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रविवार, 23 अगस्त 2020

खुशी

 

          अकसर हम सुनते हैं कि खुशी अपनी इच्छा के अनुसार काम करने से मिलती है। परन्तु यह सत्य नहीं है। इस मानसिकता से केवल खोखलापन, चिंता, और दिल का दुःख ही मिलता है। कवि डब्ल्यू. एच. औडेन ने लोगों पर ध्यान किया जो विलासिता में अपने खालीपन को भरने का मार्ग तलाश रहे थे। उन्होंने उनके लिए लिखा “एक भुतहा जंगल में खोए हुए, / बच्चे जो रात से डरते हैं / जो न कभी प्रसन्न रहे और न भले।”


          परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार दाऊद हमारे भय और दुःख का उपाय लिखता है, मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया” (भजन 34:4)। खुशी कार्यों को परमेश्वर की कार्य-विधि के अनुसार करने में है, और यह ऐसा तथ्य है जिसे प्रतिदिन परखा जा सकता है। दाऊद ने आगे लिखा, जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की उन्होंने ज्योति पाई; और उनका मुंह कभी काला न होने पाया” (पद 5)। आप भी ऐसा ही कर के देखिए, और आप स्वयं समझ जाएँगे। जब वह कहता है, परखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है” (पद 8), तब उसका यही तात्पर्य है।


          हम कहते हैं देखने ही से विश्वास होता है, हम संसार में बातों को इसी प्रकार से समझते हैं – मुझे प्रमाण दिखाओ और मैं विश्वास कर लूँगा। परमेश्वर इसे विपरीत कहता है, विश्वास करो तो देखने भी पाओगे। तभी वह कहता है “परखो, और तब तुम देख लोगे।”


          परमेश्वर के वचन पर विश्वास रखो। वह आप से जो भी करने के लिए कहे, उसे कर दें; और आप देखने पाएँगे। वह आपको सही कार्य करने का अनुग्रह देगा, तथा उससे बढ़कर भी देगा; वह अपने आप को ही आपको दे देगा। वही तो सारी भलाई का एकमात्र स्त्रोत है – और उसके साथ स्थाई खुशी भी मिलेगी। - डेविड एच. रोपर

 

खुशी सही कार्य ठीक से करने में है।


यहोवा को अपने सुख का मूल जान, और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा। - भजन संहिता 37:4


बाइबल पाठ: भजन 34:1-14

भजन संहिता 34:1 मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूंगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी।

भजन संहिता 34:2 मैं यहोवा पर घमण्ड करूंगा; नम्र लोग यह सुनकर आनन्दित होंगे।

भजन संहिता 34:3 मेरे साथ यहोवा की बड़ाई करो, और आओ हम मिलकर उसके नाम की स्तुति करें।

भजन संहिता 34:4 मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया।

भजन संहिता 34:5 जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की उन्होंने ज्योति पाई; और उनका मुंह कभी काला न होने पाया।

भजन संहिता 34:6 इस दीन जन ने पुकारा तब यहोवा ने सुन लिया, और उसको उसके सब कष्टों से छुड़ा लिया।

भजन संहिता 34:7 यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उन को बचाता है।

भजन संहिता 34:8 परखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है! क्या ही धन्य है वह पुरुष जो उसकी शरण लेता है।

भजन संहिता 34:9 हे यहोवा के पवित्र लोगों, उसका भय मानो, क्योंकि उसके डरवैयों को किसी बात की घटी नहीं होती!

भजन संहिता 34:10 जवान सिंहों तो घटी होती और वे भूखे भी रह जाते हैं; परन्तु यहोवा के खोजियों को किसी भली वस्तु की घटी न होगी।

भजन संहिता 34:11 हे लड़कों, आओ, मेरी सुनो, मैं तुम को यहोवा का भय मानना सिखाऊंगा।

भजन संहिता 34:12 वह कौन मनुष्य है जो जीवन की इच्छा रखता, और दीर्घायु चाहता है ताकि भलाई देखे?

भजन संहिता 34:13 अपनी जीभ को बुराई से रोक रख, और अपने मुंह की चौकसी कर कि उस से छल की बात न निकले।

भजन संहिता 34:14 बुराई को छोड़ और भलाई कर; मेल को ढूंढ और उसी का पीछा कर।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 113-115
  • 1 कुरिन्थियों 6