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गुरुवार, 22 अगस्त 2013

विचार और मूल्याँकन

   ऑसट्रिया के एक 47 वर्षीय व्यक्ति, कार्ल रैबेडेर ने, अपनी सारी संपत्ति, जो लगभग 47 लाख अमेरीकी डॉलर की थी, दान कर दी क्योंकि उसका निष्कर्ष था कि उसकी संपत्ति और मन खोल कर खर्च करना उसे जीवन की वास्तविकता और आनन्द से वंचित कर रहे हैं। कार्ल ने लंडन शहर के एक अखबार डेली टेलिग्राफ को एक साक्षात्कार में कहा, "मुझे लगने लगा था कि मैं एक दास के समान उन वस्तुओं के लिए कार्य किए जा रहा हूँ जिनकी ना तो मुझे आवश्यकता है और ना ही इच्छा। मेरे जीवन का सबसे बड़ा सदमा था यह एहसास करना कि वह ’पाँच-सितारा’ जीवन शैली जो मैं जी रहा हूँ कितनी निरर्थक, आत्माविहीन और भावशून्य है।" कार्ल ने दक्षिणी अमेरिका के देशों में धर्माथ सेवा के कार्य आरंभ किए और अपनी सारी संपत्ति उन में लगा दी।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन 4 अध्याय में हम से अपने जीवन मार्ग के बारे में सावधानी पूर्वक विचार करने को कहा गया है। यहाँ धर्मियों के मुक्त, बाधारहित जीवन की तुलना दुष्टों के अन्धकारमय और उलझन भरे मार्गों से करी गई है (पद 19)। "और मेरा पिता मुझे यह कह कर सिखाता था, कि तेरा मन मेरे वचन पर लगा रहे; तू मेरी आज्ञाओं का पालन कर, तब जीवित रहेगा" (नीतिवचन 4:4); "सब से अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है" (नीतिवचन 4:23); "अपने पांव धरने के लिये मार्ग को समथर कर, और तेरे सब मार्ग ठीक रहें" (नीतिवचन 4:26)। प्रत्येक पद हमें उकसाता है कि हम मूल्याँकन करें कि हम जीवन में कहाँ खड़े हैं।

   कोई भी व्यक्ति अपना जीवन एक स्वार्थी और निर्दयी मार्ग से होकर तय नहीं करना चाहता। लेकिन यदि हम रुक कर विचार और मूल्याँकन नहीं करेंगे, और परमेश्वर पिता से मार्गदर्शन नहीं लेंगे तो यही होगा। परमेश्वर पिता से प्रार्थना करें कि वह अपने वचन के प्रति प्रेम और तथा समझ-बूझ का अनुग्रह आपको प्रदान करे तथा आप उसके साथ उसके मार्गों पर सदा चलने वाले बन सकें। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब आप परमेश्वर के साथ चलेंगे तो आप सही दिशा में आगे बढ़ेंगे।

मैं ने तुझे बुद्धि का मार्ग बताया है; और सीधाई के पथ पर चलाया है। शिक्षा को पकड़े रह, उसे छोड़ न दे; उसकी रक्षा कर, क्योंकि वही तेरा जीवन है। - नीतिवचन 4:11, 13

बाइबल पाठ: नीतिवचन 4:14-23
Proverbs 4:14 दुष्टों की बाट में पांव न धरना, और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना।
Proverbs 4:15 उसे छोड़ दे, उसके पास से भी न चल, उसके निकट से मुड़ कर आगे बढ़ जा।
Proverbs 4:16 क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें, तो उन को नींद नहीं आती; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएं, तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती।
Proverbs 4:17 वे तो दुष्टता से कमाई हुई रोटी खाते, और उपद्रव के द्वारा पाया हुआ दाखमधु पीते हैं।
Proverbs 4:18 परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है, जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है।
Proverbs 4:19 दुष्टों का मार्ग घोर अन्धकारमय है; वे नहीं जानते कि वे किस से ठोकर खाते हैं।
Proverbs 4:20 हे मेरे पुत्र मेरे वचन ध्यान धरके सुन, और अपना कान मेरी बातों पर लगा।
Proverbs 4:21 इन को अपनी आंखों की ओट न होने दे; वरन अपने मन में धारण कर।
Proverbs 4:22 क्योंकि जिनको वे प्राप्त होती हैं, वे उनके जीवित रहने का, और उनके सारे शरीर के चंगे रहने का कारण होती हैं।
Proverbs 4:23 सब से अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है।
Proverbs 4:24 टेढ़ी बात अपने मुंह से मत बोल, और चालबाजी की बातें कहना तुझ से दूर रहे।
Proverbs 4:25 तेरी आंखें साम्हने ही की ओर लगी रहें, और तेरी पलकें आगे की ओर खुली रहें।
Proverbs 4:26 अपने पांव धरने के लिये मार्ग को समथर कर, और तेरे सब मार्ग ठीक रहें।
Proverbs 4:27 न तो दाहिनी ओर मुढ़ना, और न बाईं ओर; अपने पांव को बुराई के मार्ग पर चलने से हटा ले।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 110-112 
  • 1 कुरिन्थियों 5