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बुधवार, 18 मई 2011

सर्वप्रधान

विख्यात मसीही लेखक A. W. Tozer ने अपनी पुस्तक "The Pursuit of God" में आराधना के एक महान गीत "The Faith of Our Fathers" के लेखक फ्रेड्रिक फेबर को श्रद्धाँजलि अर्पित करते हुए उनके बारे में लिखा कि, "मसीह के प्रति उनका प्रेम इतना प्रचण्ड था कि मानो वे उसमें सुलग रहे थे; यह प्रेम उनके अन्दर एक धधकती हुई ज्वाला के समान था जो उनके मुख से पिघले हुए सोने के समान बहता था। अपने एक सन्देश में फेबर ने कहा, ’हम परमेश्वर के मन्दिर में जिस ओर भी दृष्टि करें, हमें मसीह दिखाई देता है.....सृष्टि में ऐसा कुछ भी भला, पवित्र, सुन्दर, आनन्दमयी नहीं है, जो मसीह अपने सेवकों के लिए न बन जाए....किसी को निराश होने की आवश्यक्ता नहीं है क्योंकि यीशु स्वर्ग का आनन्द है और यीशु का आनन्द है शोकित हृदयों में आकर उन्हें प्रफुल्लित कर देना। हम कई बातों का बयान बढ़ा-चढ़ा कर कर सकते हैं, लेकिन कभी भी हमारे प्रति मसीह यीशु के प्रेम को अथवा मसीह के प्रति हमारे कर्तव्य का पूरा वर्णन कर पाना संभव नहीं। यदि हम अपना सारा जीवन यीशु मसीह के बारे में बताने में लगा दें तो भी उसके विष्य में जो कुछ मधुर कहा जा सकता है, उसे पूरा कह पाना संभव नहीं हो पाएगा।’"

हम कभी भी मसीह की महानता का वर्णन अतिश्योक्तिपूर्वक नहीं कर सकते। पौलुस ने प्रभु यीशु मसीह के विष्य में कहा, "वह तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्‍टि में पहिलौठा है। क्‍योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्‍वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्‍या सिंहासन, क्‍या प्रभुतांए, क्‍या प्रधानताएं, क्‍या अधिकार, सारी वस्‍तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं। और वही सब वस्‍तुओं में प्रथम है, और सब वस्‍तुएं उसी में स्थिर रहती हैं।" (कुलुस्सियों १:१५-१७)

मसीह यीशु वास्तव में सर्वप्रधान है और हमारी प्रेम पूर्ण आराधना का एकमात्र सच्चा हकदार भी। - रिचर्ड डी हॉन


जब हम मसीह यीशु के प्रभुत्व को स्वीकार करेंगे, तभी हम उसकी आरधाना भी कर सकेंगे।

और वही देह, अर्थात कलीसिया का सिर है - कुलुस्सियों १:१८


बाइबल पाठ: कुलुस्सियों १:९-१९

Col 1:9 इसी लिये जिस दिन से यह सुना है, हम भी तुम्हारे लिये यह प्रार्थना करने और बिनती करने से नहीं चूकते कि तुम सारे आत्मिक ज्ञान और समझ सहित परमेश्वर की इच्‍छा की पहिचान में परिपूर्ण हो जाओ।
Col 1:10 ताकि तुम्हारा चाल-चलन प्रभु के योग्य हो, और वह सब प्रकार से प्रसन्न हो, और तुम में हर प्रकार के भले कामों का फल लगे, और परमेश्वर की पहिचान में बढ़ते जाओ।
Col 1:11 और उस की महिमा की शक्ति के अनुसार सब प्रकार की सामर्थ से बलवन्‍त होते जाओ, यहां तक कि आनन्‍द के साथ हर प्रकार से धीरज और सहनशीलता दिखा सको।
Col 1:12 और पिता का धन्यवाद करते रहो, जिस ने हमें इस योग्य बनाया कि ज्योति में पवित्र लोगों के साथ मीरास में समभागी हों।
Col 1:13 उसी ने हमें अन्‍धकार के वश से छुड़ाकर अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया।
Col 1:14 जिस से हमें छुटकारा अर्थात पापों की क्षमा प्राप्‍त होती है।
Col 1:15 वह तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्‍टि में पहिलौठा है।
Col 1:16 क्‍योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्‍वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्‍या सिंहासन, क्‍या प्रभुतांए, क्‍या प्रधानताएं, क्‍या अधिकार, सारी वस्‍तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं।
Col 1:17 और वही सब वस्‍तुओं में प्रथम है, और सब वस्‍तुएं उसी में स्थिर रहती हैं।
Col 1:18 और वही देह, अर्थात कलीसिया का सिर है; वही आदि है और मरे हुओं में से जी उठने वालों में पहिलौठा कि सब बातों में वही प्रधान ठहरे।
Col 1:19 क्‍योंकि पिता की प्रसन्नता इसी में है कि उस में सारी परिपूर्णता वास करे।

एक साल में बाइबल:
  • १ इतिहास ४-६
  • यूहन्ना ६:१-२१