मेरा एक मित्र ने, जो वायुयान चालक है, अपने साथ घटित एक घटना बताई। वह एक उड़ान पर था और वायुयान में गंभीर तकनीकी समस्या खड़ी हो गई, जिसके परिणाम खतरनाक भी हो सकते थे। जैसे ही समस्या उठी, चालक कक्ष में उससे संबंधित चेतावनी की बत्तियां जलने लगीं। मेरे मित्र ने यंत्रों पर पूरे ध्यान से नज़र बनाए रखी, योग्य कार्यवाही करी और निगरानी बनाए हुए वह विमान को गन्तव्य स्थान तक सुरक्षित ले आया और ज़मीन पर उतार लिया।
ज़मीन पर उतरने के तुरंत बाद मेरा मित्र विमान की देखभाल करने वाले दल के पास गया और उन्हें उत्पन्न हुई समस्या के बारे में बताने लगा। उसे उस दल से सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ कि उन्हें समस्या का पता है। उन लोगों ने उसे बताया कि जैसे ही उसके चालक कक्ष में चेतावनी की बत्तियां जलनी आरंभ हुईं, नीचे उस दल के पास भी इलैक्ट्रौनिक माध्यम से उसका सन्देश पहुंच गया था।
अपने विमान चालक मित्र की यह बात सुनकर मुझे प्रभु यीशु द्वारा परमेश्वर पिता के संबंध में कही गई बात स्मरण हो आई, "प्रार्थना करते समय अन्यजातियों की नाईं बक बक न करो; क्योंकि वे समझते हैं कि उनके बहुत बोलने से उन की सुनी जाएगी। सो तुम उन की नाईं न बनो, क्योंकि तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है" (मत्ती ६:८)। प्रभु यीशु ने इस बात के द्वारा परमेश्वर पिता का अपने बच्चों के प्रति लगातार बने रहने वाले ध्यान और उससे मिलने वाली सहायता तथा देखभाल का आश्वासन दिया।
यद्यपि परमेश्वर हमारी प्रत्येक आवश्यक्ता को जानता है, तौ भी वह चाहता है कि हम उसके साथ अपने मन की बातें बांटें, अपनी इच्छाएं उसे व्यक्त करें, अपनी समस्याओं के बारे में उसे बताएं और उसकी सलाह लें; वास्तव में यही प्रार्थना करना है। हमारा परमेश्वर पिता हमारी हर प्रार्थना को सुनने को तैयार रहता है और हमारी हर टूटी हालत को सुधारने के लिए उसका अनुग्रह हमें उपलब्ध रहता है। हमारे बारे में और हमारी आवश्यक्ताओं के बारे में वह सब जानता है। - बिल क्राउडर
प्रार्थना इस विश्वास से दिल से निकली पुकार है कि परमेश्वर सब जानता है और प्रयोजन करता है।
सो तुम उन की नाईं न बनो, क्योंकि तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है। - मत्ती ६:८
बाइबल पाठ: मत्ती ६:५-१३
Mat 6:5 और जब तू प्रार्थना करे, तो कपटियों के समान न हो क्योंकि लोगों को दिखाने के लिये सभाओं में और सड़कों के मोड़ों पर खड़े होकर प्रार्थना करना उन को अच्छा लगता है; मैं तुम से सच कहता हूं, कि वे अपना प्रतिफल पा चुके।
Mat 6:6 परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा, और द्वार बन्द कर के अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर; और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।
Mat 6:7 प्रार्थना करते समय अन्यजातियों की नाईं बक बक न करो; क्योंकि वे समझते हैं कि उनके बहुत बोलने से उन की सुनी जाएगी।
Mat 6:8 सो तुम उन की नाईं न बनो, क्योंकि तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है।
Mat 6:9 सो तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो : हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में हैं, तेरा नाम पवित्र माना जाए।
Mat 6:10 तेरा राज्य आए; तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो।
Mat 6:11 हमारी दिन भर की रोटी आज हमें दे।
Mat 6:12 और जिस प्रकार हम ने अपने अपराधियों को क्षमा किया है, वैसे ही तू भी हमारे अपराधों को क्षमा कर।
Mat 6:13 और हमें परीक्षा में न ला, परन्तु बुराई से बचा; क्योंकि राज्य और पराक्रम और महिमा सदा तेरे ही हैं। आमीन।
एक साल में बाइबल:
- भजन ६०-६२
- रोमियों ५