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रविवार, 23 दिसंबर 2018

क्या?



      एक वर्ष, जिन्हें क्रिसमस के लिए चर्च की सजावट करनी थी, उन्होंने निर्णय लिया कि सजाने के लिए वे पारंपरिक सुनहरे और चमकीले सजावटी सामान के स्थान पर “क्रिसमस सूची” का उपयोग करेंगे। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को एक लाल या हरे रंग का टोकन दिया, और कहा कि उसके एक ओर वे वह लिखें जो वे प्रभु यीशु से प्राप्त करना चाहेंगे, और दूसरी ओर वह लिखें जो वे प्रभु यीशु को, जिसका जन्मदिन वे मना रहे थे, देना चाहेंगे।

      यदि आपको ऐसा करना होता तो आप क्या उपहार माँगते, और क्या देने का प्रस्ताव रखते? परमेश्वर का वचन बाइबल हमें इनके विषय बहुत से सुझाव देती है। परमेश्वर की प्रतिज्ञा है कि वह हमारी प्रत्येक आवश्यकता को पूरा करेगा; इसलिए हम उससे कोई नया काम, या आर्थिक परिस्थतियों के लिए कुछ सहायता, या अपने या किसी और के लिए शारीरिक चंगाई, या किसी के साथ टूटे हुए संबंध का बहाल होना, इत्यादि माँग सकते हैं। हम अपने आत्मिक वरदानों के विषय भी सोच सकते हैं कि परमेश्वर की सेवकाई करने के लिए उसने हमें कौन सा वरदान दिया है? उन वरदानों में से अधिकांश हमें रोमियों 12, और 1 कुरिन्थियों 12 में लिखे मिलते हैं। या हम यह भी इच्छा रख सकते हैं कि हम में आत्मा के फल (गलातियों 5:22-23), प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वासयोग्यता, कोमलता, और संयम और भी अधिक दिखाई दें।

      जो सबसे महत्वपूर्ण उपहार हम प्राप्त कर सकते हैं वह है परमेश्वर का पुत्र, हमारा उद्धारकर्ता, प्रभु यीशु, और उसके साथ पापों से क्षमा, नया जीवन, और अनन्त आत्मिक जीवन – जो अभी यहाँ आरंभ होगा और मृत्योप्रांत भी अनन्तकाल तक चलता रहेगा, की प्रतिज्ञा। और जो सबसे महत्वपूर्ण उपहार हम प्रभु यीशु को दे सकते हैं वह है हमारा हृदय, हमारा जीवन – उसे समर्पित, उसके आज्ञाकारी, और उसके गवाह बनकर रहने के लिए। - मेरियन स्ट्राउड


यदि मैं बुद्धिमान व्यक्ति होती, तो मैं उसके लिए अपने कार्य करती; 
परन्तु मैं उसे क्या दे सकती – अपना हृदय दे देती। - क्रिस्टीना जी. रोज़ेटी

क्योंकि तू मेलबलि से प्रसन्न नहीं होता, नहीं तो मैं देता; होमबलि से भी तू प्रसन्न नहीं होता। टूटा मन परमेश्वर के योग्य बलिदान है; हे परमेश्वर, तू टूटे और पिसे हुए मन को तुच्छ नहीं जानता। - भजन 51:16-17

बाइबल पाठ: भजन 103:1-18
Psalms 103:1 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे!
Psalms 103:2 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना।
Psalms 103:3 वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है,
Psalms 103:4 वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करूणा और दया का मुकुट बान्धता है,
Psalms 103:5 वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब के समान नई हो जाती है।
Psalms 103:6 यहोवा सब पिसे हुओं के लिये धर्म और न्याय के काम करता है।
Psalms 103:7 उसने मूसा को अपनी गति, और इस्राएलियों पर अपने काम प्रगट किए।
Psalms 103:8 यहोवा दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
Psalms 103:9 वह सर्वदा वादविवाद करता न रहेगा, न उसका क्रोध सदा के लिये भड़का रहेगा।
Psalms 103:10 उसने हमारे पापों के अनुसार हम से व्यवहार नहीं किया, और न हमारे अधर्म के कामों के अनुसार हम को बदला दिया है।
Psalms 103:11 जैसे आकाश पृथ्वी के ऊपर ऊंचा है, वैसे ही उसकी करूणा उसके डरवैयों के ऊपर प्रबल है।
Psalms 103:12 उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है, उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है।
Psalms 103:13 जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है।
Psalms 103:14 क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है।
Psalms 103:15 मनुष्य की आयु घास के समान होती है, वह मैदान के फूल के समान फूलता है,
Psalms 103:16 जो पवन लगते ही ठहर नहीं सकता, और न वह अपने स्थान में फिर मिलता है।
Psalms 103:17 परन्तु यहोवा की करूणा उसके डरवैयों पर युग युग, और उसका धर्म उनके नाती-पोतों पर भी प्रगट होता रहता है,
Psalms 103:18 अर्थात उन पर जो उसकी वाचा का पालन करते और उसके उपदेशों को स्मरण कर के उन पर चलते हैं।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • नहूम 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 14