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मंगलवार, 1 अक्तूबर 2013

जाँच

   काम से वापस घर आते समय मैंने अपनी कार के रिडियो पर एक विज्ञापन सुना जिसने मेरा ध्यान आकर्षित किया। वह विज्ञापन एक कंप्यूटर प्रोग्राम के बारे में था जो ई-मेल लिखे जाते समय उन्हें जाँचता रहता था। मैं कुछ अन्य कंप्यूटर प्रोग्रामों के बारे में जानता था जो व्याकरण तथा वर्तनी को जाँचते हैं, लेकिन यह प्रोग्राम उनसे भिन्न था; यह लहज़ा जाँचता था! इस प्रोग्राम की खासियत थी कि यह ई-मेल लिखे जाते समय शब्दों के प्रयोग की निगरानी करता रहता था कि कहीं लिखने वाले की भाषा और प्रयुक्त शब्द अत्याधिक आक्रमक, कठोर या अशिष्ट तो नहीं हैं।

   विज्ञापन प्रस्तुतकर्ता से उस प्रोग्राम की खासियतों का वर्णन सुनते हुए मैं सोचने लगा कि काश ऐसा ही कुछ मेरे मूँह की निगरानी करने के लिए भी होता। कितनी बार ऐसा हुआ है कि मैं ने पूरी बात सुने या जाने बिना ही कटुता से प्रतिक्रीया देनी आरंभ कर दी और फिर सही बात जानने के बाद मुझे अपनी गलत प्रतिक्रीया पर पछतावा हुआ। यदि लहज़े पर निगरानी रखने वाला कुछ मेरे मूँह पर लगा होता तो मैं भी ऐसी मूर्खतापूर्ण प्रतिक्रियाओं से बचा रह सकता था।

   प्रेरित पौलुस ने हम मसीही विश्वासियों के लिए अपने बोलने के लहज़े को सही रखने की अनिवार्यता के बारे में सचेत किया, विशेषतः तब जब हम किसी ऐसे जन से बात कर रहे हों जो मसीही विशवासी नहीं है। पौलुस ने लिखा: "तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित और सलोना हो, कि तुम्हें हर मनुष्य को उचित रीति से उत्तर देना आ जाए" (कुलुस्सियों 4:6)। उसका उद्देश्य था कि मसीही विशवासी अपने जीवन और भाषा से अपने उद्धारकर्ता की मृदुता और अनुग्रह को प्रदर्शित करते रहें।

   मसीह यीशु में विश्वास ना करने वालों से सही लहज़े में बात करना उन तक मसीह यीशु में मिलने वाली पापों की क्षमा और उद्धार के सुसमाचार को पहुँचाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बात को सुनिश्चित करने के लिए हम मसीही विश्वासियों के लिए कुलुस्सियों 4:6 लहज़ा जाँचने वाले कंप्यूटर प्रोग्राम के समान कार्य कर सकने में सक्षम है। - बिल क्राउडर


जितनी बार हम मूँह खोलते हैं लोगों को हमारा मन दिखता है।

कोमल उत्तर सुनने से जलजलाहट ठण्डी होती है, परन्तु कटुवचन से क्रोध धधक उठता है। - नीतिवचन 15:1

बाइबल पाठ: याकूब 3:3-12
James 3:3 जब हम अपने वश में करने के लिये घोड़ों के मुंह में लगाम लगाते हैं, तो हम उन की सारी देह को भी फेर सकते हैं।
James 3:4 देखो, जहाज भी, यद्यपि ऐसे बड़े होते हैं, और प्रचण्‍ड वायु से चलाए जाते हैं, तौभी एक छोटी सी पतवार के द्वारा मांझी की इच्छा के अनुसार घुमाए जाते हैं।
James 3:5 वैसे ही जीभ भी एक छोटा सा अंग है और बड़ी बड़ी डींगे मारती है: देखो, थोड़ी सी आग से कितने बड़े वन में आग लग जाती है।
James 3:6 जीभ भी एक आग है: जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और भवचक्र में आग लगा देती है और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है।
James 3:7 क्योंकि हर प्रकार के बन-पशु, पक्षी, और रेंगने वाले जन्‍तु और जलचर तो मनुष्य जाति के वश में हो सकते हैं और हो भी गए हैं।
James 3:8 पर जीभ को मनुष्यों में से कोई वश में नहीं कर सकता; वह एक ऐसी बला है जो कभी रुकती ही नहीं; वह प्राण नाशक विष से भरी हुई है।
James 3:9 इसी से हम प्रभु और पिता की स्‍तुति करते हैं; और इसी से मनुष्यों को जो परमेश्वर के स्‍वरूप में उत्पन्न हुए हैं श्राप देते हैं।
James 3:10 एक ही मुंह से धन्यवाद और श्राप दोनों निकलते हैं।
James 3:11 हे मेरे भाइयों, ऐसा नहीं होना चाहिए।
James 3:12 क्या सोते के एक ही मुंह से मीठा और खारा जल दोनों निकलते हैं? हे मेरे भाइयों, क्या अंजीर के पेड़ में जैतून, या दाख की लता में अंजीर लग सकते हैं? वैसे ही खारे सोते से मीठा पानी नहीं निकल सकता।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 11-13 
  • इफिसियों 4