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सोमवार, 24 मई 2021

सत्य

 

          एरन जब 15 वर्ष का था, तब उसने शैतान से प्रार्थना करना आरंभ कर दिया। उसने बताया, “मुझे लगता था मानो मेरे और शैतान के मध्य एक साझेदारी है।” एरन ने झूठ बोलना, चोरी करना, अपने परिवार और मित्र जनों को हेरा-फेरी कर के अपनी सुविधा के लिए प्रयोग करना आरंभ कर दिया। फिर उसने बुरे सपने भी देखना आरंभ कर दिया। एक प्रातः, “जब मैं उठा तो शैतान मेरे पलंग की दूसरे छोर पर खड़ा हुआ था, और उसने मुझ से कहा, कि मैं अपनी परीक्षा पास कर लूँगा, और फिर मेरी मृत्यु हो जाएगी।” लेकिन परीक्षाएँ हो जाएँ के बाद भी एरन जीवित रहा। एरन ने इस बात पर मनन किया और उसका निष्कर्ष था, “मुझे यह स्पष्ट हो गया कि वह झूठा है।”

          एक बार एरन एक मसीही उत्सव में गया, उसका उद्देश्य था वहाँ पर लड़कियों से मिलना। उस उत्सव में आए एक आदमी ने उसके लिए प्रार्थना करने का प्रस्ताव किया, “जब वह मेरे लिए प्रार्थना कर रहा था, तो मुझे अपने ऊपर शान्ति प्रवाहित होने का अनुभव हुआ, जो मेरे सारे शरीर में भर गई।” एरन ने एक अन्य ही शक्ति को कार्य करते हुए अनुभव किया जो उस शक्ति से कहीं अधिक प्रबल और कहीं अधिक स्वतंत्र करने वाली थी, जो वह शैतान से प्रार्थना करते समय अनुभव किया करता था। जिस आदमी ने एरन के साथ प्रार्थना की उसने एरन को यह भी बताया कि एरन के जीवन के लिए परमेश्वर की एक भली योजना है, तथा यह भी कि शैतान झूठा है। उस आदमी ने एरन को वही बताया था जो परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने शैतान के बारे में उन लोगों से कहा था जो प्रभु का विरोध कर रहे थे: “...  वह झूठा है, वरन झूठ का पिता है” (यूहन्ना 8:44)।

          एरन शैतान की पीछे चलने को छोड़कर प्रभु यीशु के पीछे चलने लग गया, और परमेश्वर के साथ संबंध में आ गया (पद 47)। आज वह एक शहरी समुदाय में प्रभु परमेश्वर यीशु की सेवा करता है, और लोगों को बताता है कि प्रभु यीशु के पीछे हो लेने से जीवन में  कितना बड़ा परिवर्तन और आशीष आ जाती है। वह परमेश्वर के स्वतंत्र कर देने वाले सत्य का जीवित प्रमाण और गवाह है; और बड़ी हिम्मत तथा लगन से लोगों को बताता है कि प्रभु यीशु ने ही उसका जीवन बचाया है।

          प्रत्येक भली, पवित्र, और सत्य बात प्रभु परमेश्वर ही से है; वही उसका स्त्रोत है। जब हम उसकी ओर मुड़ते हैं, उसे अपनाते हैं, हम सत्य की ओर मुड़ते हैं और सत्य को अपनाते हैं। - एमी बाउचर पाई

 

परमेश्वर ही सत्य है।


यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। - यूहन्ना 14:6

बाइबल पाठ: यूहन्ना 8:42-47

यूहन्ना 8:42 यीशु ने उन से कहा; यदि परमेश्वर तुम्हारा पिता होता, तो तुम मुझ से प्रेम रखते; क्योंकि मैं परमेश्वर में से निकल कर आया हूं; मैं आप से नहीं आया, परन्तु उसी ने मुझे भेजा।

यूहन्ना 8:43 तुम मेरी बात क्यों नहीं समझते? इसलिये कि मेरा वचन सुन नहीं सकते।

यूहन्ना 8:44 तुम अपने पिता शैतान से हो, और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो। वह तो आरम्भ से हत्यारा है, और सत्य पर स्थिर न रहा, क्योंकि सत्य उस में है ही नहीं: जब वह झूठ बोलता, तो अपने स्वभाव ही से बोलता है; क्योंकि वह झूठा है, वरन झूठ का पिता है।

यूहन्ना 8:45 परन्तु मैं जो सच बोलता हूं, इसीलिये तुम मेरी प्रतीति नहीं करते।

यूहन्ना 8:46 तुम में से कौन मुझे पापी ठहराता है? और यदि मैं सच बोलता हूं, तो तुम मेरी प्रतीति क्यों नहीं करते?

यूहन्ना 8:47 जो परमेश्वर से होता है, वह परमेश्वर की बातें सुनता है; और तुम इसलिये नहीं सुनते कि परमेश्वर की ओर से नहीं हो।

 

एक साल में बाइबल: 

  • इतिहास 22-24
  • यूहन्ना 8:28-59