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शनिवार, 19 जून 2021

सामर्थ्य

 

          यद्यपि ऐनी शीफ मिल्लर का देहांत 1999 में, 90 वर्ष की आयु में हुआ, लेकिन 1942 में वह लगभग मर ही गई थी; असमय प्रसव और उससे हुए संक्रमण के कारण, संक्रमण का प्रभाव उसके सारे शरीर में फ़ैल गया, और सभी इलाज विफल हो गए। जब उसी अस्पताल में भरती एक मरीज़ ने अपने एक जानकार वैज्ञानिक के विषय में बताया जो एक चमत्कारिक दवा पर कार्य कर रहा था, तो ऐनी के चिकित्सक ने सरकार पर दबाव दिया कि ऐनी के इलाज के लिए उस दवा की कुछ मात्रा दे दी जाए। ऐनी को उस दवा के मिलते ही, एक ही दिन में ऐनी का तापमान सुधरकर वापस सामान्य पर आ गया! थोड़ी सी पेनिसिलीन ने ऐनी की जान बचा दी।

          पाप में गिरने के समय से लेकर आज तक, सभी मनुष्यों ने पाप द्वारा लाई गई एक विनाशक आत्मिक स्थिति का अनुभव किया है (रोमियों 5:12)। पाप के इस विनाशकारी प्रभाव के विरुद्ध सभी मानवीय उपाय असफल रहे हैं; केवल प्रभु यीशु मसीह के क्रूस पर दिए गए बलिदान और मृतकों में से उनके पुनरुत्थान, तथा परमेश्वर पवित्र आत्मा की सामर्थ्य ने ही यह संभव किया है कि मनुष्य पाप से बच सके और चंगा हो जाए (रोमियों 8:1-2)। प्रभु यीशु मसीह के कलवरी के क्रूस पर दिए गए बलिदान पर विश्वास लाने वालों के जीवनों में काम करने वाली पवित्र आत्मा की सामर्थ्य, उन्हें पृथ्वी पर बहुतायत का जीवन जीने के लिए सक्षम करती है, और फिर परमेश्वर की उपस्थिति में अनन्त जीवन व्यतीत करने के योग्य करती है (पद 3-10); “और यदि उसी का आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम में बसा हुआ है; तो जिसने मसीह को मरे हुओं में से जिलाया, वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी अपने आत्मा के द्वारा जो तुम में बसा हुआ है जिलाएगा” (पद 11)।

          जब भी आपका दुर्बल मानव स्वभाव आपके अन्दर जीवन को अभिभूत करने के प्रयास करे, तो अपने उद्धार के स्त्रोत, प्रभु यीशु मसीह की ओर देखें, और उसकी पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से बलवंत हो जाएँ (पद 11-17)। “आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है”, और “वह पवित्र लोगों के लिये परमेश्वर की इच्छा के अनुसार बिनती करता है” (पद 26, 27)। - रूथ ओरिली स्मिथ

 

पवित्र आत्मा की सामर्थ्य प्रत्येक मसीही विश्वासी को संसार पर जयवंत  बनाती है।


परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा। - यूहन्ना 14:26

बाइबल पाठ: रोमियों 8:1-2, 10-17

रोमियों 8:1 सो अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं: क्योंकि वे शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं।

रोमियों 8:2 क्योंकि जीवन की आत्मा की व्यवस्था ने मसीह यीशु में मुझे पाप की, और मृत्यु की व्यवस्था से स्वतंत्र कर दिया।

रोमियों 8:10 और यदि मसीह तुम में है, तो देह पाप के कारण मरी हुई है; परन्तु आत्मा धर्म के कारण जीवित है।

रोमियों 8:11 और यदि उसी का आत्मा जिसने यीशु को मरे हुओं में से जिलाया तुम में बसा हुआ है; तो जिसने मसीह को मरे हुओं में से जिलाया, वह तुम्हारी मरनहार देहों को भी अपने आत्मा के द्वारा जो तुम में बसा हुआ है जिलाएगा।

रोमियों 8:12 सो हे भाइयों, हम शरीर के कर्जदार नहीं, ताकि शरीर के अनुसार दिन काटें।

रोमियों 8:13 क्योंकि यदि तुम शरीर के अनुसार दिन काटोगे, तो मरोगे, यदि आत्मा से देह की क्रियाओं को मारोगे, तो जीवित रहोगे।

रोमियों 8:14 इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं।

रोमियों 8:15 क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं।

रोमियों 8:16 आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है, कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं।

रोमियों 8:17 और यदि सन्तान हैं, तो वारिस भी, वरन परमेश्वर के वारिस और मसीह के संगी वारिस हैं, जब कि हम उसके साथ दुख उठाएं कि उसके साथ महिमा भी पाएँ।

 

एक साल में बाइबल: 

  • नहेम्याह 12-13
  • प्रेरितों 4:23-37