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गुरुवार, 25 अगस्त 2011

व्यस्त जीवन

मार्ग पर धीमी चलती गाड़ियों के बीच में फंस जाना मुझे बहुत बुरा लगता है। लेकिन उस से भी अधिक परेशान और खिसिया देने वाला अनुभव होता है जब मेरी गाड़ी की पंक्ति के दाएं-बाएं की पंक्तियां भी ऐसे ही धीमी चल रही हों और मेरे आगे और पीछे बड़े बड़े ट्रक अड़े खड़े हों, जिससे मेरे पास कहीं भी निकल सकने का कोई मार्ग न बचे। ऐसे में फंस कर बस मैं सामने वाले ट्रक पर लिखी बातों को ही पढ़ कर समय बिता सकता हूँ, और तब मुझे उन बातों से कोई विनोद नहीं होता।

कुछ समय पहले मैं ऐसी ही परिस्थिति में था, मेरा धीरज कम हो रहा था और मेरा उतावलापन बढ़ रहा था, मेरी कार और मेरा शरीर शिथिल तथा निश्क्रीय थे, ऐसे में मेरा दिमाग़ सक्रीय हो गया। मैं ने समझा कि यही बात मसीही जीवन में भी लागू होती है। कभी कभी प्रभु के साथ चलने में हम परिस्थितियों द्वारा ऐसे फंसा दिये जाते हैं कि हम कुछ भी कर पाने में असमर्थ हो जाते हैं, बस कसमसाते ही रहते हैं कि न जाने आगे क्या होगा, कब होगा, आदि। ऐसे में अधीरता और क्रोध समस्या को केवल बढ़ाते ही हैं।

मुझे लगता है कि कुछ ऐसा ही भजन ६२ के लेखक ने अनुभव किया होग जब उसने यह भजन लिखा। लेकिन भजनकार ने परमेश्वर के साथ अपने सुदृढ़ संबंध को याद किया और धैर्य पाया कि उसके लिए मार्ग खुल जाएगा।

मेरे मसीही जीवन के अनुभव में मैं ने पाया है कि, जैसे व्यस्त मार्गों में फंसने के बाद होता है, कुछ समय के पश्चात मार्ग खुल जाता है, आगे बढ़ने का मार्ग मिल जाता है। हमें अपने मसीही जीवन के अवरोधों में फंसने से अधीर हो कर कोई गलत कदम नहीं उठाना चाहिए, वरन उस समय का उपयोग परमेश्वर के साथ शांत होकर समय बिताने में लगाना चाहिए। जितनों ने उसकी बाट जोही है, वे कभी निराश नहीं हुए। - डेनिस डी हॉन


धीरज का अर्थ है परमेश्वर के समय की प्रतीक्षा, बिना उसके प्रेम पर कोई सन्देह किए हुए करते रहना।

हे मेरे मन, परमेश्वर के साम्हने चुपचाप रह, क्योंकि मेरी आशा उसी से है। - भजन ६२:५


बाइबल पाठ: भजन ६२

Psa 62:1 सचमुच मैं चुपचाप होकर परमेरश्वर की ओर मन लगाए हूं; मेरा उद्धार उसी से होता है।
Psa 62:2 सचमुच वही, मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है, वह मेरा गढ़ है, मैं बहुत न डिगूंगा।
Psa 62:3 तुम कब तक एक पुरूष पर धावा करते रहोगे, कि सब मिल कर उसका घात करो? वह तो झुकी हुई भीत वा गिरते हुए बाड़े के समान है।
Psa 62:4 सचमुच वे उसको, उसके ऊंचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं; वे झूठ से प्रसन्न रहते हैं। मुंह से तो वे आशीर्वाद देते पर मन में कोसते हैं।
Psa 62:5 हे मेरे मन, परमेश्वर के साम्हने चुपचाप रह, क्योंकि मेरी आशा उसी से है।
Psa 62:6 सचमुच वही मेरी चट्टान, और मेरा उद्धार है, वह मेरा गढ़ है इसलिये मैं न डिगूंगा।
Psa 62:7 मेरा उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है; मेरी दृढ़ चट्टान, और मेरा शरणस्थान परमेश्वर है।
Psa 62:8 हे लोगो, हर समय उस पर भरोसा रखो, उस से अपने अपने मन की बातें खोल कर कहो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है।
Psa 62:9 सचमुच नीच लोग तो अस्थाई, और बड़े लोग मिथ्या ही हैं; तौल में वे हलके निकलते हैं, वे सब के सब सांस से भी हलके हैं।
Psa 62:10 अन्धेर करने पर भरोसा मत रखो, और लूट पाट करने पर मत फूलो, चाहे धन सम्पति बढ़े, तौभी उस पर मन न लगाना।
Psa 62:11 परमेश्वर ने एक बार कहा है, और दो बार मैं ने यह सुना है: कि सामर्थ्य परमेश्वर का है।
Psa 62:12 और हे प्रभु, करूणा भी तेरी है। क्योंकि तू एक एक जन को उसके काम के अनुसार फल देता है।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ११९:१-८८
  • १ कुरिन्थियों ७:२०-४०