हम
अपनी यात्रा में देर रात एक ग्रामीण विश्रामगृह में रुके, और हमें यह देखकर
प्रसन्नता हुई कि हमारे कमरे के साथ एक बालकनी भी थी, जिससे बाहर का दृश्य देखा जा
सकता था। किन्तु उस समय घना कोहरा छाया हुआ था, इसलिए उस अन्धकार में बालकनी से
बाहर का दृश्य दिखाई नहीं दे रहा था। परन्तु प्रातः उठकर हमने देखा, कि सूरज के
निकलने के बाद कोहरा छंट गया है और हम बाहर का मनोरम दृश्य देख पा रहे थे – दूर तक
फ़ैली एक रमणीय, शान्त हरियाली चारागाह, जिसमें गले में घंटियाँ बंधी भेड़ें चर रही
थीं, और नीले आकाश में सफ़ेद बादल जो बड़ी बड़ी भेड़ों के समान प्रतीत हो रहे थे। रात
के अन्धकार और कोहरे ने वहाँ विद्यमान जिस सुन्दरता को अदृश्य कर रखा था, वह अब
स्पष्ट दिखाई दे रही थी।
कभी-कभी
जीवन पर भी निराशा का घना कोहरा छा सकता है, और परिस्थिति इतनी अंधकारमय प्रतीत हो
सकती है कि हमें कुछ सूझ नहीं पड़ता कि क्या करें! परन्तु जैसे सूर्य की ज्योति और
गर्मी कोहरे और अन्धकार को हटा देती है, परमेश्वर पर हमारा विश्वास और उससे सदैव
उपलब्ध सहायता का आश्वासन हमारी निराशाओं और शंकाओं को दूर कर देता है। परमेश्वर
के वचन बाइबल में दी गई विश्वास की परिभाषा है: “अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं
का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है” (इब्रानियों 11:1)। यह खण्ड
हमें आगे नूह के विश्वास के संबंध में स्मरण करवाता है कि “विश्वास ही से नूह
ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया” (पद 7); तथा अब्राहम के विश्वास के विषय भी, जो अपने गंतव्य को न जानते
हुई भी परमेश्वर के कहे पर, उसके मार्गदर्शन में एक नए और अनजाने स्थान के लिए
निकल पड़ा (पद 8)।
चाहे
हम परमेश्वर को अपनी भौतिक आँखों से देख नहीं पाते हैं, किन्तु वह सदैव हमारे साथ उपस्थित
रहता है, और हमारी प्रत्येक परिस्थिति में हमारी सहायता करने, समस्या का निवारण
करने के लिए तैयार रहता है। - सिंडी हैस कैस्पर
विश्वास वह रडार है जो कोहरे में भी देख
सकता है। - कोरी टेन बूम
उसने [अब्राहम] यहोवा पर विश्वास किया;
और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धर्म गिना। - उत्पत्ति 15:6
बाइबल पाठ: इब्रानियों 11:1-8
Hebrews 11:1 अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं
का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है।
Hebrews 11:2 क्योंकि इसी के विषय में
प्राचीनों की अच्छी गवाही दी गई।
Hebrews 11:3 विश्वास ही से हम जान जाते
हैं, कि सारी सृष्टि की रचना परमेश्वर के वचन के द्वारा हुई
है। यह नहीं, कि जो कुछ देखने में आता है, वह देखी हुई वस्तुओं से बना हो।
Hebrews 11:4 विश्वास ही से हाबिल ने कैन
से उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया; और उसी के द्वारा
उसके धर्मी होने की गवाही भी दी गई: क्योंकि परमेश्वर ने उस की भेंटों के विषय में
गवाही दी; और उसी के द्वारा वह मरने पर भी अब तक बातें करता
है।
Hebrews 11:5 विश्वास ही से हनोक उठा लिया
गया, कि मृत्यु को न देखे, और उसका पता
नहीं मिला; क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया था, और उसके उठाए जाने से पहिले उस की यह गवाही दी गई थी, कि उसने परमेश्वर को प्रसन्न किया है।
Hebrews 11:6 और विश्वास बिना उसे प्रसन्न
करना अनहोना है, क्योंकि परमेश्वर के पास आने वाले को
विश्वास करना चाहिए, कि वह है; और अपने
खोजने वालों को प्रतिफल देता है।
Hebrews 11:7 विश्वास ही से नूह ने उन
बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर
भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और
उसके द्वारा उसने संसार को दोषी ठहराया; और उस धर्म का वारिस
हुआ, जो विश्वास से होता है।
Hebrews 11:8 विश्वास ही से इब्राहीम जब
बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे मीरास में लेने वाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूं; तौभी निकल गया।
एक साल में बाइबल:
- 1 राजा 6-7
- लूका 20:27-47