे प्राण से उसकी सेवा करे, - व्यवस्थाविवरण १०:१२

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण १०:१२-१७
Deut 10:12  और अब, हे इस्राएल, तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से इसके सिवाय और क्या चाहता है, कि तू अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें, और उसके सारे मार्गों पर चले, उस से प्रेम रखे, और अपने पूरे मन और अपने सारे प्राण से उसकी सेवा करे,
Deut 10:13  और यहोवा की जो जो आज्ञा और विधि मैं आज तुझे सुनाता हूं उन को ग्रहण करे, जिस से तेरा भला हो?
Deut 10:14  सुन, स्वर्ग और सब से ऊंचा स्वर्ग भी, और पृथ्वी और उस में जो कुछ है, वह सब तेरे परमेश्वर यहोवा ही का है;
Deut 10:15  तौभी यहोवा ने तेरे पूर्वजों से स्नेह और प्रेम रखा, और उनके बाद तुम लोगों को जो उनकी सन्तान हो सर्व देशों के लोगों के मध्य में से चुन लिया, जैसा कि आज के दिन प्रगट है।
Deut 10:16  इसलिये अपने अपने हृदय का खतना करो, और आगे को हठीले न रहो।
Deut 10:17  क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा वही ईश्वरों का परमेश्वर और प्रभुओं का प्रभु है, वह महान पराक्रमी और भय योग्य ईश्वर है, जो किसी का पक्ष नहीं करता और न घूस लेता है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति ४९-५० 
  • मत्ती १३:३१-५८