क्यूबा की जेल में 14 वर्ष बिता कर भी जीवित निकल आने वाले एक कैदी ने बताया कि कैसे उसने अपने हौंसले और अपनी आशा को बनाए रखा; उसने कहा, "मेरी कैद-कोठरी में कोई खिड़की नहीं थी, बाहर देख पाने का कोई साधन नहीं था, इसलिए मैंने मानसिक रूप से अपने दरवाज़े में एक खिड़की बना ली और अपने मन की आँखों से उस में से मैं बाहर के सुन्दर दृश्य देखा करता था, जैसे पहाड़, झरने, घाटी में पत्थरों पर बहता हुआ पानी आदि। वे सब मेरे लिए इतने वास्तविक बन गए थे कि मुझे उनकी कलपना करने के लिए कोई प्रयास नहीं करना पड़ता था, जब भी मैं कैद-कोठरी के दरवाज़े की ओर देखता, वे सब मुझे दिखने लग जाते थे।"
यह भी एक विचित्र बात है कि परमेश्वर के वचन बाइबल की सबसे आशावान पुस्तकें - पौलुस प्रेरित ने फिलिप्पी, कुलुस्से और इफसुस की मसीही विशवासी मण्डलियों को जो पत्रियाँ लिखीं, वे सब उस ने कैदखाने में सांकलों से बन्धे होने के समय में लिखीं। इफसुस की मण्डली को लिखी पत्री से अन्दाज़ा होता है कि पौलुस ने जब अपनी कैद से बाहर के जीवन के बारे में विचार किया तो उसने क्या देखा होगा।
सबसे पहली बात उसने उन मसीही विश्वासी मण्डलियों में, जिन्हें वह पीछे छोड़ कर आया था, आत्मिक उन्नति देखी। उसकी यह पत्री इफसुस की मण्डली के उत्साह के लिए परमेश्वर के प्रति धन्यवाद से भरी हुई है (इफिसियों 1:15-16)। फिर उसने प्रयास किया कि उनके मन की आँखों को और भी महिमामय दृश्यों की ओर मोड़े - परमेश्वर के अनुग्रह के असीम धन की ओर (इफिसियों 2:7); और फिर जब पौलुस ने परमेश्वर के प्रेम की योजना को प्रगट करने वाले स्वरों को उठाया तो उनमें निराशा का कोई दबा हुआ सा भी सुर नहीं था।
यदि आप कभी निराशा की स्थिति में हों, या इस कशमकश से होकर निकलें कि मसीही विश्वास का जीवन कोई सार्थक जीवन है भी या नहीं, तो ऐसे में इफिसियों के विश्वासियों को लिखी यह पत्री बहुत सहायक होती है क्योंकि मसीह यीशु में मिलने वाली संपदा का इसमें अच्छा वर्णन है। इसे प्रयोग करके अवश्य देखिए। - फिलिप यैन्सी
जिसकी आशा परमेश्वर और उसके वचन पर स्थापित है वह कभी आशाहीन हो ही नहीं सकता।
हम को उस में उसके लोहू के द्वारा छुटकारा, अर्थात अपराधों की क्षमा, उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है। - इफिसियों 1:7
बाइबल पाठ: इफिसियों 1:15-23
Ephesians 1:15 इस कारण, मैं भी उस विश्वास का समाचार सुनकर जो तुम लोगों में प्रभु यीशु पर है और सब पवित्र लोगों पर प्रगट है।
Ephesians 1:16 तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूं।
Ephesians 1:17 कि हमारे प्रभु यीशु मसीह का परमेश्वर जो महिमा का पिता है, तुम्हें अपनी पहचान में, ज्ञान और प्रकाश का आत्मा दे।
Ephesians 1:18 और तुम्हारे मन की आंखें ज्योतिर्मय हों कि तुम जान लो कि उसके बुलाने से कैसी आशा होती है, और पवित्र लोगों में उस की मीरास की महिमा का धन कैसा है।
Ephesians 1:19 और उस की सामर्थ हमारी ओर जो विश्वास करते हैं, कितनी महान है, उस की शक्ति के प्रभाव के उस कार्य के अनुसार।
Ephesians 1:20 जो उसने मसीह के विषय में किया, कि उसको मरे हुओं में से जिलाकर स्वर्गीय स्थानों में अपनी दाहिनी ओर।
Ephesians 1:21 सब प्रकार की प्रधानता, और अधिकार, और सामर्थ, और प्रभुता के, और हर एक नाम के ऊपर, जो न केवल इस लोक में, पर आने वाले लोक में भी लिया जाएगा, बैठाया।
Ephesians 1:22 और सब कुछ उसके पांवों तले कर दिया: और उसे सब वस्तुओं पर शिरोमणि ठहराकर कलीसिया को दे दिया।
Ephesians 1:23 यह उसकी देह है, और उसी की परिपूर्णता है, जो सब में सब कुछ पूर्ण करता है।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 25-26
- मत्ती 8:1-17