ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2015

जीवन


   जब सन 1997 में मदर टेरेसा का देहान्त हुआ तब लोगों ने समाज के ज़रूरतमन्दों और तिरिस्कृत लोगों के लिए उनके निस्वार्थ प्रेम और दीनता से करी गई सेवकाई के जीवन को अचंभे के साथ स्मरण किया। उन्होंने 50 वर्ष तक मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी नामक संस्था के द्वारा भारत के कोलकता शहर में दरिद्र, बीमार, अनाथ और मर्णासन लोगों की सेवा करी थी।

   मदर टेरेसा के साथ अनेक व्यापक साक्षात्कारों के बाद इंगलैंड के पत्रकार मैल्कॉम मग्गरिज ने उनके विष्य में लिखा, "आज अपनी एक पहचान खोजने के बारे में बहुत चर्चा है, मानो यह कोई ऐसी चीज़ है जिसे खोजा जा सकता है, जैसे कोई लॉटरी जीतने वाले नंबर हो - जो यदि मिल जाए तो उसे खज़ाने के समान संभाल कर सुरक्षित कर लें। लेकिन सच्चाई तो यह है कि पहचान को हम जितना खर्च करते हैं, वह उतनी ही बढ़ती जाती है। यही मदर टेरेसा के साथ भी हुआ है, अपने आप को दूसरों के लिए मिटा देने के द्वारा वे वह बन गईं जो आज हैं; मैंने आज तक उनके जैसा स्मरणयोग्य व्यक्तित्व नहीं देखा।"

   मुझे लगता है कि हम में से बहुतेरे प्रभु यीशु की कही बात मानने से इसलिए कतराते हैं क्योंकि हमें सन्देह रहता है कि यदि मान लिया तो ना जाने क्या हो जाएगा? प्रभु यीशु ने कहा, "यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप से इन्कार करे और प्रति दिन अपना क्रूस उठाए हुए मेरे पीछे हो ले। क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा" (लूका 9:23-24)।

   प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों को याद दिलाया कि वह उन्हें बहुतायत से जीवन देने आया है (यूहन्ना 10:10)। जब हम प्रभु यीशु को अपने जीवन दे देते हैं तो उसमें मिलने वाली जीवन की भरपूरी को पा लेते हैं। प्रभु यीशु में आज संसार के हर जन के लिए जीवन की भरपूरी सेंत-मेंत उपलब्ध है; समय रहते इसे ले लीजिए। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब हम मसीह यीशु में अपने जीवन खो देते हैं, तो उसी में जीवन की भरपूरी को भी पा लेते हैं।

द्वार मैं हूं: यदि कोई मेरे द्वारा भीतर प्रवेश करे तो उद्धार पाएगा और भीतर बाहर आया जाया करेगा और चारा पाएगा। चोर किसी और काम के लिये नहीं परन्तु केवल चोरी करने और घात करने और नष्‍ट करने को आता है। मैं इसलिये आया कि वे जीवन पाएं, और बहुतायत से पाएं। - यूहन्ना 10:9-10

बाइबल पाठ: लूका 9:18-27
Luke 9:18 जब वह एकान्‍त में प्रार्थना कर रहा था, और चेले उसके साथ थे, तो उसने उन से पूछा, कि लोग मुझे क्या कहते हैं? 
Luke 9:19 उन्होंने उत्तर दिया, युहन्ना बपतिस्मा देनेवाला, और कोई कोई एलिय्याह, और कोई यह कि पुराने भविष्यद्वक्ताओं में से कोई जी उठा है। 
Luke 9:20 उसने उन से पूछा, परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो? पतरस ने उत्तर दिया, परमेश्वर का मसीह। 
Luke 9:21 तब उसने उन्हें चिताकर कहा, कि यह किसी से न कहना। 
Luke 9:22 और उसने कहा, मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्‍छ समझकर मार डालें, और वह तीसरे दिन जी उठे। 
Luke 9:23 उसने सब से कहा, यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप से इन्कार करे और प्रति दिन अपना क्रूस उठाए हुए मेरे पीछे हो ले। 
Luke 9:24 क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा। 
Luke 9:25 यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपना प्राण खो दे, या उस की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा? 
Luke 9:26 जो कोई मुझ से और मेरी बातों से लजाएगा; मनुष्य का पुत्र भी जब अपनी, और अपने पिता की, और पवित्र स्वर्ग दूतों की, महिमा सहित आएगा, तो उस से लजाएगा। 
Luke 9:27 मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो यहां खड़े हैं, उन में से कोई कोई ऐसे हैं कि जब तक परमेश्वर का राज्य न देख लें, तब तक मृत्यु का स्‍वाद न चखेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 1-2
  • 1 तिमुथियुस 3