कहा
जाता है कि “जब आप मज़े ले रहे हों, तो समय बहुत तेज़ी से बीतता है।” यह कोई तथ्य तो
नहीं है, किन्तु अनुभव इसे सत्य प्रतीत करवाता है। जब जीवन मनोरम हो, तो समय बहुत
जल्दी बीत जाता है। यदि मैं कोई ऐसा कार्य कर रही हूँ जो मुझे अच्छा लगता है, या
मैं किसी ऐसे व्यक्ति के साथ हूँ जिसकी संगति मुझे अच्छी लगती है, तो फिर समय का कोई
महत्व नहीं रहता है।
इस
बात के अनुभव ने मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रकाशितवाक्य 4 अध्याय में वर्णित
दृश्य के प्रति एक नई समझ दी है। पहले जब मैं परमेश्वर के सिंहासन के चारों ओर
बैठे उन चार प्राणियों के बारे में विचार करती थी, जो वही शब्द बारंबार दोहरा रहे
हैं, तो मुझे लगता था, यह कितनी उबाऊ स्थिति होगी।
परन्तु
अब मैं ऐसा नहीं सोचती हूँ। अब जब मैं उन दृश्यों के बारे में सोचती हूँ जो
उन्होंने अपनी अनेकों आँखों से देखे हैं (पद 8), और उन दर्शनों के बारे में विचार
करती हूँ जिन्हें उन्होंने परमेश्वर के सिंहासन के पास होने के कारण निहारा है (पद
6), तो मुझे लगता है कि वे कितने आश्चर्यचकित होंगे परमेश्वर के गलती करते रहने
वाले मनुष्यों के प्रति बुद्धिमान और प्रेम पूर्ण व्यवहार के लिए। इसलिए फिर इस सब
के लिए उनके उस प्रत्युत्तर से बेहतर और क्या प्रत्युत्तर हो सकता है? वे और क्या कहेंगे,
सिवाए इसके कि “पवित्र, पवित्र, पवित्र”?
क्या
उन्हीं शब्दों को बारंबार कहते रहना उबा देने वाला हो सकता है? यदि आप किसी ऐसे के
साथ हैं जिसे आप प्रेम करते हैं, तब तो नहीं; और न ही तब जब आप ठीक वही कर रहे हैं
जिसे करने के लिए आपको योजनाबद्ध रीति से बनाया गया है। उन चार प्राणियों के समान
जिन्हें परमेश्वर ने अपनी महिमा करने के उद्देश्य से बनाया है, हमें भी परमेश्वर
ने अपनी महिमा के उद्देश्य से बनाया है। यदि हम अपने जीवन परमेश्वर द्वारा हमारे
लिए रखे गए उद्देश्य पर केंद्रित रखें, और उस उद्देश्य को पूरा करते रहें, तो
हमारे जीवन कभी भी उबाऊ नहीं होंगे। - जूली एकरमैन लिंक
परमेश्वर के साथ सामंजस्य में बना हुआ
ह्रदय, उसकी स्तुति किए बिना रह नहीं सकता है।
इस प्रजा को मैं ने अपने लिये बनाया है कि
वे मेरा गुणानुवाद करें। - यशायाह 43:21
बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 4
Revelation 4:1 इन बातों के बाद जो मैं ने
दृष्टि की, तो क्या देखता हूं कि स्वर्ग में एक द्वार खुला
हुआ है; और जिस को मैं ने पहिले तुरही के से शब्द से अपने
साथ बातें करते सुना था, वही कहता है, कि
यहां ऊपर आ जा: और मैं वे बातें तुझे दिखाऊंगा, जिन का इन
बातों के बाद पूरा होना अवश्य है।
Revelation 4:2 और तुरन्त मैं आत्मा में आ
गया; और क्या देखता हूं, कि एक सिंहासन
स्वर्ग में धरा है, और उस सिंहासन पर कोई बैठा है।
Revelation 4:3 और जो उस पर बैठा है,
वह यशब और मानिक सा दिखाई पड़ता है, और उस
सिंहासन के चारों ओर मरकत सा एक मेघधनुष दिखाई देता है।
Revelation 4:4 और उस सिंहासन के चारों ओर
चौबीस सिंहासन है; और इन सिंहासनों पर चौबीस प्राचीन श्वेत
वस्त्र पहिने हुए बैठें हैं, और उन के सिरों पर सोने के
मुकुट हैं।
Revelation 4:5 और उस सिंहासन में से
बिजलियां और गर्जन निकलते हैं और सिंहासन के साम्हने आग के सात दीपक जल रहे हैं,
ये परमेश्वर की सात आत्माएं हैं।
Revelation 4:6 और उस सिंहासन के साम्हने
मानो बिल्लौर के समान कांच का सा समुद्र है, और सिंहासन के
बीच में और सिंहासन के चारों ओर चार प्राणी हैं, जिन के आगे
पीछे आंखे ही आंखे हैं।
Revelation 4:7 पहिला प्राणी सिंह के समान
है, और दूसरा प्राणी का मुंह बछड़े के समान है, तीसरे प्राणी का मुंह मनुष्य का सा है, और चौथा
प्राणी उड़ते हुए उकाब के समान है।
Revelation 4:8 और चारों प्राणियों के छ:
छ: पंख हैं, और चारों ओर, और भीतर आंखे
ही आंखे हैं; और वे रात दिन बिना विश्राम लिये यह कहते रहते
हैं, कि पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु परमेश्वर, सर्वशक्तिमान, जो था, और जो है, और जो आने
वाला है।
Revelation 4:9 और जब वे प्राणी उस की जो
सिंहासन पर बैठा है, और जो युगानुयुग जीवता है, महिमा और आदर और धन्यवाद करेंगे।
Revelation 4:10 तब चौबीसों प्राचीन
सिंहासन पर बैठने वाले के साम्हने गिर पड़ेंगे, और उसे जो
युगानुयुग जीवता है प्रणाम करेंगे; और अपने अपने मुकुट
सिंहासन के साम्हने यह कहते हुए डाल देंगे।
Revelation 4:11 कि हे हमारे प्रभु,
और परमेश्वर, तू ही महिमा, और आदर, और सामर्थ के योग्य है; क्योंकि तू ही ने सब वस्तुएं सृजीं और वे तेरी ही इच्छा से थीं, और सृजी गईं।
(इस लेक की लेखिका, जूली, अब स्वर्ग में
परमेश्वर की स्तुति करने वालों के साथ हैं)
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन 14-15
- मत्ती 17