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शनिवार, 16 नवंबर 2019

उपथिति में



      सत्रहवीं शताब्दी के सुविख्यात मठ निवासी, ब्रदर लौरेंस, अपने मठ के लोगों के लिए रसोईए का कार्य करते थे; अपने काम को आरंभ करने से पहले वे प्रार्थना में परमेश्वर से कहते, “हे मेरे परमेश्वर...मुझ पर अपना अनुग्रह करें की मैं आपकी उपस्थिति में बना रहूँ। मेरे समस्त परिश्रम में मेरी सहायत करें। मेरी सभी लालसाओं को अपके लिए लालसा बना दीजिए।” वे काम करते समय, परमेश्वर से बातें करते रहते थे, उसकी अगुवाई को सुनते रहते थे, और अपने सभी कार्यों को परमेश्वर को समर्पित करते रहते थे। वे जब सर्वाधिक व्यस्त भी होते थे, तब भी, शान्ति के थोड़े से समय का भी उपयोग परमेश्वर से उसका अनुग्रह माँगने के लिए लगाते थे। चाहे जो भी हो रहा हो, वो अपने सृष्टिकर्ता के प्रेम के खोजी रहते थे और उसकी निकटता के अनुभव में बने रहते थे।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 89 कहता है कि हम सब के सृष्टिकर्ता के प्रति, जो सभी महासागरों पर अधिकार रखता है, और जिसकी आराधना सवर्गदूतों की सेनाएं करती रहती हैं, हमारा उचित प्रत्युत्तर यही है की हम अपने जीवन उसकी ओर उठाएं – समस्त जीवन। जब हम यह समझने लगते हैं कि परमेश्वर कौन है, तो हम जहां भी हों, जिस भी स्थिति में हों, परमेश्वर की आराधना में आनन्द के साथ सम्मिलित होने की पुकार को सुनना आरंभ कर देते हैं (पद 15-16)।

      चाहे हम किसी दुकान में या फिर किसी हवाई अड्डे पर पंक्ति में खड़े हों, या किसी फोन को होल्ड पर लिए उत्तर आने की प्रतीक्षा में पल गिन रहे हों, हम सभी के जीवनों में ऐसे समय आते हैं जब हम खिन्न हो कर खिसिया सकते हैं। परन्तु यही समय वह समय भी हो सकते हैं जब हम उन्हें वह अवसर देखें जिनमें हम परमेश्वर की ज्योति की उपस्थिति में चलना सीखने के लिए लगा सकते हैं (पद 15)।

      हमारे जीवनों के व्यर्थ किए गए पल, जब हम प्रतीक्षा कर रहे हों, या अस्वस्थ पड़े हों, या विचार कर रहे हों की अब आगे क्या करना चाहिए, आदि, सभी अवसर हैं जिनमें हम अपने जीवनों को परमेश्वर की उपस्थिति में जीने के लिए, उसकी निकटता में बढ़ने के लिए लगा सकते हैं। - हैरोल्ड माइरा, अतिथि लेखक

प्रत्येक पल परमेश्वर की उपस्थिति में जिया जा सकता है।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। - इब्रानियों 13:5

बाइबल पाठ: भजन 89:1-17
Psalms 89:1 मैं यहोवा की सारी करूणा के विषय सदा गाता रहूंगा; मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी पीढ़ी तक जताता रहूंगा।
Psalms 89:2 क्योंकि मैं ने कहा है, तेरी करूणा सदा बनी रहेगी, तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा।
Psalms 89:3 मैं ने अपने चुने हुए से वाचा बान्धी है, मैं ने अपने दास दाऊद से शपथ खाई है,
Psalms 89:4 कि मैं तेरे वंश को सदा स्थिर रखूंगा; और तेरी राजगद्दी को पीढ़ी पीढ़ी तक बनाए रखूंगा।
Psalms 89:5 हे यहोवा, स्वर्ग में तेरे अद्भुत काम की, और पवित्रों की सभा में तेरी सच्चाई की प्रशंसा होगी।
Psalms 89:6 क्योंकि आकाश मण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा? बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी?
Psalms 89:7 ईश्वर पवित्रों की गोष्ठी में अत्यन्त प्रतिष्ठा के योग्य, और अपने चारों ओर सब रहने वालों से अधिक भय योग्य है।
Psalms 89:8 हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हे याह, तेरे तुल्य कौन सामर्थी है? तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है!
Psalms 89:9 समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है; जब उसके तरंग उठते हैं, तब तू उन को शान्त कर देता है।
Psalms 89:10 तू ने रहब को घात किए हुए के समान कुचल डाला, और अपने शत्रुओं को अपने बाहुबल से तितर बितर किया है।
Psalms 89:11 आकाश तेरा है, पृथ्वी भी तेरी है; जगत और जो कुछ उस में है, उसे तू ही ने स्थिर किया है।
Psalms 89:12 उत्तर और दक्खिन को तू ही ने सिरजा; ताबोर और हेर्मोन तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।
Psalms 89:13 तेरी भुजा बलवन्त है; तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दहिना हाथ प्रबल है।
Psalms 89:14 तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।
Psalms 89:15 क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,
Psalms 89:16 वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं, और तेरे धर्म के कारण महान हो जाते हैं।
Psalms 89:17 क्योंकि तू उनके बल की शोभा है, और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊंचा करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 3-4
  • इब्रानियों 11:20-40