किशोर
मसीही विश्वासियों का एक समूह, एक वृद्धाश्रम में लोगों से मिलने के लिए गया।
उनमें से एक युवती का ध्यान कमरे के अन्त में एक अकेले पड़े हुए व्यक्ति की ओर गया।
उसके पास सोने के लिए एक खाट के अतिरिक्त शायद कुछ और रह नहीं गया था – और उस खाट
से वह अपने शरीर की अक्षमता के कारण हिल-डुल नहीं सकता था।
उस
युवती ने तुरंत ही हमारे प्रति परमेश्वर के प्रेम की कहानी उसे बताना आरंभ किया और
परमेश्वर के वचन बाइबल से कुछ खण्डों को उसे पढ़कर सुनाया। जैसे-जैसे वह उस वृद्ध
को परमेश्वर के प्रेम के बारे में सुनाती और पढ़ कर सुनाती गई, उस युवती ने अनुभव
किया कि उस वृद्ध में और अधिक जानने की जिज्ञासा बढ़ने लगी। उसकी इस रुचि का
प्रत्युत्तर देते हुए, उस युवती ने वृद्ध को प्रभु यीशु मसीह के बलिदान के चमत्कार
के विषय समझाया। युवती ने पाया कि बिना घर-परिवार और बिना केसी आशा के जीवन जी रहे
उस वृद्ध के लिए यह समझना कठिन था कि कोई ऐसा भी है जो उसके पापों के लिए क्रूस पर
अपना जीवन बलिदान करने के लिए तैयार है, चाहे वे कभी मिले न भी हों।
युवती
ने उसे प्रभु यीशु के विषय और भी बताया – और सभी विश्वास करने वालों के लिए स्वर्ग
के वायदे (एक नए शरीर सहित) के विषय भी बताया। वृद्ध ने युवती से पूछा, “क्या ऊपर
वहाँ तुम मेरे साथ्नाचोगी?” युवती को आभास हुआ कि वह अपने इस क्षीण हो चुके शरीर
और उसकी अशक्त कर देने वाली सीमाओं से मुक्त हुए जीवन के बारे में सोच रहा था। जब
वृद्ध ने कहा कि वह प्रभु यीशु मसीह को अपना मुक्तिदाता स्वीकार करना चाहता है, तो
युवती ने क्षमा और विश्वास की प्रार्थना करने में उसकी सहायता की। जब युवती ने
पूछा कि क्या वह उसके साथ एक फोटो खिंचवाने की अनुमति देगा, तो उसने उत्तर दिया कि
फोटो खिंचवाएगा, यदि वह बैठने में उसकी सहायता करेगी; क्योंकि अब वह एक नया आदमी
है।
परमेश्वर
की स्तुति हो प्रभु यीशु मसीह के जीवन बदलने, आशा प्रदान करने वाले, सबके लिए सेंट-मेंत
में उपलब्ध सुसमाचार के लिए। जितने प्रभु में विश्वास लाते हैं उन्हें नया जीवन
प्राप्त होता है (कुलुस्सियों 1:5, 23)। -
डेव ब्रैनन
प्रभु यीशु नया जीवन प्रदान करता है।
यदि तुम विश्वास की नेव पर दृढ़ बने रहो,
और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिस का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिस का मैं पौलुस सेवक बना। - कुलुस्सियों 1:23
बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 1:3-14
Colossians 1:3 हम तुम्हारे लिये नित
प्रार्थना कर के अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात परमेश्वर का धन्यवाद करते
हैं।
Colossians 1:4 क्योंकि हम ने सुना है,
कि मसीह यीशु पर तुम्हारा विश्वास है, और सब
पवित्र लोगों से प्रेम रखते हो।
Colossians 1:5 उस आशा की हुई वस्तु के
कारण जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी हुई है, जिस का वर्णन
तुम उस सुसमाचार के सत्य वचन में सुन चुके हो।
Colossians 1:6 जो तुम्हारे पास पहुंचा है
और जैसा जगत में भी फल लाता, और बढ़ता जाता है; अर्थात जिस दिन से तुम ने उसको सुना, और सच्चाई से
परमेश्वर का अनुग्रह पहिचाना है, तुम में भी ऐसा ही करता है।
Colossians 1:7 उसी की शिक्षा तुम ने हमारे
प्रिय सहकर्मी इपफ्रास से पाई, जो हमारे लिये मसीह का
विश्वास योग्य सेवक है।
Colossians 1:8 उसी ने तुम्हारे प्रेम को
जो आत्मा में है हम पर प्रगट किया।
Colossians 1:9 इसी लिये जिस दिन से यह
सुना है, हम भी तुम्हारे लिये यह प्रार्थना करने और बिनती
करने से नहीं चूकते कि तुम सारे आत्मिक ज्ञान और समझ सहित परमेश्वर की इच्छा की
पहिचान में परिपूर्ण हो जाओ।
Colossians 1:10 ताकि तुम्हारा चाल-चलन
प्रभु के योग्य हो, और वह सब प्रकार से प्रसन्न हो, और तुम में हर प्रकार के भले कामों का फल लगे, और
परमेश्वर की पहिचान में बढ़ते जाओ।
Colossians 1:11 और उस की महिमा की शक्ति
के अनुसार सब प्रकार की सामर्थ से बलवन्त होते जाओ, यहां तक
कि आनन्द के साथ हर प्रकार से धीरज और सहनशीलता दिखा सको।
Colossians 1:12 और पिता का धन्यवाद करते
रहो, जिसने हमें इस योग्य बनाया कि ज्योति में पवित्र लोगों
के साथ मीरास में समभागी हों।
Colossians 1:13 उसी ने हमें अन्धकार के वश
से छुड़ाकर अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया।
Colossians 1:14 जिस में हमें छुटकारा
अर्थात पापों की क्षमा प्राप्त होती है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 54-56
- रोमियों 3