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सोमवार, 7 जून 2021

अवसर

 

          उन्होंने कहा, “अपने बच्चों को चाँद दिखाने के किसी अवसर को मत गँवाना।” हमारी साप्ताहिक प्रार्थना सभा के आरंभ होने से पहले, एकत्रित लोगों में से हम कुछ लोग बीती रात की शरद पूर्णिमा के चाँद के मनोहर दृश्य के बारे में बात कर रहे थे। वह बड़ा सा चाँद बहुत आकर्षक था, विशेषकर उस समय, जब वह क्षितिज पर था। हमारे समूह की सबसे वृद्ध महिला, पके हुए बालों वाले श्रीमती वैब, परमेश्वर की सृष्टि से बहुत प्रेम करती थीं। उन्हें पता था कि उस समय हमारे दो बच्चे घर पर थे, और वे चाहती थीं कि उनकी उचित परवरिश करने में हमें सहायता दें। इसीलिए उन्होंने कहा, “अपने बच्चों को चाँद दिखाने के किसी अवसर को मत गँवाना।”

          श्रीमती वैब अच्छी भजनकार बनतीं। वो भी परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद के समान ही सृष्टि, आकाश, और चाँद-सितारों पर ध्यान करती रहती थीं। न तो भजनकार, और न ही श्रीमती वैब का उन चाँद-सितारों की उपासना करने की कोई मनसा थी, वरन वे दोनों ही उनमें सृष्टिकर्ता के हाथों की अद्भुत कारीगरी को देखते थे; उस पर मनन करते थे, समझते थे कि किस प्रकार आकाश परमेश्वर की महिमा का वर्णन कर रहा है।

          हम भी अपने आस-पास के लोगों – छोटे बच्चों से लेकर किशोरों, युवाओं, वयस्कों को, अपने पड़ौसियों और परिवार जनों को, प्रोत्साहित कर सकते हैं कि वे थोड़ा रुक और ध्यान से सुन कर सृष्टि में प्रकट परमेश्वर की महिमा पर ध्यान करें। जब हम परमेश्वर की सृष्टि पर, उसके हाथों की कारीगरी पर ध्यान करेंगे, तो फिर उसकी आराधना भी करेंगे। जहाँ परमेश्वर की आराधना होगी, वहाँ उसकी आशीषें भी होंगी। इसलिए सृष्टिकर्ता की सृष्टि की सराहना करने के अवसर को कभी न गँवाएँ। - जॉन ब्लेज़

 

यदि हम रुक कर देखें और सुनें, तो सृष्टि द्वारा की जा रही परमेश्वर की महिमा के गवाह होंगे।


क्योंकि उसके अनदेखे गुण, अर्थात उस की सनातन सामर्थ्य, और परमेश्वरत्व जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते हैं। - रोमियों 1:20

बाइबल पाठ: भजन 19:1-4

भजन संहिता 19:1 आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है।

भजन संहिता 19:2 दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है।

भजन संहिता 19:3 न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहां उनका शब्द सुनाई नहीं देता है।

भजन संहिता 19:4 उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूंज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं। उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है,

 

एक साल में बाइबल: 

  • इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 17