इंगलैंण्ड के एक ग्रामीण इलाके के मैदान में
मसीही लेखक और व्याख्याकर्ता, जी. के. चेस्टरटन, अपने स्थान से जहाँ वे बैठे हुए
थे, वहाँ से एकदम से उठकर खड़े हुए और बहुत ज़ोर से ठहाका मार कर हंसने लगे। उनका
ऐसा करना इतना अचानक और प्रबल था कि मैदान की गाएं उनकी ओर देखने लगीं।
ऐसा करने के कुछ मिनिट पहले चेस्टरटन बहुत
दुखी थे। वे बेचैन होकर पहाड़ियों में घूमते फिर रहे थे, रंगीन चौक से खाकी कागज़ पर
रेखा चित्र बना रहे थे। परन्तु चित्र बनाते-बनाते वे अचंभित हो गए जब उन्हें ध्यान
आया कि उनके पास सफ़ेद रंग का चौक नहीं है, जो उनके विचार से, उनकी चित्रकारी के
लिए बहुत आवश्यक था। लेकिन शीघ्र ही वे हँसने लगे, जब उन्हें एहसास हुआ कि उनके
नीचे की धरती सफ़ेद चूना-पत्थर की बनी हुई है, जो सफ़ेद चौक के समान ही था। उन्होंने
उस चूना-पत्थर का एक टुकड़ा तोड़ा और चित्र बनाना फिर से आरंभ कर दिया।
जैसे चेस्टरटन ने एहसास किया कि वे “सफ़ेद
चौक के असीम भण्डार पर बैठे हुए हैं” हम मसीही विश्वासियों के पास भी परमेश्वर के
असीम भौतिक और आत्मिक संसाधनों का खज़ाना है: “क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ्य ने
सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें
अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है” (2 पतरस
1:3)।
हो सकता है कि आपको ऐसा लगे कि भक्ति के लिए
आवश्यक किसी महत्वपूर्ण तत्व, जैसे कि विश्वास, अनुग्रह, और बुद्धिमता, की आपके
पास कमी है। किन्तु यदि आपके साथ प्रभु यीशु मसीह है, तो आपके पास जो कुछ भी आपके
लिए आवश्यक है, वह उपलब्ध है, और बहुतायत से है। मसीह यीशु में होकर आपके पास
परमेश्वर पिता के सभी संसाधन उपलब्ध हैं; पिता परमेश्वर ने अपनी संतान के लिए अपने
बड़े अनुग्रह मैं सभी प्रावधान कर के दिए हैं। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट
परमेश्वर
के सामर्थ्य और संसाधनों की कोई सीमा नहीं है।
हे
यहोवा के पवित्र लोगो,
उसका भय मानो, क्योंकि उसके डरवैयों को किसी
बात की घटी नहीं होती! जवान सिंहों तो घटी होती और वे भूखे भी रह जाते हैं;
परन्तु यहोवा के खोजियों को किसी भली वस्तु की घटी न होवेगी। - भजन 34:9-10
बाइबल
पाठ: 2 पतरस 1:1-10
2 Peter 1:1 शमौन पतरस की और से जो यीशु मसीह का दास और प्रेरित है, उन लोगों के नाम जिन्होंने हमारे परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की
धामिर्कता से हमारा सा बहुमूल्य विश्वास प्राप्त किया है।
2 Peter 1:2 परमेश्वर के और हमारे प्रभु यीशु की पहचान के द्वारा अनुग्रह और शान्ति
तुम में बहुतायत से बढ़ती जाए।
2 Peter 1:3 क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ्य ने सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्ध
रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है।
2 Peter 1:4 जिन के द्वारा उसने हमें बहुमूल्य और बहुत ही बड़ी प्रतिज्ञाएं दी
हैं: ताकि इन के द्वारा तुम उस सड़ाहट से छूट कर जो संसार में बुरी अभिलाषाओं से
होती है, ईश्वरीय स्वभाव के समभागी हो जाओ।
2 Peter 1:5 और इसी कारण तुम सब प्रकार का यत्न कर के, अपने
विश्वास पर सद्गुण, और सद्गुण पर समझ।
2 Peter 1:6 और समझ पर संयम, और संयम पर धीरज, और धीरज पर भक्ति।
2 Peter 1:7 और भक्ति पर भाईचारे की प्रीति, और भाईचारे की
प्रीति पर प्रेम बढ़ाते जाओ।
2 Peter 1:8 क्योंकि यदि ये बातें तुम में वर्तमान रहें, और
बढ़ती जाएं, तो तुम्हें हमारे प्रभु यीशु मसीह के पहचानने
में निकम्मे और निष्फल न होने देंगी।
2 Peter 1:9 और जिस में ये बातें नहीं, वह अन्धा है,
और धुन्धला देखता है, और अपने पूर्वकाली
पापों से धुल कर शुद्ध होने को भूल बैठा है।
2 Peter 1:10 इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे।
एक साल में
बाइबल:
- अय्यूब 38-40
- प्रेरितों 16:1-21