जब भी कोई ऐसा व्यक्ति, जिसका पिछला इतिहास
लिए गए कर्जे के प्रति समय से न चुकाने, या चुकाने में रूचि न रखने का रहा हो,
किसी नए क़र्ज़ को लेना चाहता है, तो कर्जा देने वाले उसे क़र्ज़ देने से हिचकिचाते
हैं, वे उसके साथ जोखिम उठाना नहीं चाहते हैं। तब वह कर्ज़ा लेने की इच्छा रखने
वाला किसी ऐसे व्यक्ति को ढूँढ़ता है जो अपने कर्जे चुकाने के इतिहास में सही रहा
हो, और फिर उस व्यक्ति से अपना नाम भी उस कर्ज़ा लेने में जोड़ने का निवेदन करता है।
उस साथ में नाम लिखवाने और हस्ताक्षर करने वाले के द्वारा कर्ज़ा देने वालों को
आश्वस्त किया जाता है कि लिया गया कर्ज़ा समय से चुकाया जाएगा।
जब कोई व्यक्ति हमसे कोई वायदा करता है –
चाहे आर्थिक, वैवाहिक, या अन्य किसी बात के सम्बन्ध में, तो हमारी अपेक्षा रहती है
कि वह उन वायदों को पूरा भी करेगा। यदि हम आश्वास्त होना चाहते हैं कि परमेश्वर भी
अपने वायदों को पूरा करेगा, तो परमेश्वर के वचन बाइबल में परमेश्वर द्वारा अब्राहम
को दिए गए वायदों को देखें। परमेश्वर ने अब्राहम से वायदा किया कि वह उसे आशीषित
करेगा और बहुत वंशज देगा (देखें उत्पत्ति 22:17; इब्रानियों 6:14), और अब्राहम ने
परमेश्वर की बात पर विश्वास किया। सारी सृष्टि का सृष्टिकर्ता होने के कारण,
परमेश्वर से बढ़कर कोई नहीं है; इसलिए केवल परमेश्वर स्वयं ही अपने वायदे की पूर्ति
का आश्वासन दे सकता था।
अब्राहम को अपने पुत्र के जन्म लेने की
प्रतीक्षा करनी पड़ी (इब्रानियों 6:15), किन्तु स्वयं नहीं देख सका कि उसके वंशज
कितने अधिक हो जाएँगे, परन्तु परमेश्वर अपने वायदे में विश्वासयोग्य रहा। जब
परमेश्वर हमसे वायदा करता है कि सदैव हमारे साथ रहेगा (इब्रानियों 13:5, 6), हमें
अपने हाथों में सुरक्षित सम्भाले रखेगा (यूहन्ना 10:29), और हमें शान्ति तथा
सांत्वना देगा (2 कुरिन्थियों 1:3-4), तो हम भरोसा रख सकते हैं कि वह अपने वायदे
के प्रति विश्वासयोग्य रहेगा। - कर्स्टन होल्मबर्ग
परमेश्वर के
वायदे पक्के होते हैं।
तुम्हारा स्वभाव
लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी
पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे
त्यागूंगा। इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु,
मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। - इब्रानियों 13:5-6
बाइबल पाठ:
इब्रानियों 6:13-20
इब्रानियों 6:13
और परमेश्वर ने इब्राहीम को प्रतिज्ञा देते समय जब कि शपथ खाने के लिये किसी को
अपने से बड़ा न पाया, तो अपनी ही शपथ खाकर कहा।
इब्रानियों 6:14
कि मैं सचमुच तुझे बहुत आशीष दूंगा, और तेरी सन्तान को
बढ़ाता जाऊंगा।
इब्रानियों 6:15
और इस रीति से उसने धीरज धर कर प्रतिज्ञा की हुई बात प्राप्त की।
इब्रानियों 6:16
मनुष्य तो अपने से किसी बड़े की शपथ खाया करते हैं और उन के हर एक विवाद का फैसला
शपथ से पक्का होता है।
इब्रानियों 6:17
इसलिये जब परमेश्वर ने प्रतिज्ञा के वारिसों पर और भी साफ रीति से प्रगट करना चाहा,
कि उसकी मनसा बदल नहीं सकती तो शपथ को बीच में लाया।
इब्रानियों 6:18
ताकि दो बे-बदल बातों के द्वारा जिन के विषय में परमेश्वर का झूठा ठहरना अन्होना
है, हमारा दृढ़ता से ढाढ़स बन्ध जाए, जो
शरण लेने को इसलिये दौड़े है, कि उस आशा को जो साम्हने रखी
हुई है प्राप्त करें।
इब्रानियों 6:19
वह आशा हमारे प्राण के लिये ऐसा लंगर है जो स्थिर और दृढ़ है, और परदे के भीतर तक पहुंचता है।
इब्रानियों 6:20
जहां यीशु मलिकिसिदक की रीति पर सदा काल का महायाजक बन कर, हमारे
लिये अगुआ की रीति पर प्रवेश हुआ है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 16-17
- प्रेरितों 20:1-16