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बुधवार, 12 अगस्त 2015

धन्य आशा


   परमेश्वर के वचन बाइबल में वर्णित संसार के अन्त के बारे में अनेक मनुष्यों द्वारा कही गई अनेक भविष्यवाणियाँ गलत साबित हो चुकी हैं। ये भविष्यवाणियाँ लोगों के मन में भय उत्पन्न करती हैं, उन्हें अस्थिर करती हैं, और जब वे पूरी नहीं होतीं, तो परमेश्वर के वचन के प्रति मन में शक और उपहास भी उत्पन्न करती हैं। लेकिन बाइबल एक ऐसे दिन के बारे में अवश्य बताती है, जिसे "प्रभु का दिन" कहा गया, जिस दिन प्रभु यीशु का पुनःआगमन होगा, अनेक दिल दहला देने वाली घटनाएं घटेंगी और फिर संसार के न्याय का समय भी आएगा; लेकिन यह सब कब होगा? बाइबल बड़ी स्पष्टता से बताती है कि उस दिन के बारे में सिवाय परमेश्वर के और कोई नहीं जानता, इसलिए किसी भी मनुष्य द्वारा उस दिन के विषय में अटकलें लगाना और भविष्यवाणियाँ करना लोगों को धोखा देना है।

   प्रभु का वह दिन एक ऐसा दिन है मसीही विश्वासी जिस की आनन्द के साथ बाट जोह सकते हैं क्योंकि वह दिन उनके लिए अनन्त आशीष और सुख को ले कर आएगा, परन्तु जितनों ने प्रभु यीशु पर विश्वास नहीं किया उनके लिए वह दिन अनन्त काल की पीड़ा के आरंभ का दिन हो जाएगा। उस आने वाले दिन के विषय प्रेरित पतरस हमें बताता है कि हम मसीही विश्वासी कैसे आनन्दमय उद्देश्य के साथ उस दिन की बाट जोह सकते हैं (2 पतरस 3:10-18)। परमेश्वर के वचन का यह खण्ड हमें सिखाता है कि हम कैसे मसीह को महिमा देने वाले जीवन व्यतीत करने के द्वारा स्वर्गीय दृष्टिकोण रख सकते हैं (पद 11)। हम अपने अन्दर परमेश्वर के सम्मुख खड़े होने की तैयारी रख सकते हैं (पद 14), और अपने बाहर की बातों का ध्यान रखते हुए चौकस रह सकते हैं जिससे कि किसी गलत शिक्षा या भ्रम ना फंस जाएं (पद 17)।

   यह सब हम कैसे करने पाएंगे? पतरस इसका मार्ग बताता है: "...हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ..." (2 पतरस 3:18)। जब हम परमेश्वर के लिखित वचन के द्वारा अपने चरित्र में उन्नत होते हैं तो हम प्रभु यीशु की, जो परमेश्वर का जीवित वचन है, और भी अधिक निकटता में बढ़ने लगते हैं। परमेश्वर का पवित्र आत्मा परमेश्वर के जीवित तथा लिखित वचन के द्वारा हमारा मार्गदर्शन करता है, हमें खराई से जीना सिखाता है।

   मसीह यीशु के अनुयायियों के लिए प्रभु का वह दिन कोई भयभीत करने वाला दिन नहीं होना चाहिए, क्योंकि उस दिन हमारा प्रभु, हमारा राजा आएगा और सब कुछ जो गलत है उसे सुधार देगा और सच्चे तथा खरे न्याय के साथ राज्य करेगा। हम बड़ी आशा के साथ उस दिन की बाट जोहते हैं; वह हमारी धन्य आशा है (तीतुस 2:13)। - सी. पी. हिया


एक दिन प्रभु यीशु न्याय के साथ राज्य करने के लिए लौट कर अवश्य आएगा।

और उस धन्य आशा की अर्थात अपने महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की महिमा के प्रगट होने की बाट जोहते रहें। - तीतुस 2:13 

बाइबल पाठ: 2 पतरस 3:10-18
2 Peter 3:10 परन्तु प्रभु का दिन चोर की नाईं आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्द से जाता रहेगा, और तत्‍व बहुत ही तप्‍त हो कर पिघल जाएंगे, और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाऐंगे। 
2 Peter 3:11 तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए। 
2 Peter 3:12 और परमेश्वर के उस दिन की बाट किस रीति से जोहना चाहिए और उसके जल्द आने के लिये कैसा यत्‍न करना चाहिए; जिस के कारण आकाश आग से पिघल जाएंगे, और आकाश के गण बहुत ही तप्‍त हो कर गल जाएंगे। 
2 Peter 3:13 पर उस की प्रतिज्ञा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिन में धामिर्कता वास करेगी।
2 Peter 3:14 इसलिये, हे प्रियो, जब कि तुम इन बातों की आस देखते हो तो यत्‍न करो कि तुम शान्‍ति से उसके साम्हने निष्‍कलंक और निर्दोष ठहरो। 
2 Peter 3:15 और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसे हमारे प्रिय भाई पौलुस न भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। 
2 Peter 3:16 वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिन में कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उन के अर्थों को भी पवित्र शास्त्र की और बातों की नाईं खींच तान कर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं। 
2 Peter 3:17 इसलिये हे प्रियो तुम लोग पहिले ही से इन बातों को जान कर चौकस रहो, ताकि अधर्मियों के भ्रम में फंस कर अपनी स्थिरता को हाथ से कहीं खो न दो। 
2 Peter 3:18 पर हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ। उसी की महिमा अब भी हो, और युगानुयुग होती रहे। आमीन।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 84-86
  • रोमियों 12