सदियों से इस प्रश्न ने दुविधा उत्पन्न कर रखी है कि यीशु की मृत्यु का कारण क्या था? मध्य काल में, धर्म के नाम पर युद्ध करने वाले, तुर्कियों के हाथ से यरुशलेम को छुड़ाने योरोप से निकले। उनमे भ्रांति थी कि यहूदियों के कारण ही यीशु को मरना पड़ा, और वे यहूदियों को ’मसीह के हत्यारे’ कहते थे; इसलिए मार्ग में जहाँ भी यहूदी उन्हें मिलते, वे उन्हें मार डालते।
आज भी यीशु की मृत्यु को लेकर लोग संवेदनशील रहते हैं। लेकिन बाइबल इस बारे में क्या कहती है? मत्ती द्वारा लिखित वृतांत के अनुसार, रोमी इस बात के लिए ज़िम्मेदार प्रतीत होते हैं, क्योंकि रोमी शासक पीलातुस ने यीशु को निर्दोष करार देते हुए भी उसे मृत्यु दण्ड के लिए सौंप दिया, तथा रोमी सैनिकों ने उसे ले जाकर क्रूस पर चढ़ा दिया। लेकिन इस घटना के कुछ ही सप्ताह पश्चात, पतरस ने यरुशलेम में अपने प्रचार में यहूदियों को यीशु को क्रूस देने का दोषी ठहराया (प्रेरितों २:२२-२४)।
परन्तु सच्चाई यह है कि हम सब यीशु की मृत्यु के लिए ज़िम्मेदार हैं। क्रूस पर यीशु ने न केवल यहूदियों और रोमियों के पापों की कीमत चुकाई, वरन हम सब के पापों की कीमत भी चुकाई ( १ पतरस २:२४)। यीशु प्रत्येक पापी के लिए मरा (२ कुरिन्थियों ५:१५)। इसलिए इस बात पर बहस करना कि यीशु को किसने मारा, किसी विशवासी के लिए उचित नहीं है - वास्तविक्ता यही है कि हम सब इसके ज़िम्मेदार हैं।
यीशु ने हम सब के लिए अपने प्राण दिये, हमारे पाप ही उसकी मृत्यु का कारण हैं। उसपर विश्वास करने से हमें पापों की क्षमा, परमेश्वर से शांति और मेल-मिलाप तथा अनन्त जीवन मिलता है। - डेव एग्नर
हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्हों से प्रगट है, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखलाए जिसे तुम आप ही जानते हो। उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला। प्रेरितों २:२२-२३
बाइबल पाठ: प्रेरितों २:२२-३९
Act 2:22 हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्हों से प्रगट है, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखलाए जिसे तुम आप ही जानते हो।
Act 2:23 उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।
Act 2:24 परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया: क्योंकि यह अनहोना था कि वह उसके वश में रहता।
Act 2:25 क्योंकि दाऊद उसके विषय में कहता है, कि मैं प्रभु को सर्वदा अपने साम्हने देखता रहा क्योंकि वह मेरी दाहिनी ओर है, ताकि मैं डिग न जाऊं।
Act 2:26 इसी कारण मेरा मन आनन्द हुआ, और मेरी जीभ मगन हुई, वरन मेरा शरीर भी आशा में बसा रहेगा।
Act 2:27 क्योंकि तू मेरे प्राणों को अधोलोक में न छोड़ेगा और न अपने पवित्र जन को सड़ने ही देगा!
Act 2:28 तू ने मुझे जीवन का मार्ग बताया है, तू मुझे अपने दर्शन के द्वारा आनन्द से भर देगा।
Act 2:29 हे भाइयो, मैं उस कुलपति दाऊद के विषय में तुम से साहस के साथ कह सकता हूं कि वह तो मर गया और गाड़ा भी गया और उस की कब्र आज तक हमारे यहां वर्तमान है।
Act 2:30 सो भविष्यद्वक्ता होकर और यह जानकर कि परमेश्वर ने मुझ से शपथ खाई है, कि मैं तेरे वंश में से एक व्यक्ति को तेरे सिंहासन पर बैठाऊंगा।
Act 2:31 उस ने होनहार को पहिले ही से देखकर मसीह के जी उठने के विषय में भविष्यद्वाणी की कि न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया, और न उस की देह सड़ने पाई।
Act 2:32 इसी यीशु को परमेश्वर ने जिलाया, जिस के हम सब गवाह हैं।
Act 2:33 इस प्रकार परमेश्वर के दाहिने हाथ से सर्वोच्च पद पाकर, और पिता से वह पवित्र आत्मा प्राप्त करके जिस की प्रतिज्ञा की गई थी, उस ने यह उंडेल दिया है जो तुम देखते और सुनते हो।
Act 2:34 क्योंकि दाऊद तो स्वर्ग पर नहीं चढ़ा परन्तु वह आप कहता है, कि प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा;
Act 2:35 मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पांवों तले की चौकी न कर दूं।
Act 2:36 सो अब इस्त्राएल का सारा घराना निश्चय जान ले कि परमेश्वर ने उसी यीशु को जिसे तुम ने क्रूस पर चढ़ाया, प्रभु भी ठहराया और मसीह भी।
Act 2:37 तब सुनने वालों के ह्रृदय छिद गए, और वे पतरस और शेष प्रेरितों से पूछने लगे, कि हे भाइयो, हम क्या करें?
