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शुक्रवार, 4 जून 2021

आराम

 

          डार्नैल फिजियोथेरेपिस्ट के कक्ष में यह जानते हुए गया कि वहाँ होने वाले उसके इलाज में उसे बहुत पीड़ा होगी। फिजियोथेरेपिस्ट ने उसकी बाँह को खींचना, सीधा करना और मोड़ना आरंभ किया, और उन स्थितियों में बनाकर रखा जिनमें उसे चोट लगने के बाद से उसकी बाँह नहीं आने पाई थी। कुछ समय उस पीड़ादायक स्थिति में रखने के बाद वह डार्नैल से कहती, “ठीक है, अब तुम आराम से हो सकते हो।” डार्नैल ने बाद में कहा कि प्रत्येक फिज़ियोथेरापी सत्र में उसने यह वाक्य लगभग पचास बार सुना होगा।

          उस वाक्य के उन शब्दों पर विचार करते समय डार्नैल को यह एहसास हुआ कि वह इस बात को अपने जीवन पर भी लागू कर सकता है। चिंता करते रहने के स्थान पर वह परमेश्वर की भलाई और विश्वासयोग्यता में भरोसा रखते हुए, परमेश्वर में आराम से रह सकता है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में, जब प्रभु यीशु अपनी मृत्यु के समय के निकट पहुँच रहे थे, तब वे जानते थे कि उनके शिष्यों को यह सीखने की आवश्यकता है। शीघ्र ही उन्हें सताव और घोर परेशानी के समय का सामना करना पड़ेगा। उन्हें प्रोत्साहित रखने के लिए  प्रभु यीशु ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह पवित्र आत्मा को उनके पास भेजेगा, जो उनके साथ रहेगा, और उन्हें उन बातों को स्मरण करवाएगा जो प्रभु ने उन शिष्यों को सिखाई थीं (यूहन्ना 14:26)। इसीलिए प्रभु शिष्यों से यह भी कह सका,तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे” (पद 27)।

          हमारे जीवनों ऐसा बहुत कुछ होता रहता है जिससे हमें तनाव अनुभव हो। लेकिन हम परमेश्वर में अपने भरोसे में बढ़ते जा सकते हैं, अपने आप को यह स्मरण करवाने के द्वारा कि उसका पवित्र आत्मा हम में निवास करता है – और हमें परमेश्वर की शान्ति को प्रदान करता है। जब हम प्रभु के आत्मा की सामर्थ्य के सहारे जीवन व्यतीत करते हैं, तो हमें भी उस फिजियोथेरेपिस्ट के कहे वाक्य के अनुसार प्रभु से आश्वासन मिलता है “ठीक है, अब तुम आराम से हो सकते हो।” – ऐनी सेटास

 

हम परमेश्वर में भरोसा रखते हुए, उसमें आराम से रह सकते हैं।


मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीत लिया है। - यूहन्ना 16:33

बाइबल पाठ: यूहन्ना 14:25-31

यूहन्ना 14:25 ये बातें मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम से कहीं।

यूहन्ना 14:26 परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा।

यूहन्ना 14:27 मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।

यूहन्ना 14:28 तुम ने सुना, कि मैं ने तुम से कहा, कि मैं जाता हूं, और तुम्हारे पास फिर आता हूं: यदि तुम मुझ से प्रेम रखते, तो इस बात से आनन्दित होते, कि मैं पिता के पास जाता हूं क्योंकि पिता मुझ से बड़ा है।

यूहन्ना 14:29 और मैं ने अब इस के होने से पहिले तुम से कह दिया है, कि जब वह हो जाए, तो तुम प्रतीति करो।

यूहन्ना 14:30 मैं अब से तुम्हारे साथ और बहुत बातें न करूंगा, क्योंकि इस संसार का सरदार आता है, और मुझ में उसका कुछ नहीं।

यूहन्ना 14:31 परन्तु यह इसलिये होता है कि संसार जाने कि मैं पिता से प्रेम रखता हूं, और जिस तरह पिता ने मुझे आज्ञा दी, मैं वैसे ही करता हूं: उठो, यहां से चलें।

 

एक साल में बाइबल: 

  • इतिहास 21-22
  • यूहन्ना 14