ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

सेवकाई के इलाके

फ़्रांसिस ऐसबरी लगभग एक अर्धशताबदी तक, घोड़े पर बैठकर, प्रतिवर्ष ६००० मील की यात्रा करता रहा। खराब सेहत के बावजूद वह अपना यह कार्य अथक करता रहा। इस यात्रा के दौरान उसका खाना सूखाई हुई भोजन वस्तुओं का होता था जो जलदी खराब न हो। ऐसबरी को मेथोडिस्ट वर्ग के भ्रमणकारी प्रचारकों के आरंभकर्ता के रूप में स्मरण किया जाता है, जिन्होंने अमेरीका के सीमा प्रांतों में प्रभावी रूप से प्रभु यीशु के सुसमाचार का प्रचार किया। इन सुदूर इलाकों में चर्च स्थापित करना उसकी सेवकाई का प्रमुख अंग था।

अपनी सेवकाई के समापन तक ऐसबरी द्वारा उसके जैसे ७०० भ्रमणकारी प्रचारक तैयार होकर इस सेवकाई को बढ़ाने में लगे थे। सन १७७१ में, जब ऐसबरी इन सीमांत इलाकों मे आया था, अमेरिका में केवल करीब ६०० मेथोडिस्ट मत के मसीही थे। ४५ वर्ष बाद वे बढ़कर २००,००० हो गये थे।

कई रूप में ऐसबरी की मण्डलियां स्थापित करने की कार्यशैली पौलुस प्रेरित की शैली पर आधारित थी। पौलुस द्वारा जो मण्डली थिस्सलुनिके में स्थापित हुई थी, उसे अपने पत्र में पौलुस ने लिखा: "क्‍योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं।" (१ थिस्सलुनिकियों १:८)

भले ही अब इस प्रकार के भ्रमणकारी प्रचारकों का समय नहीं रहा, पर मसीह के प्रत्येक विश्वासी के लिये पड़ौसी, रिश्तेदार और मित्र सुसमाचार प्रचार के लिये सेवकाई का इलका अभी भी हैं। ऐसे लोगों का स्मरण कीजिए जिन तक अभी भी सुसमाचार नहीं पहुंचा है और अपनी सेवकाई को पूरा कीजिए। - डेनिस फिशर


जो प्रभु यीशु से प्रेम करते हैं वे पाप में खोए हुओं से भी प्रेम करते हैं।

क्‍योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं। - १ थिस्सलुनिकियों १:८

बाइबल पाठ: १ थिस्सलुनिकियों १

पौलुस और सिलवानुस और तीमुयियुस की ओर से थिस्‍सलुनिकियों की कलीसिया के नाम जो परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मसीह में है। अनुग्रह और शान्‍ति तुम्हें मिलती रहे।
हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते और सदा तुम सब के विषय में परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।
और अपने परमेश्वर और पिता के साम्हने तुम्हारे विश्वास के काम, और प्रेम का परिश्र्म, और हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं।
और हे भाइयो, परमेश्वर के प्रिय लोगों हम जानतें हैं, कि तुम चुने हुए हो।
क्‍योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास न केवल वचन मात्र ही में वरन सामर्थ और पवित्र आत्मा, और बड़े निश्‍चय के साथ पहुंचा है, जैसा तुम जानते हो, कि हम तुम्हारे लिये तुम में कैसे बन गए थे।
और तुम बड़े क्‍लेश में पवित्र आत्मा के आनन्‍द के साथ वचन को मान कर हमारी और प्रभु की सी चाल चलने लगे।
यहां तक कि मकिदुनिया और अखया के सब विश्वासियों के लिये तुम आदर्श बने।
क्‍योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं।
क्‍योंकि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे पास हमारा आना कैसा हुआ, और तुम किस प्रकार मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे ताकि जीवते और सच्‍चे परमेश्वर की सेवा करो।
और उसके पुत्र के स्‍वर्ग पर से आने की बाट जोहते रहो जिसे उस ने मरे हुओं में से जिलाया, अर्थात यीशु की, जो हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है।
एक साल में बाइबल:
  • यहेजेकेल २७-२९
  • १ पतरस ३