Act 2:38 पतरस ने उन से कहा, मन फिराओ, और तुम में से हर एक अपने अपने पापों की क्षमा के लिये यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले, तो तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे।
Act 2:39 क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्तानों, और उन सब दूर दूर के लोगों के लिये भी है जिनको प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा।
एक साल में बाइबल:
आज भी यीशु की मृत्यु को लेकर लोग संवेदनशील रहते हैं। लेकिन बाइबल इस बारे में क्या कहती है? मत्ती द्वारा लिखित वृतांत के अनुसार, रोमी इस बात के लिए ज़िम्मेदार प्रतीत होते हैं, क्योंकि रोमी शासक पीलातुस ने यीशु को निर्दोष करार देते हुए भी उसे मृत्यु दण्ड के लिए सौंप दिया, तथा रोमी सैनिकों ने उसे ले जाकर क्रूस पर चढ़ा दिया। लेकिन इस घटना के कुछ ही सप्ताह पश्चात, पतरस ने यरुशलेम में अपने प्रचार में यहूदियों को यीशु को क्रूस देने का दोषी ठहराया (प्रेरितों २:२२-२४)।
परन्तु सच्चाई यह है कि हम सब यीशु की मृत्यु के लिए ज़िम्मेदार हैं। क्रूस पर यीशु ने न केवल यहूदियों और रोमियों के पापों की कीमत चुकाई, वरन हम सब के पापों की कीमत भी चुकाई ( १ पतरस २:२४)। यीशु प्रत्येक पापी के लिए मरा (२ कुरिन्थियों ५:१५)। इसलिए इस बात पर बहस करना कि यीशु को किसने मारा, किसी विशवासी के लिए उचित नहीं है - वास्तविक्ता यही है कि हम सब इसके ज़िम्मेदार हैं।
यीशु ने हम सब के लिए अपने प्राण दिये, हमारे पाप ही उसकी मृत्यु का कारण हैं। उसपर विश्वास करने से हमें पापों की क्षमा, परमेश्वर से शांति और मेल-मिलाप तथा अनन्त जीवन मिलता है। - डेव एग्नर
यीशु हमारे स्थान पर मरा ताकि हम उसकी शांति पाएं; उसने हमारे पाप अपने ऊपर ले लिए जिससे हम उसके उद्धार को प्राप्त कर सकें।
हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्हों से प्रगट है, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखलाए जिसे तुम आप ही जानते हो। उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला। प्रेरितों २:२२-२३
बाइबल पाठ: प्रेरितों २:२२-३९
Act 2:22 हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्हों से प्रगट है, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखलाए जिसे तुम आप ही जानते हो।
Act 2:23 उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।
Act 2:24 परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया: क्योंकि यह अनहोना था कि वह उसके वश में रहता।
Act 2:25 क्योंकि दाऊद उसके विषय में कहता है, कि मैं प्रभु को सर्वदा अपने साम्हने देखता रहा क्योंकि वह मेरी दाहिनी ओर है, ताकि मैं डिग न जाऊं।
Act 2:26 इसी कारण मेरा मन आनन्द हुआ, और मेरी जीभ मगन हुई, वरन मेरा शरीर भी आशा में बसा रहेगा।
Act 2:27 क्योंकि तू मेरे प्राणों को अधोलोक में न छोड़ेगा और न अपने पवित्र जन को सड़ने ही देगा!
Act 2:28 तू ने मुझे जीवन का मार्ग बताया है, तू मुझे अपने दर्शन के द्वारा आनन्द से भर देगा।
Act 2:29 हे भाइयो, मैं उस कुलपति दाऊद के विषय में तुम से साहस के साथ कह सकता हूं कि वह तो मर गया और गाड़ा भी गया और उस की कब्र आज तक हमारे यहां वर्तमान है।
Act 2:30 सो भविष्यद्वक्ता होकर और यह जानकर कि परमेश्वर ने मुझ से शपथ खाई है, कि मैं तेरे वंश में से एक व्यक्ति को तेरे सिंहासन पर बैठाऊंगा।
Act 2:31 उस ने होनहार को पहिले ही से देखकर मसीह के जी उठने के विषय में भविष्यद्वाणी की कि न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया, और न उस की देह सड़ने पाई।
Act 2:32 इसी यीशु को परमेश्वर ने जिलाया, जिस के हम सब गवाह हैं।
Act 2:33 इस प्रकार परमेश्वर के दाहिने हाथ से सर्वोच्च पद पाकर, और पिता से वह पवित्र आत्मा प्राप्त करके जिस की प्रतिज्ञा की गई थी, उस ने यह उंडेल दिया है जो तुम देखते और सुनते हो।
Act 2:34 क्योंकि दाऊद तो स्वर्ग पर नहीं चढ़ा परन्तु वह आप कहता है, कि प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा;
Act 2:35 मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पांवों तले की चौकी न कर दूं।
Act 2:36 सो अब इस्त्राएल का सारा घराना निश्चय जान ले कि परमेश्वर ने उसी यीशु को जिसे तुम ने क्रूस पर चढ़ाया, प्रभु भी ठहराया और मसीह भी।
Act 2:37 तब सुनने वालों के ह्रृदय छिद गए, और वे पतरस और शेष प्रेरितों से पूछने लगे, कि हे भाइयो, हम क्या करें?
Act 2:38 पतरस ने उन से कहा, मन फिराओ, और तुम में से हर एक अपने अपने पापों की क्षमा के लिये यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले, तो तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे।
Act 2:39 क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्तानों, और उन सब दूर दूर के लोगों के लिये भी है जिनको प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा।
एक साल में बाइबल:
- २ शमूएल ३-५
- लूका १४:२५-३५