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रविवार, 17 जून 2018

अब्बा, पिता



      पिताओं के दिवस को मनाने के उपलक्ष्य में दिए जाने वाले एक कार्ड पर कार्टून बना हुआ था – एक पिता अपने एक हाथ से अपने आगे घास काटने की मशीन को धक्का दे रहा था, तथा साथ ही दूसरे हाथ से अपने पीछे बच्चों को घुमाने वाली एक गाड़ी को भी खींच रहा था, जिसमें उसकी तीन वर्षीय पुत्री बैठी हुई थी, और अपने पिता के साथ घर के लॉन की सैर से आनन्दित हो रही थी। ऐसा करना बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प तो नहीं है, परन्तु कौन कहता है कि पिता एक साथ कई कार्यों को नहीं कर सकते हैं।

      बचपन में यदि आपके पिता अच्छे थे, तो ऊपर दिए गए वर्णन से अनेकों अच्छी यादें उभर सकती हैं। परन्तु अनेकों लोगों के लिए “पिता” का ध्यान एक अपूर्ण विचार है। यदि हमारे बचपन में ही हमारे पिता हमें छोड़ कर चले जाएँ, अथवा उनकी मृत्यु हो जाए, या हम उनके व्यवहार से दुखित रहें, तो फिर प्रेरणा के लिए हम किस की ओर मुड़ेंगे?

      परमेश्वर के वचन बाइबल के एक प्रमुख पात्र, दाऊद, के जीवन में, पिता के रूप में कुछ कमियां अवश्य थीं, परन्तु दाऊद निश्चय ही परमेश्वर के पिता होने स्वभाव को भली-भांति समझता था। दाऊद ने परमेश्वर के विषय में लिखा, “परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। परमेश्वर अनाथों का घर बसाता है; और बन्धुओं को छुड़ाकर भाग्यवान करता है; परन्तु हठीलों को सूखी भूमि पर रहना पड़ता है” (भजन 68:5-6)। प्रेरित पौलुस ने इसी विचार को और विस्तृत किया, और छोटे बच्चों द्वारा पिता के लिए प्रयुक्त किए जाने वाले शब्द “अब्बा” का प्रयोग करते हुए लिखा “क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं” (रोमियों 8:15)। यह वही शब्द है जिसे प्रभु यीशु मसीह ने भी प्रयोग किया था, जब वह क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए अपने एक शिष्य द्वारा धोखे से पकड़वाए जाने से पहले, अत्यंत दुखी होकर परमेश्वर से प्रार्थना कर रहा था (मरकुस 14:36)।

      हम मसीही विश्वासियों के लिए यह कैसा अद्धभुत विशेषाधिकार है कि हम इसी अंतरंग शब्द के प्रयोग के साथ प्रार्थना में परमेश्वर के सम्मुख आ सकते हैं। हमारा अब्बा अपने परिवार में प्रत्येक उस व्यक्ति का स्वागत करता है, जो पापों से पश्चाताप और प्रभु यीशु में विश्वास तथा समर्पण के साथ उसकी ओर मुड़ता है। - टिम गुस्ताफसन


एक अच्छा पिता, स्वर्गीय पिता का प्रेम दर्शाता है।

सो तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो; “हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में है; तेरा नाम पवित्र माना जाए।” - मत्ती 6:9

बाइबल पाठ: रोमियों 8:12-17
Romans 8:12 सो हे भाइयो, हम शरीर के कर्जदार नहीं, ताकि शरीर के अनुसार दिन काटें।
Romans 8:13 क्योंकि यदि तुम शरीर के अनुसार दिन काटोगे, तो मरोगे, यदि आत्मा से देह की क्रीयाओं को मारोगे, तो जीवित रहोगे।
Romans 8:14 इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं।
Romans 8:15 क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं।
Romans 8:16 आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है, कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं।
Romans 8:17 और यदि सन्तान हैं, तो वारिस भी, वरन परमेश्वर के वारिस और मसीह के संगी वारिस हैं, जब कि हम उसके साथ दुख उठाएं कि उसके साथ महिमा भी पाएं।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • नहेम्याह 7-9
  • प्रेरितों 3