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गुरुवार, 17 अक्टूबर 2019

प्रभाव



      वॉशिंगटन डीसी में राष्ट्रीय कला संग्रहालय में विचारण करते हुए मैंने एक उत्तम कलाकृति, “द विंड” देखी। उस चित्र में जंगल के इलाके में आई हुई आँधी को दिखाया गया था। लंबे, पतले पेड़, बाईं ओर झुके हुए थे; झाड़ियाँ भी उसी ओर गिर रही थीं।

      इससे भी अधिक प्रबल रीति से परमेश्वर का पवित्र आत्मा मसीही विश्वासियों को परमेश्वर की भलाई तथा सत्य की दिशा में मोड़ सकता है। यदि हम पवित्र आत्मा के अनुसार चलेंगे तो हम और अधिक साहसी तथा प्रेमी बनते जाएँगे। साथ ही हम अपनी लालसाओं की पूर्ति और उनके प्रति व्यवहार में भी और अधिक समझदार होते चले जाएँगे (2 तिमुथियुस 1:7)।

      कुछ परिस्थितियों में पवित्र आत्मा हमें आत्मिक बढ़ोतरी एवँ परिवर्तन की ओर उकसाता है; हो सकता है कि हम उसके इस उकसाने के लिए प्रत्युत्तर में “नहीं” कह देते हों। बारम्बार उसके इस उकसाने का इन्कार करने को आत्मा को “बुझाना” कहा गया है (1 थिस्सलुनीकियों 5:19)। यदि हम ऐसा करते रहते हैं, तो कुछ समय पश्चात, आत्मिक संवेदनहीनता के कारण, जो कभी हमें गलत लगता था, वह फिर उतना बुरा लगाना बन्द हो जाता है।

      जब परमेश्वर के साथ हमारा संबंध दूर का और टूटा हुआ लगने लगे, तो इसका कारण हमारा बारंबार पवित्र आत्मा को “नहीं” कहते रहना हो सकता है। यह जितना लंबे समय तक ज़ारी रहेगा, उतना कठिन समस्या की जड़ को पहचानना होता जाएगा। किन्तु हम परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ और धन्यवादी हो सकते हैं क्योंकि उसने अपने वचन बाइबल में हमें आश्वासन दिया है कि हम जब भी उससे अपने पापों की क्षमा मांगेगे और सच्चे मन से उनके लिए पश्चाताप करेंगे, वह हमें क्षमा करके हम में पवित्र आत्मा के प्रभाव और सामर्थ्य को बहाल कर देगा। परमेश्वर से प्रार्थना करें कि वह आपको आपके पापों के लिए कायल करे, और आप लौट कर उसके प्रभाव में आ सकें। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट

पवित्र आत्मा के प्रति समर्पित होने से हम सही जीवन जीने की ओर बढ़ते हैं।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: 1 थिस्सलुनीकियों 5:15-24
1 Thessalonians 5:15 सावधान! कोई किसी से बुराई के बदले बुराई न करे; पर सदा भलाई करने पर तत्‍पर रहो आपस में और सब से भी भलाई ही की चेष्‍टा करो।
1 Thessalonians 5:16 सदा आनन्‍दित रहो।
1 Thessalonians 5:17 निरन्‍तर प्रार्थना मे लगे रहो।
1 Thessalonians 5:18 हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।
1 Thessalonians 5:19 आत्मा को न बुझाओ।
1 Thessalonians 5:20 भविष्यद्वाणियों को तुच्‍छ न जानो।
1 Thessalonians 5:21 सब बातों को परखो: जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
1 Thessalonians 5:22 सब प्रकार की बुराई से बचे रहो।
1 Thessalonians 5:23 शान्‍ति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें।
1 Thessalonians 5:24 तुम्हारा बुलाने वाला सच्चा है, और वह ऐसा ही करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 50-52
  • 1 थिस्सलुनीकियों 5