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मंगलवार, 8 मई 2018

अनदेखा



   ब्लॉगिंग समुदाय के अन्य लोगों के समान, मैं भी उस व्यक्ति से कभी नहीं मिला था, जिसे हम ‘ब्रूस सी’ के नाम से जानते थे। परन्तु फिर भी जब  उसकी पत्नि ने हम सबको ब्लॉग पर एक नोट लिखकर सूचित किया कि ब्रूस का देहांत हो है, अनेकों स्थानों से आने वाले प्रतिउत्तरों ने हमें अवगत करवा दिया कि हम सब ने एक मित्र खो दिया है।

   ‘ब्रूस सी’ हम सब से दिल खोल कर वार्तालाप करता था। औरों के प्रति अपनी चिन्ता के विषय तथा उसके विषय जो उसे महत्वपूर्ण लगता था, वह उन्मुक्त होकर कहता था। हम में से अनेकों को लगता था कि हम उसे निकटता से जानते हैं। कानून का पालन करवाने और मसीह यीशु में विश्वास के वर्षों के अनुभव से आने वाली उसकी समझदारी तथा कोमल बुद्धिमता के अभाव का एहसास अब हमारे साथ बना रहेगा।

   ‘ब्रूस सी’ के साथ होने वाले ऑनलाइन संवादों को याद करने से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु के एक प्रथम शताब्दी के गवाह द्वारा लिखे गए शब्द स्मरण हो आए। प्रभु यीशु के शिष्य, प्रेरित पतरस ने बाइबल के नए नियम खण्ड में लिखी अपनी पहली पत्री में रोमी साम्राज्य में तित्तर-बित्तर होकर रहने वाले मसीही विश्वासियों को संबोधित करते हुए कहा, “उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास कर के ऐसे आनन्‍दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है” (1 पतरस 1:8)।

   प्रभु यीशु मसीह का शिष्य तथा निकट मित्र होने के नाते पतरस उन लोगों को लिख रहा था जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह के विषय में केवल सुना ही था लेकिन फिर भी उससे अपने कष्टों में भी शान्ति और सांत्वना प्राप्त की थी। वे मसीही विश्वासियों के वृहत समुदाय का भाग थे और उस समुदाय के अन्य लोगों के समान, मसीह से प्रेम रखते थे। वे जानते थे कि मसीह यीशु ने अपने प्राणों की कीमत देकर उन्हें परमेश्वर के अनन्त परिवार में सम्मिलित किया है।

   हम मसीही विश्वासियों के लिए चाहे मसीह यीशु अनदेखा है, परन्तु अनजाना नहीं है; हम प्रतिदिन उसे और उसकी देखरेख को अनुभव करते हैं। - मार्ट डीहॉन


मसीह यीशु के प्रति हमारा प्रेम, 
हमारे पड़ौसी के प्रति हमारे प्रेम के जितना ही वास्तविक है।

यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देखकर विश्वास किया है, धन्य वे हैं जिन्हों ने बिना देखे विश्वास किया। - यूहन्ना 20:29

बाइबल पाठ: 1 पतरस 1:1-9
1 Peter 1:1 पतरस की ओर से जो यीशु मसीह का प्रेरित है, उन परदेशियों के नाम, जो पुन्‍तुस, गलतिया, कप्‍पदुकिया, आसिया, और बिथुनिया में तित्तर बित्तर हो कर रहते हैं।
1 Peter 1:2 और परमेश्वर पिता के भविष्य ज्ञान के अनुसार, आत्मा के पवित्र करने के द्वारा आज्ञा मानने, और यीशु मसीह के लोहू के छिड़के जाने के लिये चुने गए हैं। तुम्हें अत्यन्‍त अनुग्रह और शान्‍ति मिलती रहे।
1 Peter 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया।
1 Peter 1:4 अर्थात एक अविनाशी और निर्मल, और अजर मीरास के लिये।
1 Peter 1:5 जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है।
1 Peter 1:6 और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो।
1 Peter 1:7 और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे।
1 Peter 1:8 उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास कर के ऐसे आनन्‍दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।
1 Peter 1:9 और अपने विश्वास का प्रतिफल अर्थात आत्माओं का उद्धार प्राप्त करते हो।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 4-6
  • लूका 24:36-53