हम विदेश में भ्रमण कर रहे थे, और हमारी यह
यात्रा अभी तक अच्छी नहीं रही थी। कई बार लोग हम पर चिल्लाए, हमें धोखे दिए
गए, और हम से वस्तुओं की अनुचित कीमत ली गई। अब हम एक मार्ग
में थे, कि एक हट्टा-कट्टा अजनबी व्यक्ति हमारे ओर बढ़ा; हमें डर लगा
कि अब फिर से हम से कोई अनुचित व्यवहार किया जाएगा और हम घबरा गए। लेकिन हम चकित
हुए जब उस व्यक्ति ने बड़ी नम्रता और शालीनता से हमें वह स्थान बताया जहाँ से उसके
शहर का सबसे अच्छा दृश्य दिखाई देता थी, फिर उसने हमें एक चॉकलेट दी, और मुसकुराता
हुआ अपने मार्ग चला गया। उसके इस छोटे से काम ने हमारे दिन को अच्छा बना दिया, और हमारे पूरी
यात्रा को बचा लिया। हम कृतज्ञ भी हुए – उस व्यक्ति के भी, तथा परमेश्वर
के भी, जिसने हमें प्रसन्न कर दिया।
क्या था जिसने उस व्यक्ति को हमारी ओर, दो अजनबियों
की ओर, आकर्षित किया? क्या वह सारे दिन जेब में चॉकलेट लिए हुए घूम रहा था
कि किसी को उससे प्रसन्न कर सके? यह बड़ी अचरज की बात है कि कैसे एक छोटा सा कार्य भी किसी
के चेहरे पर बहुत बड़ी सी मुसकुराहट ला सकता है, और संभवतः किसी को जगत के
उद्धारकर्ता की ओर आकर्षित कर सकता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम मसीहियों को
भले कार्य करने के लिए जोर देकर कहा गया है (याकूब 2:17, 24)। यदि यह करना हमें
चुनौतीपूर्ण लगता है, तो हमारे साथ प्रभु परमेश्वर का आश्वासन है कि न केवल वह
हमें उन्हें करने की सामर्थ्य भी प्रदान करेगा, वरन उसने पहले
से वे भले कार्य हमारे लिए ठहरा भी रखे हैं (इफिसियों 2:10)!
हो सकता है कि परमेश्वर ने ठहराया हुआ हो
कि हमारी मुलाक़ात, यूँ ही, किसी ऐसे व्यक्ति के साथ हो जाए जिसे कुछ प्रोत्साहन
के शब्दों की आवश्यकता है, या जिसे किसी ऐसी सहायता की आवश्यकता है जो हम उसे
दे सकते हैं। हमें तो बस परमेश्वर के आज्ञाकारी होकर उस कार्य को करने के लिए आगे
बढ़ना है। - लेस्ली कोह
प्रभु पर भरोसा
रखते हुए सहायता कार्यों के लिए आगे बढ़ते रहिए।
वैसे ही विश्वास
भी, यदि कर्म सहित न
हो तो अपने स्वभाव में मरा हुआ है। - याकूब 2:17
बाइबल पाठ:
इफिसियों 2:1-10
इफिसियों 2:1 और
उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे।
इफिसियों 2:2 जिन
में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते
थे, जो अब भी आज्ञा
न मानने वालों में कार्य करता है।
इफिसियों 2:3 इन
में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध
की सन्तान थे।
इफिसियों 2:4 परन्तु
परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उसने हम से प्रेम किया।
इफिसियों 2:5 जब
हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।)
इफिसियों 2:6 और
मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया।
इफिसियों 2:7 कि
वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।
इफिसियों 2:8 क्योंकि
विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।
इफिसियों 2:9 और
न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई
घमण्ड करे।
इफिसियों 2:10 क्योंकि
हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर
ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया।
एक साल में बाइबल:
- लैव्यव्यवस्था 1-3
- मत्ती 24:1-28