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शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

प्रेम और बलिदान



      ऑस्ट्रेलिया के एक पत्रकार ने 400 दिन जेल में बिताने के बाद छोड़े जाने पर मिलीजुली भावनाएं व्यक्त कीं। उसने रिहा होने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, जेल में ही पीछे छूट गए अपने मित्रों के लिए भी चिन्ता व्यक्त की। उसने कहा कि उसके लिए अपने संगी पत्रकारों से, जो उसके साथ ही बन्दी बनाए गए थे, विदा लेना बहुत कठिन था क्योंकि यह ज्ञात नहीं था कि उन्हें और कितना समय जेल में रहना पड़ेगा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में मूसा ने भी अपने मित्रों और साथियों को छोड़ देने को लेकर बहुत चिन्ता व्यक्त की। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि मूसा जब सीनै पर्वत पर परमेश्वर के साथ था, तो नीचे उसके भाई, बहन और उसके साथी इस्रालियों ने एक सोने का बछड़ा बना कर उसकी उपासना करनी आरंभ कर दी (निर्गमन 32:11-14)। उनकी इस मूर्तिपूजा से क्रोधित होकर परमेश्वर ने इस्राएलियों का नाश करके मूसा से एक नई जाति बनाने के लिए कहा। परन्तु मूसा ने इसके लिए मना किया और इस्राएलियों के लिए परमेश्वर से विनती की। यह दिखाते हुए कि मूसा अपने लोगों की कितनी अधिक चिंता करता था, उसने परमेश्वर से कहा, “तौभी अब तू उनका पाप क्षमा कर नहीं तो अपनी लिखी हुई पुस्तक में से मेरे नाम को काट दे” (पद 32)।

      प्रेरित पौलुस ने भी अपने परिवार, मित्रों और संगी इस्राएलियों के लिए ऐसी ही चिंता व्यक्त की। प्रभु यीशु मसीह में उनके अविश्वास से दुखी होकर, पौलुस ने कहा कि यदि उसके प्रभु यीशु मसीह के साथ संबंध विच्छेद करने से वह अपने लोगों को बचा पाए, तो वह यह भी करने को तैयार है (रोमियों 9:3)।

      दोनों, मूसा और पौलुस ने वैसे ही प्रेम को व्यक्त किया जैसा प्रभु यीशु मसीह ने हमसे किया है। परन्तु जिस प्रेम और बलिदान को वे दोनों कह कर व्यक्त कर रहे थे, उसे प्रभु यीशु ने हमारे लिए कर के दिखाया। प्रभु का यह प्रेम और बलिदान ही उन्हें हमारा और जगत का उद्धारकर्ता बनाता है। - मार्ट डीहौन


हमारे द्वारा औरों की देखभाल और चिंता करना, 
हमारे प्रति प्रभु यीशु के प्रेम को प्रतिबिंबित करता है।

हे भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो। तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो। - गलातियों 6:1-2

बाइबल पाठ: निर्गमन 32:21-32
Exodus 32:21 तब मूसा हारून से कहने लगा, उन लोगों ने तुझ से क्या किया कि तू ने उन को इतने बड़े पाप में फंसाया?
Exodus 32:22 हारून ने उत्तर दिया, मेरे प्रभु का कोप न भड़के; तू तो उन लोगों को जानता ही है कि वे बुराई में मन लगाए रहते हैं।
Exodus 32:23 और उन्होंने मुझ से कहा, कि हमारे लिये देवता बनवा जो हमारे आगे आगे चले; क्योंकि उस पुरूष मूसा को, जो हमें मिस्र देश से छुड़ा लाया है, हम नहीं जानते कि उसे क्या हुआ?
Exodus 32:24 तब मैं ने उन से कहा, जिस जिसके पास सोने के गहनें हों, वे उन को तोड़कर उतार लाएं; और जब उन्होंने मुझ को दिया, मैं ने उन्हें आग में डाल दिया, तब यह बछड़ा निकल पड़ा
Exodus 32:25 हारून ने उन लोगों को ऐसा निरंकुश कर दिया था कि वे अपने विरोधियों के बीच उपहास के योग्य हुए,
Exodus 32:26 उन को निरंकुश देखकर मूसा ने छावनी के निकास पर खड़े हो कर कहा, जो कोई यहोवा की ओर का हो वह मेरे पास आए; तब सारे लेवीय उस के पास इकट्ठे हुए।
Exodus 32:27 उसने उन से कहा, इस्त्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, कि अपनी अपनी जांघ पर तलवार लटका कर छावनी से एक निकास से दूसरे निकास तक घूम घूमकर अपने अपने भाइयों, संगियों, और पड़ोसियों घात करो।
Exodus 32:28 मूसा के इस वचन के अनुसार लेवियों ने किया और उस दिन तीन हजार के अटकल लोग मारे गए।
Exodus 32:29 फिर मूसा ने कहा, आज के दिन यहोवा के लिये अपना याजकपद का संस्कार करो, वरन अपने अपने बेटों और भाइयों के भी विरुद्ध हो कर ऐसा करो जिस से वह आज तुम को आशीष दे।
Exodus 32:30 दूसरे दिन मूसा ने लोगों से कहा, तुम ने बड़ा ही पाप किया है। अब मैं यहोवा के पास चढ़ जाऊंगा; सम्भव है कि मैं तुम्हारे पाप का प्रायश्चित्त कर सकूं।
Exodus 32:31 तब मूसा यहोवा के पास जा कर कहने लगा, कि हाय, हाय, उन लोगों ने सोने का देवता बनवाकर बड़ा ही पाप किया है।
Exodus 32:32 तौभी अब तू उनका पाप क्षमा कर नहीं तो अपनी लिखी हुई पुस्तक में से मेरे नाम को काट दे।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 77-78
  • रोमियों 10