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गुरुवार, 5 सितंबर 2019

स्वर्ग



      मैं अपने अध्ययन-कक्ष की खिड़की से बाहर जब देखा, तो मुझे पेड़ों में वायु का मंद प्रवाह दिखाई और सुनाई दिया, पक्षी चहचहा रहे थे, और मेरे पड़ौसी के जोते हुए खेत में पुआल के ढेर पड़े दिख रहे थे। चमकदार नीले आकाश की तुलना में सफ़ेद बादल दिखाई दे रहे थे। मुझे लगा मानो मैं स्वर्ग का थोड़ा सा आनन्द ले रही हूँ। किन्तु इसमें भी कुछ समस्या है, हमारे घर के निकट से निकलने वाली सड़क पर लगभग लगातार चलने वाले यातायात का शोर और मेरी पीठ का वह हल्का सा दर्द, मेरे उस आनन्द में विघ्न डालता है।

      मैंने स्वर्ग शब्द का प्रयोग कुछ हलके में किया है, क्योंकि यद्यपि एक समय था जब हमारी पृथ्वी पूर्णतः भली थी, परन्तु अब नहीं है। जब मनुष्य ने पाप किया, तो हमें अदन की वाटिका से बाहर निकाल दिया गया, और भूमि श्रापित हो गई (देखें उत्पत्ति 3)। तब से पृथ्वी और उसमें का सब कुछ “विनाश के दासत्व” है। दुःख, बीमारी, और हमारी मृत्यु, सभी कुछ मनष्य के पाप में पड़ जाने के कारण है (रोमियों 8:18-23)।

      परन्तु परमेश्वर सब कुछ को नया कर रहा है। एक दिन उसका निवास-स्थान, हम जो उसके लोग हैं उनके मध्य होगा, एक नवीनीकृत तथा बहाल की गई सृष्टि में – “एक नया आकाश और नई पृथ्वी” – जहाँ पर “वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी” (प्रकाशितवाक्य 21:4)। उस दिन तक, हम प्रकृति और सँसार की सुन्दरता का आनन्द ले सकते हैं, जो उस स्वर्ग का अंश मात्र है जो आने वाला है। - एलीसन कीडा


परमेश्वर सब कुछ नया कर रहा है।

सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। - 2 कुरिन्थियों 5:17

बाइबल पाठ: रोमियों 8:18-23; प्रकाशितवाक्य 21:1-5
Romans 8:18 क्योंकि मैं समझता हूं, कि इस समय के दु:ख और क्लेश उस महिमा के साम्हने, जो हम पर प्रगट होने वाली है, कुछ भी नहीं हैं।
Romans 8:19 क्योंकि सृष्टि बड़ी आशाभरी दृष्टि से परमेश्वर के पुत्रों के प्रगट होने की बाट जोह रही है।
Romans 8:20 क्योंकि सृष्टि अपनी इच्छा से नहीं पर आधीन करने वाले की ओर से व्यर्थता के आधीन इस आशा से की गई।
Romans 8:21 कि सृष्टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पाकर, परमेश्वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्त करेगी।
Romans 8:22 क्योंकि हम जानते हैं, कि सारी सृष्टि अब तक मिलकर कराहती और पीड़ाओं में पड़ी तड़पती है।
Romans 8:23 और केवल वही नहीं पर हम भी जिन के पास आत्मा का पहिला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अर्थात अपनी देह के छुटकारे की बाट जोहते हैं।

Revelation 21:1 फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहिला आकाश और पहिली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा।
Revelation 21:2 फिर मैं ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते देखा, और वह उस दुल्हिन के समान थी, जो अपने पति के लिये सिंगार किए हो।
Revelation 21:3 फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा; और उन का परमेश्वर होगा।
Revelation 21:4 और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं।
Revelation 21:5 और जो सिंहासन पर बैठा था, उसने कहा, कि देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूं: फिर उसने कहा, कि लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्वास के योग्य और सत्य हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 148-150
  • 1 कुरिन्थियों 15:29-58