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सोमवार, 5 अगस्त 2013

कठिन विदाई

   जब हमारे सबसे छोटे बेटे मार्क ने फौज में भर्ती ली तो हम जान गए कि अब हमारे आगे चुनौतियाँ रखी हैं। हम यह जानते थे कि अब उसे खतरों का अकेले ही सामना करना पड़ेगा और उसकी शारीरिक, आत्मिक और भावनात्मक क्षमताओं की भरपूर परीक्षा होगी। हम यह भी समझ रहे थे कि अब से हमारा घर वैसा ही उसका घर नहीं रहेगा जैसा अब तक हुआ करता था। मार्क के फौज में जाने के दिन और संबंधित चुनौतियों के लिए मैं और मेरी पत्नि अपने आप को दृढ़ करते रहे।

   फिर वह दिन आया जब मार्क को भर्ती कार्यालय पहुँचना था। हम वहाँ पहुँचे, एक दूसरे से गले मिले, एक दूसरे से विदाई का चुंबन और आलिंगन किया और फिर वह उस कार्यालय में जीवन का नया अध्याय आरंभ करने के लिए चला गया। यह वह पल था जिसके लिए मैं इतनी तैयारी के बावजूद पूरी तरह तैयार नहीं था। उस क्षण विदाई की वह पीड़ा असहनीय थी; मुझे स्मरण नहीं कि जितना मैं उस दिन रोया उतना इससे पहले कभी रोया था। वह कठिन विदाई, उस प्रीय जन से विछोह ने मेरे हृदय को छेद दिया था। लेकिन साथ ही मैंने परमेश्वर की अद्भुत शांति भी अपने जीवन में अनुभव करी जो मुझे मेरे अकेलेपन से बाहर निकाल लाई।

   जब ऐसे पल आते हैं तो मैं धन्यवादी होता हूँ कि मेरा एक ऐसा परमेश्वर पिता है जो अपने प्रीय पुत्र से अलग होने के दुख को स्वयं अपने अनुभव से जानता है। मैं धन्यवादी होता हूँ कि मेरा एक ऐसा परमेश्वर पिता है जो  "...अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी" (भजन 68:5) कहलाता है। मुझे विश्वास है और मैंने अनुभव से जाना है कि वह परमेश्वर जो विधवाओं और अनाथों की सुधि रखता है वह मेरी भी सुधि रखता है और मेरे अकेलेपन, कठिनाईयों, संघर्षों और कठिन विदाई के समयों में भी मुझे सांत्वना देता है, मेरी देखभाल करता है।

   जीवन में ऐसे समय कभी भी अनायास ही आ सकते हैं, और आते रहते हैं, कठिन विदाई के समय भी। क्या आप उन अकेलेपन के समयों में मेरे समान ही परमेश्वर की सांत्वना और शांति का अनुभव करना चाहेंगे? अपना जीवन प्रभु यीशु के हाथों में सौंप दीजिए, वह सदा आपके साथ बना रहेगा, आपको शांति और सामर्थ देता रहेगा। - बिल क्राउडर


अकेलापन तब ही सताता है जब हम सदा हमारे साथ बने रहने वाले प्रभु यीशु को भूल जाते हैं।

परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। - भजन 68:5

बाइबल पाठ:  भजन 68:1-10
Psalms 68:1 परमेश्वर उठे, उसके शत्रु तित्तर बितर हों; और उसके बैरी उसके साम्हने से भाग जाएं।
Psalms 68:2 जैसे धुआं उड़ जाता है, वैसे ही तू उन को उड़ा दे; जैसे मोम आग की आंच से पिघल जाता है, वैसे ही दुष्ट लोग परमेश्वर की उपस्थिति से नाश हों।
Psalms 68:3 परन्तु धर्मी आनन्दित हों; वे परमेश्वर के साम्हने प्रफुल्लित हों; वे आनन्द से मगन हों!
Psalms 68:4 परमेश्वर का गीत गाओ, उसके नाम का भजन गाओ; जो निर्जल देशों में सवार हो कर चलता है, उसके लिये सड़क बनाओ; उसका नाम याह है, इसलिये तुम उसके साम्हने प्रफुल्लित हो!
Psalms 68:5 परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है।
Psalms 68:6 परमेश्वर अनाथों का घर बसाता है; और बन्धुओं को छुड़ाकर भाग्यवान करता है; परन्तु हठीलों को सूखी भूमि पर रहना पड़ता है।
Psalms 68:7 हे परमेश्वर, जब तू अपनी प्रजा के आगे आगे चलता था, जब तू निर्जल भूमि में सेना समेत चला,
Psalms 68:8 तब पृथ्वी कांप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के साम्हने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हां इस्राएल के परमेश्वर के साम्हने कांप उठा।
Psalms 68:9 हे परमेश्वर, तू ने बहुत से वरदान बरसाए; तेरा निज भाग तो बहुत सूखा था, परन्तु तू ने उसको हरा भरा किया है;
Psalms 68:10 तेरा झुण्ड उस में बसने लगा; हे परमेश्वर तू ने अपनी भलाई से दीन जन के लिये तैयारी की है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 68-69 
  • रोमियों 8:1-21