ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 12 नवंबर 2016

कलाकृति


   बेलफास्ट, उत्तरी आयरलैंड में जो 11 एकड़ के खाली मैदान से आरंभ हुआ था, उसका अन्त ब्रिटेन के सबसे बड़े भूमिचित्र के रूप में हुआ। कलाकार जॉर्ज रॉड्रिगुएज़-गेराडा द्वारा बनाई गई "विश" नामक यह कलाकृति लकड़ी की 30,000 खूँटियों, 2000 टन मिट्टी, 2000 टन रेत और अनेकों अन्य सामग्री जैसे कि घास, पत्थर और रस्सी आदि से बनी है।

   इसके बनने के आरंभ में केवल कलाकार ही जानता था कि उसकी कलाकृति का अन्तिम स्वरूप क्या होगा। जॉर्ज ने मज़दूरों और स्वयंसेवकों को इस कार्य के लिए भरती किया, अपने साथ लिया; और वे उसके निर्देशों के अनुसार सामग्री को ढोने और एक से दूसरे स्थान पर पहुँचाने में लगे रहे। यह सब कार्य करते समय उन्हें ज़रा भी आभास नहीं था कि कुछ विस्मित कर देने वाला तैयार होकर प्रगट होने वाला है; लेकिन ऐसा ही हुआ। धरती पर से वह चित्र कुछ विशेष प्रतीत नहीं होता है; लेकिन ऊपर आकाश से देखने वाले एक छोटी लड़की का मुस्कुराता हुए चेहरे का एक विशाल चित्र देखने पाते हैं।

   परमेश्वर इस संसार में, हम मसीही विश्वासियों को साथ लेकर इससे भी कुछ विलक्षण और महान कर रहा है। जैसा प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीही विशवासियों को लिखा, हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं (1 कुरिन्थियों 3:9) जिनमें होकर वह इस कार्य को साकार कर रहा है। परमेश्वर के वचन बाइबल में परमेश्वर अपने लोगों को स्मरण कराता है कि वही है जो  "...पृथ्वी के घेरे के ऊपर आकाशमण्डल पर विराजमान है; और पृथ्वी के रहने वाले टिड्डी के तुल्य है; जो आकाश को मलमल की नाईं फैलाता और ऐसा तान देता है जैसा रहने के लिये तम्बू ताना जाता है" (यशायाह 40:22)।

   आज चाहे हम परमेश्वर द्वारा बनाई जा रही इस कलाकृति का अन्तिम स्वरूप नहीं देख अथवा समझ पाते हैं, लेकिन फिर भी हम उसके कार्य में उसके निर्देशानुसार लगे रहते हैं, इस विश्वास के साथ कि हम एक अद्भुत कलाकृति का भाग हैं - ना केवल उसके बनाने में वरन उस कलाकृति में भी। अन्ततः वह एक ऐसी कलाकृति होगी जो बनेगी तो पृथ्वी पर, परन्तु देखी जाएगी स्वर्ग से। - जूली ऐकैरमैन लिंक


परमेश्वर हमें अपनी महान कलाकृति को बनाने में प्रयुक्त कर रहा है।

क्योंकि हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं; तुम परमेश्वर की खेती और परमेश्वर की रचना हो। - 1 कुरिन्थियों 3:9 

बाइबल पाठ: यशायाह 40:21-31
Isaiah 40:21 क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? क्या तुम को आरम्भ ही से नहीं बताया गया? क्या तुम ने पृथ्वी की नेव पड़ने के समय ही से विचार नहीं किया? 
Isaiah 40:22 यह वह है जो पृथ्वी के घेरे के ऊपर आकाशमण्डल पर विराजमान है; और पृथ्वी के रहने वाले टिड्डी के तुल्य है; जो आकाश को मलमल की नाईं फैलाता और ऐसा तान देता है जैसा रहने के लिये तम्बू ताना जाता है; 
Isaiah 40:23 जो बड़े बड़े हाकिमों को तुच्छ कर देता है, और पृथ्वी के अधिकारियों को शून्य के समान कर देता है।
Isaiah 40:24 वे रोपे ही जाते, वे बोए ही जाते, उनके ठूंठ भूमि में जड़ ही पकड़ पाते कि वह उन पर पवन बहाता और वे सूख जाते, और आंधी उन्हें भूसे की नाईं उड़ा ले जाती है।
Isaiah 40:25 सो तुम मुझे किस के समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूं? उस पवित्र का यही वचन है। 
Isaiah 40:26 अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में से कोई बिना आए नहीं रहता।
Isaiah 40:27 हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है, मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है, मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता? 
Isaiah 40:28 क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सिरजनहार है, वह न थकता, न श्रमित होता है, उसकी बुद्धि अगम है। 
Isaiah 40:29 वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। 
Isaiah 40:30 तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; 
Isaiah 40:31 परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों की नाईं उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 51-52
  • इब्रानियों 9